रोज सुबह बोलिए गणेशजी के ये 12 नाम, घर में आएगी खुशहाली, पूरे होंगे हर काम

भगवान श्री गणेशजी प्रथम पूज्‍य देव हैं, इन्‍के दिव्‍य नामों का उच्‍चारण सुबह सवेरे करने से आपके दिन भर के सारे काम बनते चले जाएंगे और आपकी समस्‍याओं का समाधान होता चला जाएगा ।

New Delhi, Apr 12 : प्रथम पूज्‍य भगवान श्री गणेश आपके हर मनोरथ को पूरा करते हैं । सभी देवताओं में उनका सबसे पहले आहवाहन किया जाता है, सबसे पहले उनका आशीर्वाद लेकर ही किसी शुभ कार्य की शुरुआत की जाती है । ये तो आप भी जानते हैं कि हर रात नया सवेरा लेकर आती है, और इस सवेरे की शुरुआत शुभ नाम से हो तो फिर कहने ही क्‍या ।  जी हां भगवानगणेशजी के ऐसे ही दिव्‍य नामों के बारे में जानिए और इनका प्रतिदिन प्रात: काल में उच्‍चारण करें ।

श्रीगणेश अंक में बताए गए हैं 12 नाम
गणेशजी के ऐसे 12 नामों के बारे में आज आपको बताया जा रहा है जिनका जप रोजाना सुबह करने से आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी । ये 12 नाम आप प्रतिदिन पूजा के समय बोलें और अपनी सभी समस्‍याओं से मुक्ति पा लें । गणेश जी के दिव्‍य नाम आपके परिवार से जुड़ी, सेहत से जुड़ी, हर प्रकार की  प्रॉब्‍लम से मुकित देते हैं ।

ये हैं दिव्‍य नामों से युक्‍त मंत्र
गणेशजी के 12 दिव्‍य नामों से युक्‍त ये मंत्र इस प्रकार है । इस मंत्र का प्रयोग सही उच्‍चारण के साथ करें और शुभता लेकर आएं ।
प्रथमं वक्रतुण्ड च एकदन्तं द्वितीयकम्, तृतीयं कृष्णपिड्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम्।।
लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव च, सप्तमं विघ्नराजेन्द्रं धूम्रवर्ण तथाष्टमम्।।
नवमं भालचन्द्रं च दशमं तु विनायकम्, एकादशं गणपतिं द्वादर्श तु गजाननम्।।
द्वादशैतानि नामानि त्रिसंध्यं यः पठेन्नरः, न च विध्नभयं तस्य सर्वसिद्धिकरं परम्।।

मंत्र में बताए गए 12 नाम इस प्रकार हैं
मंत्र का जाप कठिन लग रहा हो तो आप मंत्र में शामिल इन नामों का उच्‍चारण करें । पहला नाम है वक्रतुण्ड, दूसरा एकदंत, तीसरा कृष्णपिड्गाक्ष, चौथा गजवक्त्र, पांचवां लंबोदर, छठा विकट, सातवां विघ्नराजेंद्र, आठवां धूमवर्ण, नौवां भालचंद्र, दसवां विनायक, ग्यारहवां गणपति और बारहवां नाम गजाजन है। इन नामों का उच्‍चारण कर आप अपने समस्‍त विघ्‍नों को दूर कर सकते हैं ।

इस प्रकार करें मंत्र जाप
सुबह सवेरे जल्‍दी उठें, अपनी दोनो हथेलियों को अपने मुंह के सामने लाएं और इन्‍हें देखते हुए चेहरे से स्‍पर्श कराएं । अब नहा-धोकर साफ वस्‍त्र धारण करें ओर पूजा में बैठ जाएं । पहले गणेश जी की पूजा करें और बताए गए 12 नामों को कम से कम 108 बार बोलें । मंत्र कह रहे हैं तो उसे भी कम से कम 11 बार कहें । इस प्रकार से आप विघ्‍नहर्ता क आह्वाहन कर अपने घर में सुखों की वर्षा प्राप्‍त कर सकते हैं ।

कर्ज मुक्ति के लिए जपें ये मंत्र
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा। अगर कभी व्यक्ति पर भारी कर्जा हो जाए। या यूं कहें कि आर्थिक परेशानियां आए-दिन दुखी करने लगे। तब गणेशजी की पूजा करें और इसके बाद गणेश कुबेर मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से व्यक्ति का कर्जा चुकना शुरू हो जाता है। इसके अलावा भगवान गणेश आपको धन के नए स्त्रोत प्राप्त करवाते हैं।