27 जुलाई को गुरु पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण का योग, ग्रहण के समय पति-पत्नी रहें एक दूसरे से दूर

इस बार 27 जुलाई को चंद्र ग्रहण पड़ रहा है, साथ ही इस दिन गुरु पूर्णिमा का भी शुभ योग है । जानिए इस दिन आपको किन बातों का ध्‍यान रखना और किन उपायों को कर आप इस दिन का लाभ प्राप्‍त कर सकते हैं ।

New Delhi, Jul 24 : 27 जुलाई, शुक्रवार की रात पूर्ण चंद्र ग्रहण हो रहा है। ये चंद्र ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा । ज्‍योतिषाचार्य की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अनुसार चंद्र ग्रहण भारत में करीब 3 घंटे 55 मिनट तक देखा जा सकेगा । ग्रहण करीब 11.54 बजे से शुरू होकर 28 जुलाई 2018 की सुबह 3.49 बजे तक रहेगा । चंद्र ग्रहण भारत के साथ ही अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, अफ्रीका, यूरोप, दक्षिण अमेरिका के मध्य और पूर्वी भाग में भी दिखाई देगा ।

गुरु पूर्णिमा भी इसी दिन
इस दिन गुरु पूर्णिमा का भी संयोग बन रहा है । ग्रहण के समय यानी 27 जुलाई की रात को आपके लिए कुछ ऐसे काम बताए गए हैं जिन्‍हें करने से आपको कई प्रकार से नुकसान हो सकता है । भविष्‍य में आपके लिए ये बातें अशुभ हो सकती है । इनसे बचने के लिए आगे बताई जा रही बातों को पढ़े और ध्‍यान में रखे । ज्‍योतिष में चंद्रग्रहण को बहुत ही खास समय माना गया है ।

पूजा पाठ नहीं करना चाहिए
सूतक काल में न करें पूजा-पाठ । आपको बता दें ग्रहण का सूतक ग्रहण शुरू होने से करीब 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है । इस काल में सभी तरह के पूजा आदि के काम नहीं किए जाते हैं । इसीलिए मंदिरों के पट भी इस समय बंद कर दिए जाते हैं।

मंत्रों का जाप
चंद्र ग्रहण के समय पूजा पाठ से जुड़े काई भी काम करने की मनाही होती है । लेकिन इस समय अपने ईष्‍अ को याद किया जा सकता है । ग्रहण के समय जोर-जोर से मंत्रों का जाप करना चाहिए । अगर मंत्र जाप करना हो तो किसी एकदम शांत जबह पर बैठकर धीरे-धीरे अपने इष्टदेव के मंत्रों का जाप करें । इससे आपको मानसिक शांति मिलेगी ।

ग्रहण काल में भोजन ना खाएं
ध्यान रखें ग्रहण के समय खाना खाने से भी बचना चाहिए । शास्‍त्रों के अनुसर इस दौरान ग्रहण किया गया भोजन अपवित्र और अशुद्ध हो जाता है । इसकी वजह से अपच जैसी पेट से संबंधित कोई बीमारी हो सकती है । ये बात वैज्ञानिकों द्वारा भी सिद्ध की गई है कि इस काल में ऐसी किरणें निकलती हैं या ऐसी ऊर्जा का प्रवाह होता है जो भोजन आदि को दूषित कर देता है ।

गर्भवती स्त्रियां रखें ध्‍यान
शास्‍त्रों में कहा गया है गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण काल में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए । ग्रहण के समय निकलने वाली नकारात्मक किरणें माता और उसके गर्भस्‍थ शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं । ग्रहण काल में बुरी शक्तियां पूरे प्रभाव में होती हैं, ये गर्भवती पर तुरंत हावी हो सकती हैं। इस वजह से ग्रहण के समय इन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।

पति-पत्‍नी ना बनाएं संबंध
ग्रहण काल में पति-पत्नी को एक दूसरे से दूर रहना चाहिए । इस काल में शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए । ऐसा इसलिए कहा गया है क्‍योंकि

इस समय में बने संबंध से पैदा होने वाली संतान को जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है । इतना ही नहीं पति-पत्नी की सेहत पर बुरा असर हो सकता है।