एक मई से शुरू हो गया ज्येष्ठ अधिकमास,  प्रचंड गर्मी के साथ ग्रह-नक्षत्र भी आपकी परेशानी बढ़ाएंगे

ज्‍येष्‍ठ का महीना जिसे कई लोग जेठ का महीना भी कहते हैं । इस बार दो ज्‍येष्‍ठ मास पड़ रहे हैं । राशियों पर क्‍या होगा असर, क्‍या उपाय आप कर सकते हैं, आइए आपको बताते हैं ।

New Delhi, May 02 : हिन्दू कैलेंडर में, ज्येष्ठ या जेठ का महीना तीसरा महीना है । इस महीने सूर्य प्रचंड शक्तिमान होता है, इस महीने में भयंकर गर्मी का प्रकोप होता है । गर्मी से जल के स्रोत भी सूखने लगते हैं । हिंदी के जेठ महीने में सूर्य देव के साथ ही जल देव यानी वरुण देव की उपासना भी की जाती है । हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष दो ज्येष्ठ मास होंगे । एक ज्येष्ठ मास और दूसरा ज्येष्ठ अधिकमास । प्रचंड गर्मी के चलते परेशानी तो होगी ही साथ कामों में भी बहुत रुकावटें आएंगी ।

राशियों पर असर
ज्‍योतिा जानकारों के अनुसार इस महीने में सभी राशियों के लिए मुकिल भरे मौके आते रहेंगे । कुछ उतार-चढ़ाव से सभी गुजरना पड़ सकता है । इन महीनों में समय बहुत ही कठिन तरीके से गुजरेगा । सभी राशियों को नौकरी व्यापार में बहुत कठिनाई और संघर्ष रहेगा । आपकी नौकरी जा सकती है । हो सकता है चला चलाया व्यापार ठप्प हो जाएं । पैसे और सुख शांति की कमी रहेगी, सेहत को लेकर भी परेशान रहेंगे ।

हर तीसरे वर्ष एक अधिकमास
हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष 2018 में दो ज्येष्ठ माह होंगे. अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से साल के 365 दिन में ही यह तिथियां भी शामिल होंगी । हिंदू पंचांग के हिसाब से तीन वर्षों तक तिथियों का क्षय होता है । तिथियों का क्षय होते होते तीसरे वर्ष एक माह बन जाता है । क्षय तिथियां 3 साल तक जुड़कर एक महीने के बराबर हो जाता है । इस वजह से हर तीसरे वर्ष बाद एक अधिकमास आता है । वर्ष 2018 में 16 मई से 13 जून तक की अवधि में ज्येष्ठ अधिकमास की रहेगी । वैसे ज्येष्ठ माह इसके पूर्व  1 मई से प्रारंभ होकर 28  जून तक रहेगा ।

शास्‍त्रों में बताए उपाय करें
धर्म शास्‍त्रों में ज्‍येष्‍ठ अधिकमास के समय कुछ जरूरी उपाय बताए गए हैं, इनका पालन कर अधिकमास के दुष्‍प्रभावों से बचा जा सकता हैं । उनमें से कुछ उपाय है – सूर्य को जल जरूर चढ़ाना चाहिए । नारियल और लाल वस्त्र का दान करें । तीन महीने के लिए बुरी आदतों का त्‍याग करें । हर बुरी आदत से परहेज करें, संभव हो तो मांस से परहेज करें । ये सेहत के लिए भी सही है ।

धन के साथ आएंगी खुशियां भी
अधिकमास को विष्णु जी ने पुरुषोत्तम मास का नाम दिया है । इस महीने में किए गए कुछ उपाय आपको विष्‍णु जी की विशेष कृपा प्राप्‍त कराएंगे । तीन महीने गले में पीले धागे में आम की लकड़ी पहनें, इससे आपको लाभ होगा । चंदन का तिलक लगाएं, ये दिमाग को ठंडा रखता है । चंदन का इत्र लगाएं । हर गुरुवार को लक्ष्मी -विष्णु  जी को लडडू  चढ़ाएं ।