26 अप्रैल को बिल्कुल ना करें ऐसा काम, अगर किया तो आपके साथ हो सकता है बहुत बुरा

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एकादशी पर पान खाने की वजह से मन में रजोगुण की प्रवृत्ति को बढावा मिलता है, इसलिये मोहिनी एकादशी के दिन पान नहीं खाना चाहिये।

New Delhi, Apr 25 : 26 अप्रैल गुरुवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी है, इसे खास एकादशी को मोहिनी एकादशी कहते हैं, ज्योतिष के अनुसार इस एकादशी को कुछ विशेष काम नहीं करने चाहिये, इन्हें करने से प्राप्त किया गया पुण्य भी पाप में बदल जाते हैं, साथ ही आपके साथ कुछ बुरा भी हो सकता है, आइये आपको बताते हैं कि इस गुरुवार के दिन क्या-क्या नहीं करना चाहिये।

रात में सोना
मोहिनी एकादशी की रात में सोना नहीं चाहिये। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पूरी रात जागकर भगवान विष्णु की भक्ति करनी चाहिये, इससे भगवान खुश होंगे और आप पर कृपा बरसाएंगे, Sleepजिससे आपका जीवन आसान हो जाएगा। इसके साथ ही एकादशी के दिन या फिर रात में जुआ नहीं खेलना चाहिये। शास्त्रों में इसे सामाजिक बुराई बताया गया है, इसलिये भूलकर भी इस दिन ऐसा ना करें।

पान खाना और दातून करना
एकादशी पर पान खाने की वजह से मन में रजोगुण की प्रवृत्ति को बढावा मिलता है, इसलिये मोहिनी एकादशी के दिन पान नहीं खाना चाहिये, paan2ताकि आप मन शांत रहे और आप संयम में रहे। इसके साथ ही शास्त्रों के मुताबिक मोहिनी एकादशी पर दातून (मंजन) करने की भी मनाही है, इसलिये ऐसा बिल्कुल ना करें।

परनिंदा और चुगली करना
वैसे तो कभी भी परनिंदा (दूसरों की बुराई) नहीं करनी चाहिये, लेकिन खासकर मोहिनी एकादशी के दिन बिल्कुल नहीं करना चाहिये। Chugliपरनिंदा करने से मन में दूसरों के प्रति कटु भाव आ सकते हैं, इसलिये इस दिन भगवान विष्णु का ही ध्यान करना चाहिये। इस दिन चुगली करने से भी बचें, दूसरों की चुगली करने से मान-सम्मान में कमी आ सकती है, इसलिये सिर्फ एकादशी ही नहीं बल्कि दूसरे दिनों में भी किसी की चुगली ना करें।

चोरी करना
बचपन से ही आपको बताया गया होगा, कि चोरी करना बुरी बात है, ये पाप है, इसलिये सिर्फ एकादशी ही नहीं बल्कि अन्य दिनों में भी चोरी जैसा पाप कर्म करने से बचें। thiefऐसा करने से आपके द्वारा किया गया पुण्य भी पाप में बदल जाता है। इसलिये चोरी ना करें।

हिंसा करना और स्त्री संग
एकादशी के दिन किसी भी तरह की हिंसा नहीं करनी चाहिये, इससे मन में तरह-तरह के विकार आते हैं, इसलिये इससे बचना चाहिये। Romantic-coupleशास्त्रों के मुताबिक एकादशी को बहुत ही पवित्र तिथि माना गया है, इस दिन स्त्रीसंग नहीं करना चाहिये, इतना ही नहीं इस दिन इस विषय में सोचना भी नहीं चाहिये।

गुस्सा और झूठ बोलना
एकादशी के दिन किसी भी गुस्सा ना करें, अगर इस दिन किसी से कोई गलती हो भी जाए, तो उसे माफ कर देना चाहिये, इस दिन जितना संभव हो, अपना मन शांत रखें। fighting-coupleज्योतिष शास्त्र के अनुसार झूठ बोलना व्यक्तिगत बुराई है, जो झूठ बोलते हैं, उन्हें मान-सम्मान नहीं मिलता, इसलिये अन्य दिनों में भी कभी झूठ नहीं बोलना चाहिये।