चैत्र नवरात्रि पर बन रहे 4 शुभ संयोग, इस विधि से करेंगे पूजा तो मिलेगा चौगुना फल

चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है, हर वर्ष की तरह इस बार भी आप अपने घर में घट्स्‍थापना करें ओर मां दुर्गा की आराधना कर इच्छित मनोरथ सिद्ध करें ।

New Delhi, Mar 24: चैत्र नवरात्र हिंदू कैलेंडर का पहला दिवस माना जाता है । यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार नव वर्ष की शुरुआत है । वर्षभ घर धन-धान्‍य से भरे रहें, सुख – संपदा का आगेमन आपके घर होता रहे इसके लिए साल के पहले नौ दिनों को नवरात्र के रूप में मनाया जाता है । नवरात्र के अंतिम दिन यानी कि नवमी को राम नवमी मनाया जाता है । शारदीय नवरात्र की ही तरह चैत्र नवरात्र में भी मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है । आगे जानिए इस बार नवरात्र किस प्रकार से आ रहे हैं और ये आपके लिए क्‍या विशेष योग लेकर आ रहे हैं ।

2 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं नवरात्र
इस बार 2 अप्रैल से मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि शुरू हो रहे हैं, जो कि 10 अप्रैल तक चलेंगे । इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है । इस दिन विधि विधान के साथ मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है. इस बार 9 दिन की नवरात्रि पड़ रही है । ज्योतिषाचार्यों के अनुसार चैत्र नवरात्रि में कई शुभ संयोग बन रहे हैं । इन शुभ योगों में कलश स्थापना और मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों को दोगुने फल की प्राप्ति होती है ।

चैत्र नवरात्रि के शुभ योग
इस बार चैत्र नवरात्रि के मौके पर एक-दो नहीं पूरे तीन शुभ योग बन रहे हैं । पहला है सर्वार्थ सिद्धि योग । इस योग को बेहद शुभ माना गया है । इस साल नवरात्रि के 9 दिनों में से 6 दिन यह शुभ योग बना रहेगा । नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि के अलावा 3, 5, 6, 9 और 10 अप्रैल को भी सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा । इस योग को लेकर मान्‍यता है कि ये योग भक्तों के सभी काम बनाने वाला योग माना जाता है । वहीं, इस योग में व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं ।

दूसरा शुभ योग है अमृतसिद्धि योग, 2 अप्रैल से शुरू हो रहे नवरात्रि के पहले दिन अमृतसिद्धि योग लग रहा है । मानयता है कि इस योग में सभी प्रकार के कार्य को शुभ माना जाता है । इस योग को अमृत फल देने वाला माना जाता है । आपको बता दें कि नवरात्रि शनिवार के दिन रोहिणी नक्षत्र में शुरू हो रहे हैं, जिसके कारण इसे अमृत सिद्धि योग कहा जाता है । तीसरा योग है, रवि योग । ये योग सभी कष्ट दूर करने वाला माना गाया है । माना जाता है कि इस योग में पूजा करने से शीघ्र फल की प्राप्ति होती है । ये शुभ योग 4, 6 और 10 अप्रैल को बन रहा है । चौथा शुभ योग है, रवि पुष्य योग । ये योग रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र होने से लगता है । इस योग में ग्रह प्रवेश, ग्रह शांति, शिक्षा, संबंधी मामलों के लिए अच्छा माना जाता है। नवरात्रि में ये योग 10 अप्रैल को बन रहा है ।