हर समस्‍या का है समाधान, दुर्गा सप्‍तशती के मंत्रों का ऐसे करें जाप

दुर्गा सप्‍तशती के मंत्रों का जाप आपको हर प्रकार की समस्‍याओं से उबार सकता है, इसमें संकलित मंत्र जीवन से जुड़ी हर परेशानी का समाधान देते हैं । आप भी जानें …

New Delhi, Mar 22 : हिन्दू धर्म में मंत्रों का बहुत महत्‍व है । हर ईश्‍वर से जुड़े मंत्र होते हैं जिनके उच्‍चारण मात्र से आपको सद्गति की प्रापित होती है । जीवन से जुड़ी समस्‍याओं का नाश हो जाता है । मंत्र जाप करने से पहले बस आपको उनका सही उच्‍चारण जान लेना होता है, उच्‍चारण सही ना हो तो मंत्रों का प्रभाव कम हो जाता है, या मात्र प्रभावहीन हो जाते हैं । दुर्गा सप्‍तशती मां आदिशक्ति भवानी के मंत्रों का संग्रह है इसमें संकलित मंत्र व्‍यक्ति को हर समस्‍या से उबार सकते हैं ।

मंत्रों में हैं शक्ति
भगवान श्री कृष्‍ण, भोलेनाथ, मां लक्ष्‍मी, गणेश पार्वती सभी देवों से मनोकामना मांगने के लिए अलग-अलग मंत्रों का प्रयोग किया जाता है । आज आपको बताते हैं मां दुर्गा के मंत्रों के बारे में । इन्‍हें दुर्गा सप्‍तशती भी कहा जाता है । मां दुर्गा के इन मंत्रों का जाप आपके आरोग्‍य की कामना, धन प्राप्ति की इच्‍छा, सुखी वैववाहिक जीवन की प्रापित कराता है ।

तुरंत असर दिखाते हैं ये मंत्र
शास्‍त्रों के अनुसार दुर्गा सप्‍तशती के मंत्र चमतकारी है, सच्‍ची श्रद्धा के साथ और पूर्ण विश्‍वास के साथ इन मंत्रों का जाप किया जाए कोई भी असंभव कार्य पूर्ण हो सकता है । ये मंत्र बहुत ही जल्‍द असर दिखाते हैं । नवरात्र के समय इन मंत्रों का जाप बहुत ही लाभकारी होता है । इन मंत्रों का जाप कोई भी कर सकता है । प्रात:काल या संध्‍याकाल के समय साफ वस्‍त्र पहनकर, नहा धोक मंत्र का जाप करने बैठें और लाभ प्राप्‍त करें ।

मंत्र इस प्रकार है
सबसे पहले जानिए वो मंत्र जो उन लोगों के लिए है जिनका अभी विवाह नहीं हुआ है और वो कामना करते हैं एक सुंदर और सुशील पत्‍नी की । मंत्र इस प्रकार है ।
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।
गरीबी दूर करने के लिए –
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो: स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि। दारिद्रयदु:खभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता।।

रोग नाश के लिए
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान् । त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।
बाधा शांति के लिए
सर्वाबाधाप्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि। एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वरिविनासनम्।।

भयमुक्ति और आत्‍मरक्षा के लिए मंत्र
शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके। घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च।।
स्वर्ग और मोह माया से मुक्ति के लिए
सर्वस्य बुद्धिरूपेण जनस्य हृदि संस्थिते। स्वर्गापर्वदे देवि नारायणि नमोस्तु ते।।

सामूहिक कल्याण के लिए मंत्र
देव्या यया ततमिदं जगदात्मशक्त्या निश्शेषदेवगणशक्तिसमूहमूत्र्या। तामम्बिकामखिलदेवमहर्षिपूज्यां भकत्या नता: स्म विदधातु शुभानि सा न: ।।
भय नाश के लिए
यस्या: प्रभावमतुलं भगवाननन्तो ब्रह्मा हरश्च न हि वक्तुमलं बलं च। सा चण्डिकाखिलजगत्परिपालनाय नाशाय चाशुभभयस्य मतिं करोतु।।

मोक्ष प्राप्ति के लिए
त्वं वैष्णवी शक्तिरनन्तवीर्या विश्वस्य बीजं परमासि माया। सम्मोहितं देवि समस्तमेतत् त्वं वै प्रसन्ना भुवि मुक्तिहेतु:।।
सपने में सिद्धि-असिद्धि जानने का मंत्र
दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।।

विपत्ति नाश के लिए मंत्र
देवि प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद प्रसीद मातर्जगतोखिलस्य। प्रसीद विश्वेश्वरी पाहि विश्वं त्वमीश्वरी देवि चराचरस्य।।
ऐसे सिद्ध करें मंत्र – बताए गए मंत्रों का प्रतिदिन 5 माला जाप करें । आपके मन को शांति मिलेगी और आपके मनोरथ अवश्‍य सिद्ध हो जाएंगे । इन मंत्रों का उच्‍चारण सही रखना आवश्‍यक है, इसलिए जप से पहले इन्‍हें अच्‍छे से पढ़ लें और समझ लें ।