रविवार के दिन भूलकर भी ना करें ऐसे काम, वरना मुश्किल में पड़ सकते हैं आप!

ज्योतिषशास्त्र में हर किसी के लिए कुछ खास बातें बताई गई हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि रविवार के दिन आपको क्या काम नहीं करने चाहिए। जानिए

New Delhi, Mar 10: ज्योतिषशास्त्र में हर किसी के लिए कुछ खास बातें बताई गई हैं। हर दिन के बारे में कुछ अलग लिखा गया है। आज हम आपको रविवार के बारे में बता रहे हैं। हर किसी की जिंदगी में हर दिन खास होता है। हर दिन के अच्छे और बुरे फायदे होते हैं। ऐसे में रवि वार को आपको क्या काम नहीं करने चाहिए इन बातों के बारे में हम आपको बता रहे हैं।

क्यों खास है ये दिन ?
रवि वार का दिन भगवान सूर्य का दिन होता है, इस दिन सूर्य ग्रह अपनी सबसे अधिक ऊर्जा लिए होता है। सूर्य ग्रह को सौरमंडल का राजा माना जाता है। नव ग्रह के सभी ग्रह सूर्य से ही अपनी ऊर्जा लेते हैं। संपूर्ण ब्राहमंड में सूर्य ही एकमात्र ऊर्जा का स्त्रोत है। शास्त्रों में कहा गया है कि सूर्य ग्रह की वजह से भी जीवन में कई तरह के बदलाव होते हैं।

ये बातें भी जान लीजिए
इसी सूर्य ग्रह की ऊर्जा से प्रजन, सृजन, उत्पत्ति और पुष्टिकरण तथा संहार का कार्य चलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी जातक की कुंडली में सूर्य की स्थिति हमेशा सही होनी चाहिए।कहा जाता है कि रवि वार को सूर्य अस्त से पहले नमक का उपयोग नहीं करना चाहिए। खासतौर पर तब, जब आपका रवि वार का व्रत होता है। शास्त्रों में इसे अशुभ माना जाता है।

मांस और मदिरा से दूर रहें
इसके अलावा शास्त्रों में ये भी कहा गया है कि रवि वार को रात होने से पहले संभोग नहीं करना चाहिए। इससे मन में नकारात्मक विचारधारा आ सकती है। इसके अलावा कहा गया है कि रवि वार के दिन किसी भी व्यक्ति को मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। शराब तो वैसे भी शरीर के लिए बेहद ही हानिकारक कही गई है।

इन दिन बाल ना कटवाएं
इसके अलावा कुछ और भी काम हैं। वैसे तो रवि वार के दिन हर कोई खुद को फ्री महसूस करता है और हफ्ते भर के लिए शेविंग या फिर बाल कटवा लेता है। लेकिन शास्त्रों में बताया गया है कि रवि वार के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।  इसके साथ ही कहा गया है कि रवि वार के दिन किसी को भी सरसों के तेल की मालिश नहीं करनी चाहिए।

दूध जलाने का काम ना करें
इसके अलावा रवि वार को दूध को जलाने का काम न करें, तांबे की चीजों का क्रय-विक्रय न करें। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो सौरमंडल में मौजूद हर एक ग्रह की अपनी एक खासियत है। शास्त्रों में ये बताया गया है कि कौन सा ग्रह इंसान को कैसा फल प्रदान कर सकता है। इसलिए हमें ये मालूम होना चाहिए कि हमें किस दिन कौन सा कार्य नहीं करना चाहिए, और क्या करना चाहिए।

भगवान सूर्य बरसाएंगे कृपा
रविवार का दिन भगवान सूर्य का दिन होता है, इस दिन सूर्य ग्रह अपनी सबसे अधिक ऊर्जा लिए होते हैं। सूर्य ग्रह को सौरमंडल का राजा माना जाता है। खास बात ये है कि नौ ग्रहों के सभी ग्रह सूर्य से ही अपनी ऊर्जा लेते हैं। पूरे ब्रहमांड में सूर्य ही एकमात्र ऊर्जा का स्त्रोत है। शास्त्रों में यह कहा गया है कि सूर्य ग्रह से प्रजनन, सृजन, उत्पत्ति और संहार का कर्म चलता है।