गुरुवार को खरीदकर लाएं चांदी का छल्ला और शुक्रवार को इस प्रकार अंगूठे में धारण करें, सौभाग्‍य प्राप्‍त होगा, दुर्भाग्‍य होगा दूर

सूर्य और चंद्र शुक्र के शत्रु माने जाते हैं। कुंडली में शुक्र अशुभ होने पर व्यक्ति को किसी भी काम में सफलता आसानी से नहीं मिलती है।

New Delhi, Aug 23 : अगर किसी व्यक्ति को भाग्य का साथ नहीं मिल पा रहा है तो उसे ज्योतिष के उपायों से लाभ मिल सकते हैं। ग्रहों के दोष दूर करने के लिए उंगलियों में अलग-अलग धातुओं की अंगूठी पहनी जाती है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह अशुभ हो तो व्यक्ति को सुख-सुविधाएं नहीं मिलती है, पैसों की कमी बनी रहती है। यहां जानिए कोलकाता की एस्ट्रोलॉजर डॉ. दीक्षा राठी के अनुसार शुक्र ग्रह के दोष दूर करने के लिए अंगूठे में चांदी का छल्ला पहन सकते हैं।

अंगूठा होता है शुक्र ग्रह संबंधित
हथेली पर अगर अलग-रेखाओं और पर्वतों के अलावा हर उंगली अलग-अलग ग्रह से संबंधित होती है। इसलिए संबंधित ग्रहों के अशुभ असर को कम करने के लिए संबंधित ग्रह की उंगली में अंगूठी पहनते हैं। हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार अंगूठे का संबंध शुक्र ग्रह है। ये ग्रह विलासिता यानी लग्जरी लाइफ का कारक है। जिन लोगों की कुंडली में और हथेली में शुक्र ग्रह से संबंधित शुभ योग हैं, वे हमेशा सुखी रहते हैं और सभी सुविधाएं हासिल करते हैं। ये ग्रह अशुभ हो तो व्यक्ति दैनिक जीवन में भी परेशानियों का सामना करता है।

इस प्रकार मिलता है बुरा फल
हमारे जीवन पर शुक्र के मित्र और शत्रु ग्रहों की स्थितियों का भी असर होता है। शनि, बुध और राहु इसके मित्र ग्रह हैं। अगर ये तीनों ग्रह अशुभ स्थिति में हैं तो शुक्र भी बुरा फल दे सकता है। व्यक्ति को धन, बुद्धि और स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।  मंगल और गुरु की स्थिति भी शुक्र के अच्छे और बुरे प्रभाव बदल सकती है। सूर्य और चंद्र शुक्र के शत्रु माने जाते हैं। कुंडली में शुक्र अशुभ होने पर व्यक्ति को किसी भी काम में सफलता आसानी से नहीं मिलती है।

शुक्र के लिए पहना जाता है चांदी का छल्ला
चांदी और प्लेटिनम शुक्र ग्रह की धातु है। इसलिए शुक्र के लिए अंगूठे में चांदी या प्लेटिनम का छल्ला पहनना शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति के लिए सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इसे  किसी सोने-चांदी की दुकान से गुरुवार की शाम चांदी का छल्ला लेकर घर आएं। घर पहुंचकर ये छल्ला दूध में भिगोकर रख दें।

सुबह उठकर करें ये काम
शुक्रवार को सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद ये छल्ला साफ जल से धो लें। इसके बाद घर के मंदिर में पूजा-पाठ करें और पूजा में ये छल्ला भी रखें ।  पूजा के बाद ये छल्ला अंगूठे में धारण करें । अगर आप चाहें तो किसी विशेषज्ञ ब्राह्मण से चांदी का कोई भी सामान्य छल्ला अभिमंत्रित करवा लें और इसे अंगूठे में धारण करें। ये छल्ला शुक्रवार को पहनें। इसके असर से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर हो सकती हैं और सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकती है।