26 जनवरी से पहले कर लें दुर्गा सप्‍तशती के इन मंत्रों का जाप, सुंदर पत्‍नी के साथ होगी धन की प्राप्ति

26 जनवरी तक माघ गुप्‍त नवरात्रि है, इन नौ दिनों में आप मां दुर्गा के विशेष मंत्रों का जाप करके अपनी कोई भी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं ।

New Delhi, Jan 19 : शास्‍त्रों में कहा गया है मंत्रों का सही उच्‍चारण और उनका नियमपूर्वक प्रयोग किसी भी मनुष्‍य को किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्‍त करा सकता है । मंत्रों में ब्रह्मांड को विजय करने की शक्ति होती है । सकारात्‍मक ऊर्जा के साथ इच्छित वर की प्राप्ति के लिए यदि उपयुक्‍त मंत्र का जाप किया जाए तो ब्रह्मांड की कोई ऊर्जा आपकी मनोकामना के पूर्ण होने से नहीं रोक सकती । हमारे शास्‍त्रों में कई मंत्र बताए गए हैं, लेकिन आपके लिए कौन सा मंत्र सही है इसका चुनाव सावधानी से करना आवश्‍यक है । साथ ही मंत्रों के जाप के साथ आपको कुछ नियमों का पालन करना भी बहुत जरूरी है ।

उच्‍चारण स्‍पष्‍ट होना आवश्‍यक
हिन्दू धर्म में मंत्रों का जाप करना अच्‍छे कर्मों में गिना गया है । आप मंत्र का जाप कर अपना भविष्‍य बेहतर बना रहे हैं । यदि आप मंत्रों का जाप   नहीं कर रहे हैं तो जीवन में दरिद्रता की ओर बढ़ रहे हैं । शास्‍त्रों में करोड़ों मंत्र कहे गए हैं, हर मंत्र का संबंध किसी ना किसी देव, देवी से होता है । इनका फल भी अलग-अलग है, लेकिन शुभ फल की प्राप्ति तभी होगी जब आप इनका सही उच्‍चारण कर प्रयोग करेंगे । अगर आप मंत्रों का गलत उच्‍चारण करेंगे तो इसके विपरीत असर के लिए भी आपको तैरूार होना चाहिए ।

सावधानी है जरूरी
आज हम आपको मां दुर्गा के कुछ मंत्र बताने जा रहे हैं । विधि-विधान से इनका प्रयोग किया जाए तो असर अचूक होता है । गुप्‍त नवरात्रि तंत्र साधना के लिए उपयुकत समय मानी गई है, इन नौ दिनों में आप मंत्रों का सही प्रयोग कर किसी भी समस्‍या से छुटकारा पा सकते हैं । जब भी इन मंत्रों को जाप करें कुछ नियमों का पालन जरूर करें । नियमों की अवहेलना आपको मंत्रों के शुभ फल से दूर कर सकती है ।

इन नियमों का अवश्‍य करें पालन
नियम मंत्रों का जाप हमेशा स्‍वच्‍छ होकर करें । मन और तन दोनों का निर्मल होना आवश्‍यक है । इसके लिए सुबह उठकर नहा-धेकर, साफ वस्‍त्र पहनकर पूजा के लिए तैयार होएं । मंदिर में या फिर जमीन में किसी स्‍वच्‍छ स्‍थान पर माता दुर्गा की तस्‍वीर स्‍थापित करें, कुशा का आसन बनाएं और उस पर विराजमान हो जाएं । अब लाल चंदन की माला से बताए जा रहे मंत्रों को सही उच्‍चारण के साथ जाप करें । कम से कम 108 बार जाप करना आवश्‍यक है ।

इस मंत्र से गरीबी होगी दूर
जीवन की आपाधापी में हर व्‍यक्ति धन कमाने की कोशिश में जुटा है । आपकी इस कोशिश को मंत्र जप कम समय में सफल कर सकता है । जानें धन प्राप्ति का ये अचूक मंत्र –
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो: स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि। दारिद्रयदु:खभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्द्रचित्ता।।
इस मंत्र से मिलेगी सुंदर पत्नी
सुंदर पत्‍नी का अर्थ सिर्फ बाहरी सुंदरता नहीं है । पत्‍नी मन से भी सुंदर हो इसके लिए इस मंत्र का जाप करें । पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।

आत्‍मरक्षा के लिए मंत्र
यदि आपको शत्रुओं का भय है तो यह मंत्र आपको रक्षाकवच प्रदान करेगा । शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके। घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च।।
स्‍वर्ग ओर मुक्ति प्राप्ति का मंत्र  
सर्वस्य बुद्धिरूपेण जनस्य हृदि संस्थिते। स्वर्गापर्वदे देवि नारायणि नमोस्तु ते।।
मोक्ष प्राप्ति का मंत्र
त्वं वैष्णवी शक्तिरनन्तवीर्या विश्वस्य बीजं परमासि माया। सम्मोहितं देवि समस्तमेतत् त्वं वै प्रसन्ना भुवि मुक्तिहेतु:।।

सभी के कल्‍याण के लिए करें इस मंत्र का जाप
हमें हमेशा ये ध्‍यान रखना जाहिए कि इस पृथ्‍वी पर हम अकेले नहीं है, सभी के कल्‍याण की भावना के साथ काम करने वाले मनुष्‍य को जीवन में हार का सामना नहीं करना पड़ता । सर्वकल्‍याण के इस मंत्र का जाप आपको आत्मिक शांति के साथ मानसिक शांति भी देता है ।
देव्या यया ततमिदं जगदात्मशक्त्या निश्शेषदेवगणशक्तिसमूहमूत्र्या। तामम्बिकामखिलदेवमहर्षिपूज्यां भकत्या नता: स्म विदधातु शुभानि सा न: ।।

सिद्धि-असिद्धि के बारे में सपने में जानने का मंत्र
आपको जो भी प्राप्‍त करना है उसका पूर्वाभास पाना चाहते हैं तो इस मंत्र का जप करें – दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।।
डर को भगाने के लिए
यस्या: प्रभावमतुलं भगवाननन्तो ब्रह्मा हरश्च न हि वक्तुमलं बलं च। सा चण्डिकाखिलजगत्परिपालनाय नाशाय चाशुभभयस्य मतिं करोतु।।
किसी भी प्रकार की बाधा शांति के लिए
सर्वाबाधाप्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि। एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वरिविनासनम्।।

रोगों के नाश के लिए
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान् । त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।
घोर विपत्तियों के नाश के लिए मंत्र
देवि प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद प्रसीद मातर्जगतोखिलस्य। प्रसीद विश्वेश्वरी पाहि विश्वं त्वमीश्वरी देवि चराचरस्य।।
बताए गए मंत्रों में से आप अपनी आवश्‍यकतानुसार किसी भी मंत्र का जाप कर सकते हैं । प्रतिदिन 5 माला जाप करना सर्वोत्‍तम रहेगा ।