क्‍या आपके हाथ में है ये वाली रेखा, विष्‍णु रेखा धनवान बनाती है

हाथों की रेखाओं में छिपी हैं आपकी किस्‍मत की बातें, क्‍या आपके हाथों में तस्‍वीर में दिख रही रेखाएं हैं, अगर हां जानें ये विष्‍णु रेखा आपके लिए कितनी लकी हैं ।

New Delhi, Feb 15 : मनुष्‍य के कर्म ही उसके भाग्‍य का निर्धारण करते हैं । बिलकुल सही है ये बात, आपके कर्मों के अनुसार ही आपकी किस्‍मत की नींव रखी जाती है और समय के साथ-साथ इस नींव पर भव्‍य भवन का निर्माण होता जाता है । आपकी हथेली आपकी किस्‍मत से जुड़े कई राज खोलती हैं । हाथों में बनी रेखाएं समय के साथ और गहरी और साफ होती जाती हैं । इन सभी रेखाओं के कुछ ना कुछ मायने होते हैं, जिन्‍हें समझने के लिए आपको हस्‍त रेखा विज्ञान को समझने की आवश्‍यसकता होती है ।

क्‍या कहती हैं हाथों की रेखाएं ?
हमारे एक हाथ में 5 उंगलियां होती है, हथेली में आड़ी, टेढ़ी, सीधी असंख्‍य रेखाएं होती हैं । कई एक दूसरे को काटती हुई गजरती हैं तोकई एक दूसरे के ऊप्‍र गोल-गोल घेरे बनाती हुई जाती हैं । इन रेखाओं से कई बार विशेष प्रकार की आकृति बन जाती हैं । कहीं अंग्रेजी के अक्षर वी की आकृति तो कहीं क्रॉस के निशान । इन सभी निशानों के मायने होते हैं । जो आपके भूत, भविष्‍य और वर्तमान के बारे में कई बातें बताती हैं ।

अच्‍छी और बुरी रेखाएं
हथेली पर बनी रेखाएं आपकी किस्‍मत के लिखे के बारे में बताती हैं, जरूरी नहीं कि वो बिलकुल वैसा ही हो । क्‍योंकि किस्‍मत भी तब काम करती है जब आप कर्म करते रहें । कुछ रेखाएं शुभ होती हैं तो कुछ बहुत ही अशुभ भी मानी जाती हैं । लेकिन इन अच्‍छी-बुरी रेखाओं के बारे में जानकर इनके अनुसार जीवन का निर्वहन नहीं किया जा सकता है ।

हथेली पर मौजूद कुछ खास निशान
हस्‍तरेखा के बारे में जानने वालों ने हथेली पर शंख, चक्र, त्रिशूल, कमल आदि निशानों के बारे में जरूर सुना होगा । इन चिह्नों को बहुत ही शुभ माना जाता है । जिन लोगों की हथेली में ऐसे निशान जन्‍म से ही होते हैं वो किस्‍मत के धनी माने जाते हैं । लेकिन, ऐसा नहीं है कि इन्‍हें जीवन में कुछ करने की आवश्‍यकता नहीं पड़ती । इन्‍हें मेहनत भी उतनी ही करनी पड़ती है जितनी बाकी लोग करते हैं ।

बहुत कम लोगों के हाथ मे होता है विष्‍णु चिन्‍ह
हम जिस विष्‍णु चिन्‍ह की बात कर रहे हैं ये बहुत ही कम लोगों के हाथों में पाया जाता है  ।ऐसा निशान होना बहुत ही शुभ माना जाता है । विष्‍णु रेखा के बारे में लोगों की जानकारी इसीलिए बहुत कम है क्‍योंकि ये हर दूसरे या तीसरे व्‍यक्ति के हाथ में नहीं पाया जाता । इस चिन्‍ह के बारे में आपको अधिक जानकारी चाहिए तो आगे पढ़ें ।

क्या है विष्णु-चिह्न?
ज्‍योतिष और हस्‍तरेखा विज्ञान के अनुसार हथेली पर हृदय रेखा जब गुरु पर्वत पर जाकर दो भागों में बंट जाती है, जिसका एक सिरा ऊपर की तरफ तर्जनी और मध्यमा अंगुली के बीच की ओर और दूसरा सिरा हथेली पर तर्जनी अंगुली के नीचे गुरु पर्वत की ओर जा रहा होता है । इससे मार्क किया जाए, तो वहां अंग्रेजी के ‘वी’ अक्षर की तरह दिखने वाला एक चिह्न बनता है, यह भगवान विष्णु का चिह्न माना जाता है। इसे ही विष्णु रेखा भी कहते हैं।

विष्णु रेखा का ये है महत्व
जिस भी व्‍यक्ति के हाथ में विष्णु-चिह्न होता है उस पर भगवान की विशेष कृपा रहती है । ऐसा व्‍यक्ति जीवन में कठिन परिश्रम भी करता है लेकिन उसका फल उसे अवश्‍य प्राप्‍त होता है । ऐसे लोगों को हमेशा सच का साथ देना होता है । सत्‍य के मार्ग पर ना चलने वालों की विष्‍णु रेखा भी कोई मदद नहीं कर सकती ।

गलत करने पर दुष्‍परिणाम
विष्‍णु रेखा जिस भी व्‍यक्ति के हाथ में होती है उस पर भगवान विष्‍णु की नजर स्‍वयं बनी रहती है, ऐसा व्‍यक्ति कभी भी गलत काम नहीं कर सकता है । यदि वह कुछ भी अनैतिक करने का प्रयास करता है तो भगवान इसके दुष्‍परिणाम उस व्‍यक्ति को भोगने को देते हैं । ऐसे व्‍यक्ति ज्‍यादातर धर्म-कर्म के मार्ग में ही व्‍यस्‍त रहते हैं । सांसारिक जीवन उन्‍हें अधिक आकृष्‍ट नहीं करता ।

सम्‍मान प्राप्‍त करते हैं
विष्‍णु रेखा जिस व्‍यक्ति के हाथ में होती है वो समाज में विशेष सम्‍मान प्राप्‍त करता है । उसका यश, कीर्ति पूरी दुनिया में फैलती है । ऐसे लोगों की जीत सदैव निश्चित होती है । विरोधी इनके सामने अधिक समय तक टिक नहीं पाते । ये सदैव सत्‍य का साथ देते हैं । इनके दोस्‍तों को कभी किसी प्रकार की हानि नहीं होती । विष्‍णु रेखा वाले व्‍यक्ति जीवन में हर पथ पर सफल होते हैं ।