अपशब्‍दों का प्रयोग करते हैं तो पढ़ें, ये आप पर कैसे असर करते हैं

अकसर बातों में कई लोग अपशब्‍दों का प्रयोग करते हैं, जानते हैं इसका आप पर क्‍या असर होता है । अगर नहीं तो आज जानिए, आपके मुंह से निकला हुआ शब्‍द किस तरह आपको भी प्रभावित करता है ।

New Delhi, Mar 23 : मीठी वाणी बोलिए मन का आपा खोए, औरों को शीतल करे, आपहुं शीतल होय ।। आपने ये दोहा जरूर सुना होगा, जानते हें इसका अर्थ क्‍या है । इसका अर्थ है कि ऐसी वाणी बोलिए जिससे दूसरों का मन शीतल हो साथ ही आपको भी शीतलता मिले । जरा सोचिए जब आप ऊंची आवाज में बात करते हैं, या गाली गलौज के साथ बात करते हैं तो क्‍या होता है । आपके मन के भाव सब ग्रहों का खेल है, मन में गलत भाव तभी आते हैं जब ग्रह आपसे रूठ जाते हैं ।

कब दूषित होती है वाणी
शास्‍त्रानुसार कुंडली का दूसरा, तीसरा और आठवां भाव वाणी से सम्बन्ध रखता है ।  इन भावों में अशुभ ग्रह होने से वाणी दूषित हो जाती है । वाणी को दूषित करने के दो कारक है राहु और मंगल । इनके अशुभ प्रभाव व्यक्ति अंट शंट बोलने लगता है । शनि का प्रभाव हो तो व्‍यक्ति को ऐसी ही बोली बोलने की आदत पड़ जाती है । व्‍यक्ति की कुंडली में जब बुध का दोष हो तो मुंह से अपशब्‍द ही निकलते हैं ।

अपशब्द बोलने के नतीजे
अपशब्द बोलने वाला व्‍यक्ति मन से बहुत ही अशंत होता है । ऐसे व्‍यक्ति की आर्थिक स्थिति खराब रहती है और वो सफल होने में भी बहुत वक्‍त लगाता है । ऐसे व्‍यक्ति के जीवन में सुख दुख धूप और छाया के समान रहता है । अपशब्‍द कहने वाला व्‍यक्ति नकारात्‍मक ऊर्जा से घिरा रहता है, उसे मुंह और गले का रोग होने की आश्‍ंका सबसे ज्‍यादा रहती है ।

ये भी होती हैं समस्‍याएं
ग्रहों के दोष और कुंडली में परेशानी के चलते ऐसे व्‍यक्ति बुध के प्रकोप को सहते हैं । इससे याद्दाश्‍त में कमी, बुद्धि काम ना आना, दिमाग की परेशानी हो सकती है । व्‍यक्ति मानसिक रूप से कमजोर होने लगता है । ऐसे व्‍यक्ति को जीवन में पतन का सामना करना पड़ता है । अपशब्‍दों का प्रयोग करने से ऐसे व्‍यक्ति समस्‍याओं और चिंताओं में ही घिरे रहते हैं ।

बिन बुलाई आफत
अपशबदों का आप पर कितना बुरा प्रभाव पड़ता है ये आप इसी बात से जान सकते हैं कि जैसे ही आपने किसी को कुछ गलत कहा फज्ञैरन वहां से भी वैसी ही प्रतिक्रिया मिलनी शुरू हो जाती है । आप अपशब्‍द कहेंगे तो आपको भी बदले में वही मिलेगा । रोडरेज के मामले इसी बात का सबूत हैं, मामूली सी कहासुनी कब इतनी बड़ी बन जाती है कि एक व्‍यक्ति दूसरे की जान तक लेने पर उतारू हो जाता है ।

गुस्‍से पर काबू करें
अपशब्‍द वही लोग बोलते हैं जिन्‍हें बहुत अधिक गुस्‍सा आता है या फिर जिनकी बोली में ही ऐसे शब्‍द बसे होते हैं । रोजाना छोटे-छोटे उपाय कर आप अपनी इस आदत को बदल सकते हैं और ग्रहों को अपने अनुकूल करने की काशिश कर सकते हैं । रोज सुबह सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए । इसके बाद गायत्री मंत्र का पाठ करें । रोजाना गायत्री मंत्र पढ़ने से मन को शांति मिलती है ।

ये उपाय भी करें
रोजाना तुलसी के पत्‍तों का सेवन करें । अपना खानपान शुद्ध और सात्विक रखें, दूध से बने हुए पदार्थों का सेवन करें आपको बहुत लाभ होगा । आपको बहुत गुस्‍सा आता है तो हरे रंग के कपड़े पहनें । हरे रंग का एक रुमाल भी अपने पास रख सकते हैं, इससे आपका बुध ग्रह मजबूत होता है और आप मानसिक रूप से मजबूत होते हैं ।