घर में हवन कराने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, पुण्‍य फल पूरा मिलेगा

अगर आप अपने घर में हवन आदि कराने के बारे में सोच रहे हैं तो पहले ये जानकारी पढ़ लीजिए । हवन का पुण्‍य फल आपको पूरी तरह से प्राप्‍त हो इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्‍यान रखता होगा ।

New Delhi, May 23 : हिंदू धर्म में हवन, यज्ञ आदि की अपनी ही महत्‍ता है । शास्‍त्रों में कहा गया है होम-यज्ञ आदि करवाने से व्‍यक्ति के मनोरथ सिद्ध होते हैं, बुरी शक्तियों घर से दूर हो जाती हैं और घर में सकारातमक ऊर्जा का संचार होता है । धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर पर हवन कराने से पहले व्‍यक्ति को इससे जुड़ी सावधानी जरूर जान लेनी चाहिए, क्‍योंकि किसी भी अनुष्‍ठान से पहले कुछ बातों का ख्‍याल रखना बहुत जरूरी होता है ।

साफ-सफाई बहुत जरूरी है
जिस दिन आप घर में अनुष्‍ठान कर रहे हों उस दिन भगवान के स्थान पर विशेष रूप से सजावट करें । पूजा अर्चना की जगह को, घर में रखे मंदिर आदि को स्‍वच्‍छ रखें और साफ-सफाई का पूरा ध्‍यान रखें । घर को फूलों से सजाएं, दरवाजे पर तोरण लगाएं । दरअसल हवन का अर्थ ही है ईश्‍वर का आह्वाहन करना, तो आप भगवान को जिस जगह बुलाना चाहते हैं वहां की शुद्धता भी आपको रखनी ही होगी ।

यज्ञ पूर्ण होने तक उपवास रखें
यदि आपके घर में हवन पूजन का आयोजन है या फिर आप किसी ऐसे घर में जा रहे हैं जहां आपको हवन में शामिल होना है तो भी आपको उपवास रखना चाहिए । उपवास रखने से मन शांत होता हे, मन में अजीबो गरीब विचार नहीं आते हैं । हवन से पहले या बाद में गरीबों को भोजन कराना और उन्‍हें यथाशक्ति दान देना बहुत ही पुण्‍य फल देता है ।

हवन के लिए ये लकड़ियां
हवन में काम आने वाली लकड़ियों का ध्यान रखें। आम नीम, पैंया, पीपल की सूखी लकड़ियों का इस्तेमाल करें। दरअसल इन लकड़ियों में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो हवा को शुद्ध करने का भी काम करते हैं। यज्ञ में कपूर का इस्तेमाल जरूर करें। कहा भी गया है कि अगर स्मॉग, प्रदूषण और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों से बचना है, तो कपूर का इस्तेमाल करना चाहिए।

ब्राह्मण का चुनाव ध्‍यान से करें
सबसे खास बात ये कि यज्ञ करने के लिए सही ब्राह्मण का ही चुनाव करें । आजकल के उन ब्राह्मणों को पूजा – हवन के लिए ना चुनें जो मोबाइल पर श्‍लोक सुनाकर आपको इंप्रेस करे । ब्राह्मण वेद के ज्ञाता होने चाहिए । कई बार तो ब्राह्मण ही गलत मंत्रों का उच्चारण करते हैं, जिससे यज्ञ पर गलत असर भी पड़ सकता है। एक प्रकांड पंडित से ही यज्ञ करवाएंगे तो बेहतर होगा।