कलयुग में चमत्‍कारी है हनुमान चालीसा का पाठ, हर समस्‍या का समाधान इसी में है

हनुमान चालीसा का महात्‍म्‍य नहीं जानते हैं तो आगे पढ़ें, रोजाना बस एक बार इसका पाठ आपको कई मुश्किलों से पार लगा देगा । आगे जाने इससे जुड़ी बहुत जरूरी बातें ।

New Delhi, Mar 10 : हनुमान जी तक पहुंचने का रास्‍ता है हनुमान चालीसा । ये तुलसीदास की अवधी में लिखी एक काव्यात्मक रचना है । जिसमें प्रभु राम के महान भक्त हनुमान के गुणों एवं कार्यों का चालीस चौपाइयों में वर्णन किया गया है । यह अत्यन्त लघु रचना है जिसमें पवनपुत्र श्री हनुमान जी की सुन्दर स्तुति की गई है । इसमें बजरंग बली‍ की भावपूर्ण वंदना के साथ श्रीराम का व्यक्तित्व भी सरल शब्दों में उकेरा गया है । हिंदु धर्म में हनुमान चालीसा का पाठ बहुत ही शुभ और लाभदायक माना गया है ।

हनुमान भक्ति का सबसे सरल रास्‍ता
आप हनुमान की भक्ति में खोना चाहते हैं, उन तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं, हनुमान चालीसा का पाठ रोजाना करना शुरू कर दें ।hanuman ji (1) मन में स्‍वयं ही पॉथ्‍जटिव विचार आने लगेंगे और जीवन में सब कुछ अच्‍छा होने लगेगा । हनुमान चालीसा के पाठ से भय दूर होता है, क्लेष मिटते हैं। इसके गंभीर भावों पर विचार करने से मन में श्रेष्ठ ज्ञान के साथ भक्तिभाव जाग्रत होता है।

हनुमान चालीसा की चौपाईयां
हनुमान चालीसा की हर चौपाई में हनुमान की भक्ति और उनके पराक्रम को बताया गया है । चालीसा के अंत में 38वीं चौपाई में कहा गयाhanuman ji (4) है – जो सत बार पाठ कर कोई । छूटहि बन्दि महा सुख होई । अर्थात जो भी इस चालीसा का 7 बार पाठ करता है उसे सभी दुखों को हनुमान दूर कर देते हैं । मन में सच्‍ची श्रद्धा रखें और प्रेम भाव रखें । भक्ति भाव के साथ ईश्‍वर से प्रार्थना करें ।

इन चौपाईयों का अर्थ भी जानें
नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बल बीरा।। … हनुमान जी का एक प्रसंग तो आपको याद ही होगा । संजीवनी बूटी को, जबhanuman ji (2) उन्‍हें पर्वत पर असली संजीवनी बूटी समझ नहीं आई तो वो पूरा पहाड़ ही उठा लाए । बस ऐसा ही कुछ हनुमान चालीसा की इस चौपाई में कहा गया है । आपको कितना भी भयंकर रोग क्‍यों ना हो गया हो, अगर आप हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे तो हनुमान जी आपके सारे दुखों को दूर कर देंगे ।

आपके दुखों का समाधान
अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।। … हनुमान चालीसा की इस चौपाई में समझाने की कोशिश की गई है कि – हनुमान जी सर्वत्र व्‍याप्‍त है । वो कलयुग में भी हर भक्‍त की मदद को तैयार रहते हैं । ऐसा ही इस चौपाई में कहा गया है – हनुमान जी अष्ट-सिद्धि और नौ निधि के दाता हैं । उन्हें हर तरह की सिद्धि प्राप्‍त है। इसलिए उनके स्‍मरण मात्र से सब दुखों का अंत हो जाता है । जीवन की कठिनाईयां कम होने लगती हैं ।

भक्ति में शक्ति
विद्यावान गुनी अति चातुर। रामकाज करीबे को आतुर।। हनुमान चालीसा की इन चौपाइयों में विद्या वान होने और आपकी कई समस्‍याओं को दूर करने की बात कही गई है । ये तो सभी जानते हैं हनुमान जी भगवान राम के हर काम को करने को हमेशा तत्‍पर रहते थे, ठीक वैसे ही हनुमान जी की आराधना से आप भी उनके जैसे ही चतुर, विद्या वान हो जाएंगे ।

शत्रुओं का नाश होगा
भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्रजी के काज संवारे।। भगवान राम के काम संवारने वाले हनुमान जी के आगे भला कौन टिक पाएगा । Hanuman (3)अगर आप हनुमान जी की पूजा आराधना करते हैं तो आपके जीवन से शत्रुओं का नाश होगा । आपके सभी काम बनने लगेंगे । नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें और इस चौपाई को तो कंठस्‍थ कर लें ।

शनिदेाष से मुक्‍त हो जाएंगे
किसी व्‍यक्ति पर शनि संकट छाया हुआ है तो उसे हनुमान चालीसा का पाठ प्रत्‍येक शनिवार को करना चाहिए । ये शनि की बाधा से मुक्ति करता है । शनिदोष को दूर करता है । किसी तरह के भय, डर से ग्रसित हैं तो हनुमान चालीसा का पाठ करें आप भयमुक्‍त हो जाएंगे । प्रतिदिन नियम से इसका पाठ करें, धन संबंधी परेशानियां, सेहत से जुड़ी समस्‍याएं, दांपत्‍य से जुड़ी समस्‍याएं सब दूर हो जाएंगी ।