लक्ष्‍मी को आमंत्रित करता है ये रत्‍न, जानें इस रत्‍न के बारे में जरूरी बात

मोती बड़ा ही सामान्‍य और आसानी से मिलने वाला रत्‍न हैलेकिन क्‍या आप जानते हैं इसे पहनने से पहले आपको कुछ नियमों का ज्ञान होना अति आवश्‍यक है ।

New Delhi, Feb 19 : मोती, इसे अंग्रेजी में पर्ल कहा जाता है । मोती नवरत्‍नों में से एक माना जाता है, यह चंद्रमा का प्रतिनिधित्‍व करता है । मोती उन लोगों के लिए पहनना आवश्‍यक माना जाता है जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है । चंद्रमा को मजबूत करने के लिए मोती धारत करने की सलाह दी जाती है । कई लोग इसे यूं ही पहन लेते हैं क्‍योंकि ये दिखने में सुंदर लगता है । लेकिन आपके लिए ये जानना जरूरी है कि मोती पहनने के लिए कौन से कारक आवश्‍यक हैं । साथ ही इसे पहनने के दौश्रान किन नियमों का पालन जरूरी है ।

ये लोग पहनें मोती
ऐसे लोग जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है, उन्‍हें मोती पहनना चाहिए । कमजोर चंद्रमा व्‍यक्ति को दिमागी रूप से कमजोर बनाता  है । ये व्‍यक्ति के कार्य में खलल पहुंचाता है । तनाव का कारण बनता है साथ ही व्‍यक्ति की नौकरी आदि की उन्‍नति में बाधक होता है । चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए मोती पहनना आवश्‍यक माना गया है ।

धन की समस्‍या
यदि आप आर्थिक रूप से कमजोर हैं, बहुत परिश्रम के बाद भी आपको कोई परिणाम नहीं मिल पा रहा है तो मोती पहनने की सलाह आपको दी जा सकती है । मोती पहनना लक्ष्‍मी को आमंत्रित करना है, आपके घर धन धान्‍य के रुके हुए मार्ग खुलने लगते हैं । 
कुंडली में चन्द्रमा मजबूत हो तो  व्यक्ति को राज कृपा मिलती है । सरकारी कामों में फायदा होता है, व्‍यक्ति तनाव मुक्‍त हो जाता है । माता लक्ष्‍मी के आशीर्वाद से परिपूर्ण मोती आपकी हर प्रकार से सहायता करता है ।

सेहत से जुड़ी इन बातों में लाभदायक
अगर आप अनिद्रा और मधुमेह से परेशान हैं तो ये मोती पहनना आपको लाभ पहुंचाता है । मोती रत्न आप की याददाश्त को बढ़ाता है । ये आपके दिमाग को शांति प्रदान करता है । मोती पहनना आपके यौन जीवन के लिए भी लाभदायक है, इसे पहनने से दंपति के बीच प्‍यार का भाव बना रहता है । पति-पत्‍नी एक दूसरे से संतुष्‍ट रहते हैं ।

रत्‍न कब पहनें 
मोती ही नहीं, किसी भी रत्‍न को पहनने की सलाह तब दी जाती है
जब उनके भाग्‍य से जुड़ी कुछ मुश्किलें उन्‍हें सता रही होंया फिर जीवन में कुछ अच्‍छा करने की कोशिश करनी हो । ग्रह नक्षत्रों को प्रभावित करने वाले इन रत्‍नों में आपकी आस्‍था हो तो सुनी सुनाई बातों या फिर किसी के कहने पर इन्‍हें धारण ना करें । आपको रत्‍न विशेषज्ञ से मिलकर ही इन्‍हें धारण करना चाहिए ।

8 प्रकार के मोती 
सफेद मोती
सफेद रंग का ही होता हैइस रत्‍न को चंद्रमा का कारक माना जाता है । अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर हैआप बेहद गुस्‍सैल स्‍वभाव के हैं तो आपको इसे पहनने की सलाह दी जाती है । कुल 8 प्रकार के मोती बाजार में मिलते हैंकौन सा आपके लिए बेहतर ये आपको कोई रत्‍न विशेषज्ञ ही बता सकता है । लेकिन इन मोतियों को पहनने के फायदे अलग – अलग हैं ।

लग्‍नानुसार ही पहनें मोती  
ज्‍योतिष में मोती के जो 
8 प्रकार बताए गए हैं वो इस प्रकार हैं – शुक्ति मोतीसर्प मोतीबांस मोतीअभ्र मोतीगज मोतीशंख मोतीशूकर मोती और मीन मोती । ये सभी मोती अलग-अलग विषय हेतु पहनाए जाते हैं । व्‍यक्ति के लग्‍नानुसार इन्‍हें धारण किया जाता है । जब भी आप मोती लेने जाएं तो उसकी पहचान करना भी बेहद आवश्‍यक है ।

टूटा हुआ, फीका मोती ना पहनें
ध्‍यान रहे शुद्ध सफेद मोती टूटा हुआ नहीं होता और एकदम चमकदार होता है । उसे हल्‍का घिसकर देखें । कोई नकली परत ना लगी हो । मोती धारण करते हुए सावधानी रखनी बेहद जरूरी है । अगर आपने इसे स्‍वयं पहन लिया है और ये आपके लिए नहीं बना तो ऐसा माना जाता है कि ये आपसे खुद ही गुम हो जाएगा ।

इस दिन धारण करें मोती 
इसके अलावा सफेद मोती की अंगूठी को सोमवार के दिन धारण करना शुभ माना गया है । लेकिन इसे पहनने से पहले गंगाजल
दूधशहद और चीनी के मिश्रण में पूरी रात जरूर रखें और फिर सबसे छोटी उंगली में पहनें । ऐसा माना जाता हैं कि ये मोती की अंगूठी आपको 4 दिन में असर दिखाना शुरू कर देती हैं ।