सूर्य देव को जल देते समय ध्यान रखें ऐसी बातें, वरना नहीं पूरी होती पूजा

Surya Dev

शास्त्रों में भी कहा गया है कि हर दिन सूर्य देव का जल देना चाहिये और बहुत से लोग इस नियम का पालन भी करते हैं।

New Delhi, Jan 08 : शास्त्रों में सूर्य देव को जल चढाने के कई फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है, ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को ग्रहों का राजा और मान-सम्मान का कारक ग्रह बताया गया है। अगर किसी इंसान की कुंडली में सूर्य की स्थिति अच्छी होती है, तो ऐसे शख्स को समाज में प्रसिद्धि मिलती है, शास्त्रों में भी कहा गया है कि हर दिन सूर्य देव का जल देना चाहिये और बहुत से लोग इस नियम का पालन भी करते हैं।

सूर्य को जल दें
सूर्य को जल देने से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में इसका लाभ मिलता है, अगर आप रोजाना सुबह स्नान के बाद सूर्य को जल देंगे, तो आपके जीवन में संपन्नता आएगी, water-to-sun-इसके साथ ही शास्त्रों के मुताबिक किसी शख्स की कुंडली में सूर्य की स्थिति अच्छी होती है, तो उस इंसान को समाज में खूब प्रसिद्धि मिलती है।

खास नियम
सूर्य देव को जल चढ़ाने के भी कुछ खास नियम है, ऐसा नहीं है कि जब आपका मन करे, तो आपकी उनकी पूजा करने लगे। Surya Namaskar1शास्त्रों के अनुसार सुबह स्नान के बाद सूर्य देव को जल चढाए, सुबह-सुबह जल चढाना शुभ और फलदायी माना जाता है। सुबह आठ बजे के बाद सूर्य को जल चढाना व्यर्थ है, इसलिये अगर आप जल देना चाहते हैं, तो सुबह पूजा करें।

तांबे के लोटे से जल चढाएं
कई लोग सुबह स्नान के बाद सूर्य देव को जल चढाते हैं, लेकिन वो या तो हाथ से ही या फिर स्टील या एल्युमिनियम के बर्तन से जल चढा देते हैं, Copperजबकि शास्त्रों के मुताबिक कभी भी सूर्य को स्टील या एल्युमिनियम के बर्तन से जल नहीं चढाना चाहिये। हमेशा स्नान के बाद उन्हें तांबे के लोट से जल अर्पित करें, खूब पुण्य मिलेगा।

जल में ये डाल दें
सूर्य देव को जल देने से पहले तांबे के लोटे में चुटकी भर रोली या फिर लाल चंदन मिला दें, इसके साथ ही लाल पुष्प भी जल में डाल दें। Surya Dev1शास्त्रों के मुताबिक ऐसे पूजा करने से और रोली मिला जल अर्पित करने से सूर्य देव काफी खुश होते हैं, और पूजा करने वाले इंसान के जीवन में चल रहे कुचक्र को समाप्त करते हैं।

मंत्रोच्चार करें
सूर्य देव को जल चढाते समय मंत्र का भी उच्चारण करें, जैसे ऊं भास्कराय नमः, ऊं आदित्याय नमः, ऊं खगाय नमः इत्यादि का जप जरुर करना चाहिये। Handlerशास्त्रों के मुताबिक बिना मंत्रोच्चार के सूर्य को जल देना व्यर्थ माना जाता है, इसलिये अगर चाहते हैं कि सूर्य शुभ फल दें, तो जल के साथ-साथ मंत्रोच्चार भी जरुर करें।

सात बार जल दें
ग्रहों के राजा को जल देते समय एक बार जल चढा कर छोड़ ना दें, सूर्य देव को 7 बार जल दें, इसके साथ ही मंत्र का जप करते रहे, तो ये विशेष लाभप्रद रहता है, Jalऐसी मान्यता है कि अगर आप सात बार जल अर्पित करते हैं, तो जल्द ही सूर्य देव आपकी मनोकामना को पूर्ण करेंगे।

लाल वस्त्र धारण करें
सुबह स्नान करने के बाद लाल वस्त्र धारण कर सूर्य देव की पूजा या उपासना करें, आपको बता दें कि जल अर्पित करने के बाद आप कपड़े बदल सकते हैं, Surya Namaskarअगर आपके पास साफ-सुथरा लाल वस्त्र नहीं है, तो कोई भी धुला हुआ साफ-सुथरे वस्त्र पहन लें और पूजा करें।

पवित्रता का रखें खास ध्यान
सूर्य की पूजा करते समय पवित्रता का खास ध्यान रखें, अगर आप इस बात का ध्यान ना रखेंगे, तो फिर पूजा का कोई मतलब नहीं रह जाता है, Sury 1इसलिये सुबह स्नान के बाद साफ-सुथरे धुले हुए कपड़े पहनकर ही जल अर्पित करें, या फिर पूजा करें, नहीं तो आपको कोई लाभ नहीं मिलेगा।