साल का पहला चंद्र ग्रहण, आज शाम करें इन 5 में से किसी एक मंत्र का जाप, होगा शुभ लाभ

आज 31 जनवरी है और सुबह 8.18 बजे से चंद्र ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ हो चुका है । आज के दिन बताए गए मंत्रों का जाप कर आप मनोकामना पूर्ति कर सकते हैं ।

New Delhi, Jan 31 : शास्‍त्रों में कहा गया है ग्रहण काल में किसी भी प्रकार का पूजा पाठ नहीं किया जाना चाहिए  । इस समय भगवान से जुड़ा कोई भी कम्र नहीं करना चाहिए । ये एक अशुभ काल होता है, जिसमें नकारातमक ऊर्जाएं अधिक बलवान होती हैं । ग्रहण काल में पूजा पाठ की तो मनाही है लेकिन इस काल में मंत्रों का जाप कर सकते हैं । मात्र जाप के साथ ध्‍यान लगाकर आप इस काल में भी शुभ फल की प्राप्ति कर सकते हैं । चंद्र ग्रहण के समय बताए गए मंत्रों का जाप आपको अक्षय पुण्‍य की प्राप्ति कराते हैं ।

तनाव दूर होता है मानसिक शक्ति बढा़ते हैं मंत्र
मंत्र का अर्थ ही होता है मन को एक तंत्र में स्‍थापित करना । अर्थात इधर धर भटक रहे मन को एक ही ऊर्जा की ओर केन्द्रित करना । मंत्र जाप से मनुष्‍य की मानसिक शक्ति बढ़ती है और वह तनाव से मुकत हो जाता है । आगे आपको कुछ सरल से मं9 बताए जा रहे हैं, जिनका जाप करके आप चंद्र ग्रहण काल के अशुभ फल का शुभ फल में बदल पाएंगे और मनोकामना पूरी कर सकेंगे ।

5 सरल मंत्र
आगे आपको देवी-देवताओं के 5 सरल मंत्र बताए जा रहे हैं । जिनका जप करके आप चंद्र ग्रहण के समय में नेगेटिव ऊर्जाओं से खुद को दूर रख पाएंगे । ये मंत्र इस प्रकार हैं ।
विष्णु मंत्र – ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय
श्रीकृष्ण मंत्र – क्लीं कृष्णाय नम:
श्रीराम मंत्र –  सीताराम
हनुमान मंत्र  ऊँ रामदूताय नम:
शिव मंत्र – ऊँ नम: शिवाय

ग्रहण का सूतक
चंद्र ग्रहण का सूतक सुबह 8 बजकर 18 मिनट से शुरू हो जाएगा जबकि ग्रहण की शुरुआत शाम 5:18 बजे से होगी। सूतक काल से मंदिरों के द्वार बंद कर दिए जाएंगे । रात 8:44 बजे ग्रहण हटने के बाद ही मंदिरों के द्वार खोले जाएंगे और मंदिरों में शुद्धिकरण होगा । शुद्धि के बाद मंदिरों में आरती होगी । इस दौरान मंदिरों में किसी के भी प्रवेश की मनाही होगी ।

3 घंटे का समय
ग्रहण का सूतक काल 5.18 बजे से शुरू होकर रात 8.44 बजे तक है । कुल 3 घंटा 26 मिनट तक चंद्र ग्रहण रहेगा । इस समय का सदुपयोगकरें । चंद्रग्रहण के समय बताए गए मंत्रों का जाप करें । आप किसी भी मंत्र का चुनाव कर सकते हैं । ध्‍यान रहे मंत्र जप से पहले आपका शुद्ध होना अति आवश्‍यक है । कम से कम 7 माला जाप अवश्‍य करें । मंत्र जप के समय खुद को तनाव में ना रखें, एकाग्र होकर मंत्र जाप करें ।

मंत्र जप कैसे करें
मंत्र का जाप मानसिक रूप से करना है । यानी आपको मंत्रों का उच्चारण मन ही मन करना है, मंत्रों का स्‍वर बाहर नहीं सुनाई देना चाहिए । मंत्र का जाप घर में किसी भी शांत जगह पर करें और साफ सुथरी जगह पर करें । जाप के लिए रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें । मंत्र जाप के बाद कुछ समय के लिए आप रुद्राक्ष की माला को धारण भी कर सकते हैं ।

मंत्र जाप के बाद ये करें
चंद्र ग्रहण का शुभ फल प्राप्‍त करने के लिए आप मंत्र का जाप करें इसके बाद सामर्थ्‍यानुसार दान पुण्‍य करें । सामर्थ्‍य हो तो किसी गरीब कोdaan कंबल दान जरूर करें । किसी भूखे को रात का खाना खिला दें, उसके परिवार को एक दिन के गुजर बसर के लिए कुछ पैसे दे दें । ऐसा करने से आप पर चंद्र ग्रहण का बुरा असर नहीं पड़ेगा ।

इन बातों का ध्यान रखें
चंद्रग्रहण के समय मूर्ति छूना, भोजन तथा नदी में स्नान करना वर्जित माना जाता है। सूतक काल के समय किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। भोजन ग्रहण करने और पकाने से दूर रहना अच्छा माना जाता है। देवी देवताओं और तुलसी आदि को स्पर्श नहीं करना चाहिए। सूतक के दौरान गर्भवती स्त्री का घर से बाहर निकलना और ग्रहण देखना वर्जित माना जाता है।

गंगाजल से करें ये काम
ग्रहण समाप्त होने के पश्चात् पुरे घर को गंगाजल से शुद्ध करना चाहिए और सूतक काल प्रारंभ होने से पूर्व दूध, जल, दही, अचार आदि खान-पान की सभी चीजों में कुशा या तुलसी के पत्ते दाल देने चाहिए। माना जाता है ग्रहण के दौरान खान पान की सभी चीजें बेकार हो जाती है और वे खाने लायक नहीं रहती। ऐसा करने से आप ग्रहण समाप्त होने के बाद इन्हें पुनः खा सकते है।