ये हैं भगवान शिव को प्रसन्न करने के बीज मंत्र, जीवन से हर दुख दूर होगा

कहा जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कुछ बीज मंत्र हैं। इन बीज मंत्रों का अगर सही तरह से जाप करें तो जीवन से हर दुख दूर होता है।

New Delhi, Jan 20: भगवान शिव को दुखों का हर्ता कहा गया है। उन्हें सुख देने वाला कहा गया है। अगर महादेव का ध्यान दिल से किया जाए तो इंसान का जीवन में असीम सुख की प्राप्ति होती है।शिव शंकर को भोलेनाथ इसलिए कहा जाता है क्योंकि थोड़ी सी प्रार्थना से भोलेनाथ जल्दी से अपने भक्त की पुकार सुन लेते है, भोलेनाथ की शक्तियां जितनी अनंत हैं, उतना ही सरल है उनका स्वरूप है।

दुखों के हर्ता हैं महादेव
आज हम आपको बता रहे हैं कि महादेव को प्रसन्न करने के लिए कौन कौन से बीज मंत्र हैं। इनका रोजाना पाठ करने से जीवन से हर दुख दूर होता है। इसी कड़ी में हम आपको शिव मंत्र बता रहे हैं, जिनका पाठ पूजा के बाद करना ही शुभ माना गया है। आइए आपको अब एक एक कर इन मंत्रों के बारे में जानकारी देते हैं। इनका पाठ करते वक्तड ध्यान लगाएं।

इस मंत्र का जाप करें
द: स्वप्नदु: शकुन दुर्गतिदौर्मनस्य, दुर्भिक्षदुर्व्यसन दुस्सहदुर्यशांसि। उत्पाततापविषभीतिमसद्रहार्ति, व्याधीश्चनाशयतुमे जगतातमीशः।। इस मंत्र का जाप रोजाना करें. इसका अर्थ है कि भोलेनाथ मेरे सभी बुरे सपनों, दुर्गति, अपशकुन, भूखमरी, मन की बुरी भावनाएं और चिंताओं को दूर करें। बीमारियों से रक्षा करे और मुझे सुरक्षित रखें।

ये है धार्मिक मान्यता
महादेव के लिए धार्मिक मान्यता है कि वो अपने भक्त के सभी सांसारिक दु:खों का नाश करते हैं। वो  सुख की कामनाओं को पूरा करते हैं। इसके अलावा भी महादेव के कई ऐसे मंत्र हैं जिनके जरिए आप अपनी समस्त समस्याओं से मुक्त हो सकते हैं। इनमें महामृत्युंजय मंत्र और पंचाक्षरी मंत्र सबसे बढ़कर और प्रभावशाली माने गए हैं।

महामृत्युंजय मंत्र के चमत्कार
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में प्रबल दुर्भाग्य है, तो उसे महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे बुरा योग टल जाता है और उस व्यक्ति पर किसी तरह का कोई अशुभ असर नहीं होता। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ इस मंत्र का जाप रोजाना करें और अपने जीवन में खुशियों का आगमन करें।

ये है लघु महामृत्युंजय मंत्र
जो लोग महामृत्युंजय मंत्र का जाप नहीं कर सकते, उन्हे लघु महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। कहा जाता है कि रात को 9 बजे बाद लघु महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। महादेव पर दूध मिश्रित जल चढ़ाने से बड़े से बड़ा रोग और संकट भी टल जाता है। ॐ जूं संः मंत्र का जाप करें।

पंचाक्षरी मंत्र प्रभावशाली है
इसके अलावा महादेव का पंचाक्षरी मंत्र भी है। इसके नियमित जाप करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। मृत्यु के पश्चात व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है। इन आसान उपायों से हर भक्त के लिए सुखों का भंडार खुल जाता है। शास्त्रों के अनुसार सांसारिक जीवन से जुड़ी कोई मुराद ऐसी नहीं है, जिसे भगवान शिव पूरी नहीं कर सकते।