आज सदी का सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण, दो बजे के बाद बंद हो जाएंगे देश के सभी बड़े मंदिर, आप भी अशुभ प्रभाव से बचें

आज देर रात चंद्रग्रहण लगने वाला हे । सदी के इस सबसे लंबे चंद्रगहण पर सभी की नजर है । इसका सूतक काल आज दोपहर 2 बजे से शुरू हो जाएगा । जिसके कारण सभी मंदिरों के पट बंद कर दिए जाएं ।

New Delhi, Jul 27 : आज सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण होने वाला है । इस खगोलीय घटना को ज्‍योतिष शास्‍त्र में बहुत ही अहम माना गया है । ये सिर्फ एक खगोलीय घटना नहीं है बल्कि इस दौरान कई तरह की दूसरी बातें भी होती हैं जिनका ध्‍यान रखना जरूरी है । इस बार ये चंद्रग्रहण भारत में पूरे काल के लिए दिखाई देगा । शुरू के कुछ क्षणों को छोड़कर पूरा चंद्रग्रहण नंगी आंखों से देखा जा सकेगा । ग्रहण काल से पहले ही मंदिरों के पट बंद कर दिए जाएंगे ।

2 बजे से बंद हो जाएंगे मंदिर
चंद्रग्रहण के समय से ठीक 9 से 10 घंटे पहले ग्रहण का अशुभ प्रभाव होना शुरू हो जाता है । इसे ग्रहण का सूतक काल कहते हैं । इस समय में भगवान की पूजा नहीं की जाती है । इसी वजह से आज दोपहर 2 बजे के बाद से देशभर के कई बड़े मंदिर दोपहर बाद ही बंद हो जाएंगे । इसके अतिरिक्‍त हरिद्वार, वाराणसी और इलाहाबाद में हर शाम होने वाली गंगा आरती भी दोपहर को ही संपन्‍न हो जाएगी ।

10.53 से शुरू होगा चंद्रग्रहण
भारत में चंद्रग्रहण की शुरुआत 10 बजकर 53 मिनट से हो जाएगी, हालांकि इसे कुछ समय बाद ही ये सही प्रकार से दिखना शुरू होगा । दुनियाभर की निगाहें इस खगोलीय घटना पर टिकी हे । इसे सदी का सबसे लंबा चंद्रगहण माना जा रहा है । ये करीब एक घंटा 53 मिनट तक रहेगा । देशभर के कई इलाके में पूर्ण चंद्रग्रहण को देखने के लिए कई तरह के इंतजाम किए गए हैं ।

ब्‍लड मून दिया गया है नाम
सदी के सबसे लंबे चंद्रग्रहण को ब्‍लडमून का नाम दिया गया है । इस ग्रहण में धीरे-धीरे चांद का रंग लाल होता जाएगा और एक समय ऐसा भी आएगा जब चांद आसमान से पूरी तरह गायब हो जाएगा । इस खगोलीय घटना को लेकर लोगों में उत्‍सुकता देखी जा रही है । चंद्रग्रहण का समय काल कुछ इस प्रकार रहेगा ।

चंद्रग्रहण से जुड़ी सभी जानकारी
शुक्रवार देर रात 10.53 बजे – चांद पर ग्रहण का असर शुरू होगा, हालांकि नंगी आंखों से कुछ नहीं दिखेगा ।
11.54 बजे – धीरे-धीरे ग्रहण का असर नंगी आंखों से देख पाएंगे ।
देर रात 1.51 बजे – चंद्रग्रहण अपने सर्वोच्च स्तर पर होगा, ये ही पूर्ण चंद्रग्रहण होगा ।
2.43 बजे – धीरे-धीरे ग्रहण का असर कम होगा ।
शनिवार सुबह 5.00 बजे – चंद्रग्रहण का असर खत्म होगा ।

बंद होंगे चार धाम के कपाट
देशभर में मौजूद सभी बड़े मंदिरों के कपाट दोपहर बाद बंद हो जाएंगे । शाम को होने वाली आरती भी दोपहर में ही संपन्‍न कर ली जाएंगी । श्री बदरीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति के पीआरओ डा. हरीश गौड की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार चंद्र ग्रहण के सूतक काल से पहले 27 जुलाई को श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट दिन में 12 बजकर 30 मिनट एवं श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट दिन में 2 बजकर 54 मिनट पर बंद हो जाएंगे ।

ग्रहण समाप्ति के बाद शुद्धि
चंद्रग्रहण समाप्ति के बाद मंदिरों के कपाट खुलेंगे और मंदिरों की शुद्धि पूजा होगी । नियमित पूजा अर्चना के बाद द्वार फिर से भकतों के लिए खोल दिए जाएंगे । चंद्र ग्रहण के समय निकलने वाली नकारात्‍मक ऊर्जा के प्रभाव के कारण ऐसा किया जाता है । हमारे शास्‍त्र आदि में ये सब बातें बताई गई हैं ।

पूर्णिमा के दिन ही पड़ता है चंद्रग्रहण
क्‍या आप जानते हैं कि चंद्रग्रहण पूर्णिमा के दिन ही पड़ता है । लेकिन ये हर पूर्णिमा पर हो ये जरूरी नहीं । आज भी गुरु पूर्णिमा का पावन दिन है । वहीं सूर्यग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन होते हैं क्योंकि चंद्रमा का आकार पृथ्वी के आकार के मुकाबले लगभग 4 गुना कम है । इसकी छाया पृथ्वी पर बहुत छोटी आकार की पड़ती है । पूर्णता की स्थिति में भी सूर्य ग्रहण पृथ्वी के एक छोटे से हिस्से से ही देखा जा सकता है । लेकिन चंद्र ग्रहण की स्थिति में धरती की छाया चंद्रमा के मुकाबले काफी बड़ी होती है । इसलिए  इससे गुजरने में चंद्रमा को अधिक समय लगता है ।