पति-पत्‍नी की राशि एक ही हो तो क्‍या सुखी हो सकता है वैवाहिक जीवन ?

क्‍या हो अगर पति ओर पत्‍नी की एक ही राशि हो तो, क्‍या ऐसी जोडि़यों का जीवन सुखमय होगा । क्‍या वैवाहिक जीवन में कोई रुकावट आ सकती है । आगे जानिए एक ही राशि में विवाह करने के परिणाम क्‍या हो सकते हैं ।

New Delhi, May 18 : ज्‍योतिष में कुछ 12 राशियां बताई गई हैं, हर राशि के अपने स्‍वामी ग्रह हैं । सभी मनुष्‍यों को जन्‍मतिथियों ओर ग्रह दशा के अनुसार इन राशियों में बांटा गया है । राशियों में ग्रहों की स्थिति के अनुसार ही स्‍वभाव आदि का निर्माण होता है । हर राशि के व्‍यक्ति का स्‍वभाव दूसरी राशि के व्‍यकित के स्‍वभाव से भिन्‍न होता है । ऐसे में अगर बात वैववाहिक जीवन की हो तो क्‍या एक ही राशि में विवाह संभव है । आमतौर पर माना जाता है कि समान राशियों में विवाह तो दूर की बात है किसी भी रिश्‍ते में बनती ही नहीं है । आगे जानिए अगर एक ही राशि में विवाह हो तो क्‍या हो सकता है ।

मेष और मेष ( स्वामी ग्रह – मंगल)
ये मेहनती राशि है। अगर ये आपस में शादी करते हैं तो जीवन सुखी रहता है। जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को ये दोनों मिलकर पार कर लेते हैं । मेष और मेष राषि के जातकों को कोई कठिनाई नहीं होती ।
वृषभ और वृषभ (स्वामी ग्रह – शुक्र)
ये दोनों प्रेम से रहते हैं। इनका विवाह शुभ रहता है। इस राशि के जातकों को बेवजह मीन मेख ढूढ़ने की आदत होती है, इसलिए ये समान राशि में विवाह करें तो सब ठीक ही रहता है ।

मिथुन और मिथुन (स्वामी ग्रह – बुध)
ये राशि शांत, लेकिन चिंतित रहती है। अगर ये दोनों शादी करते हैं तो सुख में कमी रहती है। संतान सुख में भी समस्‍या हो सकती है  ।इस राशि के जातक दोहरे स्‍वभाव के होते हैं ।
कर्क और कर्क (स्वामी ग्रह – चंद्र)
अगर ये दोनों शादी करते हैं तो इनके बीच वाद-विवाद होता रहता है। चिंता बढ़ती है। कर्क राशि के जातकों को अपनी राशि के जातकों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए ।

सिंह और सिंह (स्वामी ग्रह – सूर्य)
कभी-कभी विवाद हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर जीवन सुखी रहता है। सिंह राशि अन्‍य राशियों से क्रोधी मानी जाती है, ऐसे में विवाद कभी बढ़ भी सकते हैं । रिश्‍ता संभालकर चलने में ही भलाई है ।
कन्या और कन्या(स्वामी ग्रह – बुध)
अगर ये दोनों शादी करते हैं तो इनके बीच असंतुष्टी का भाव रहता है।

तुला और तुला (स्वामी ग्रह – शुक्र)
ये लोग अपने जीवन में मस्त रहने वाले होते हैं। इनका वैवाहिक सुखी रहता है। तुला राशि की विशेषता है सब कुछ संतुलन में रखना । इस राशि के जातक एक दूसरे से विवाह करें तो ये सही रहता है ।
वृश्चिक और वृश्चिक (स्वामी ग्रह – मंगल)
इनके बीच विवाद ज्यादा होते हैं। चिंता और तनाव का सामना करना पड़ता है। इस राशि के जातकों को समान राशि में शादी बिलकुल नहीं करनी चाहिए ।

धनु और धनु (स्वामी ग्रह – गुरु)
अगर इनकी शादी होती है तो जीवन सुखी रहता है । ये दोनों राशियां एक दूसरे के लिए बहुत अधिक कंपैटिबल मानी जाती है । समझदारी के साथ ये अपने जीवन को आगे बढ़ाते हैं ।
मकर और मकर (स्वामी ग्रह – शनि)
ये लोग सुखी रहते हैं, इनकी शादी सफल रहती है । दांपत्‍य जीवन में किसी प्रकार की कोई रुकावट नहीं आती । स्‍वामी ग्रह शनि होने के कारण इनके जीवन में कोई मुश्किल नहीं होती है ।

कुंभ और कुंभ (स्वामी ग्रह – शनि)
ये राशि मेहनती होती है । अगर ये दोनों शादी करते हैं तो इनका जीवन आनंद में व्यतीत होता है । कुंभ राशि के जातक क्रोधी होते हैं लेकिन सही तरह से इन्‍हें समझाया जाए तो ये समझ भी जाते हैं ।
मीन और मीन (स्वामी ग्रह – गुरु)
इनका दांपत्य जीवन सुखी रहता है । इस राशि के जातकों में बहुत अधिक धैर्य होता है । दांपत्‍य जीवन को सुखी बनाए रखने का यही एक मूल मंत्र है ।