केतु के दुष्‍प्रभाव से बचने के लिए धारण करें लहसुनिया, रत्‍न से जुड़ी जानकारी ये रही

 ग्रहों की दशा, दिशा को निंयत्रण में नहीं रखा जा सकता लेकिन इनके प्रभाव को कम या अधिक किया जा सकता है ।हर राशि का अपना एक रत्‍न होता है जिसे धारण करने से उस राशि के जातकों के कष्‍ट कम होने लगते हैं ।

New Delhi, May 30 :लहसुनिया को केतु ग्रह का रत्न माना जाता है । लहसुनिया को वैदूर्य मणि, सूत्र मणि, केतु रत्न, कैट्स आई, विडालाक्ष के नाम से भी जाना जाता है। इसका रंग हल्का पीला होता है । इसे ध्‍यान से देखें तो ये असल में बिल्ली की आंख जैसा लगता है । लहसुनिया धारण करने की सलाह उन्‍हें दी जाती है जो केतु ग्रह के बुरे प्रभाव से जूझ रहे हों । ज्योतिष में इस रत्न को बहुत ही विशेष माना जाता है ।

पहनने से पहले परीक्षण
हम रत्‍नों की जांच की बात नहीं कर रहे हैं, हम उस परीक्षण की बात कर रहे हैं जब आप इसे पहनने के लिए बनवा लेंगे । कोई भी रत्‍न अंगूठी, ताबीज ये किसी भी तरह से पहनने से पहले उसे जांचना जरूरी है । रत्‍न को रात में अपनी तकिया के नीचे रखकर सोएं । देखें क्‍या आपको बुरे सपने आते हैं, ऐसा कम से कम 3 से 4 दिन तक करें । अगर आपको कोई नकारातमक संकेत नहीं मिलते तो आप इस रत्‍न को धारण कर सकते हैं ।

शुभ हो केतु तो मिलेगी मजबूती
कैट्स आई को धारण करने वाला व्‍यक्ति निश्‍चय ही केतु के बुरे प्रभावों से बच सकता है । लेकिन कई कुंडली में केतु शुभ फल्‍ भी देता है , लेकिन इसकी कमजोर स्थिति इसके प्रभाव को नेगेटिव करती है । ऐसे में लहसुनिया धारण करने की सलाह दी जाती हैं । इससे केतु को मजबूती मिलती है और आपको इसका लाभ मिलता है । केतु ग्रह से संबंधित बुरे प्रभाव भी दूर हो जाते हैं ।

केतु की महादशा
जिन राशियों में केतु की महादशा चल रही है उन्‍हें लहसुनिया जरूर पहनना चाहिए । ये रत्‍न उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है शुभ प्रभाव लेकर आता है । लहसुनिया पहनने वालों को किसी की बुरी नजर नहीं लगती है, इसे बच्‍चों को भी पहनाया जाता है । कैट्स आई पहनने से पहले इसका परीक्षण जरूरी है, ये जितना शुभ प्रभाव देता है दोषयुक्‍त होने पर उससे भी बुरा प्रभाव छोड़ता है ।

इन समस्‍याओं का समाधान
ज्‍योतिष और रत्‍न शास्‍त्र के अनुसार जो लोग लहसुनिया पहनते हैं, उन्हें किसी की बुरी नजर नहीं लगती है । कैट्स आई पहनने वालों को बुरे सपने नहीं आते, इन्‍हें नींद में भी किसी का डर नहीं सताता । हनुमान जी की विशेष कृपा रहती है लहसुनिया पहनने वालों पर । पैसों से जुड़ी परेशानियां सता रही हैं, आर्थिक रूप से बहुत बुरे हालात चल रहे हैं तो इस रत्‍न को धारण करें आपको लाभ जरूर होगा ।

चांदी की अंगूठी में करें धारण
लहसुनिया रत्‍न का प्रयोग चांदी की अंगूठी में किया जाता है । इसे साधे हाथ की मिडिल फिंगर में धारण करने की सलाह दी जाती है । अंगूठी पहनने के लिए सोमवार को शुभ दिन माना गया है । इस दिन किसी भी शुभ मुहूर्त में इसे धारण करने की सलाह दी जाती है । ये ध्यान रखें कि ये रत्न धारण करने के बाद आप किसी प्रकार के अधर्म कार्य में ना फंसे । केतु की ओर से आपको कभी शुभ फल की प्राप्ति नहीं होगी ।