भिखारी को भी करोड़पति बना सकते हैं श्रीकृष्ण के यह आसान से मंत्र, जानें इनका प्रयोग कैसे करते हैं

हिंदू धर्म शास्‍त्रों में मंत्रों का बहुत महत्‍व है, जानिए श्रीकृष्ण के उन मंत्रों के बारे में जो आपको रंक से राजा की पदवी दिला सकते हैं ।

New Delhi, Feb 23 : श्रीकृष्‍ण, ये नाम स्‍वयं में ही एक मंत्र है । शास्‍त्रों में कहा गया है सिर्फ श्रीकृष्‍ण के नाम मात्र का जाप कर लेने से व्‍यक्ति के सारे कष्‍ट कट जाते हैं । इस नाम में पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ है । प्रतिदिन इस मंत्र का 108 बार जाप करने से आपके मनोरथ सिद्ध हो सकते हैं । कृष्‍ण भगवान विष्‍णु के आठवें अवतार माने जाते हैं । कृष्‍ण को मानने वाले भारत तक ही सीमित नहीं हैं, पूरी दुनिया में इनके नाम की महिमा है । लोग इन्‍हें प्रेमी-प्रेमिकाओं की तरह पूजते हैं । जानिए उन मंत्रों के बारे में जिनका प्रयोग सही प्रकार से करके आप जीवनभर के लिए

श्रीकृष्ण का पहला मंत्र
“कृं कृष्णाय नमः” , शास्‍त्रों के अनुसार यह प्रभु का बताया मूलमंत्र है । इसका प्रयोग करने से व्‍यक्ति को धन की प्राप्ति होती है । रुका हुआ धन  प्राप्‍त होता है । इस मंत्र का जाप करने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है । इस मंत्र का लाभ पाना चाहते हैं तो प्रतिदिन प्रातःकाल में स्‍नान आदि के बाद इस मंत्र का 108 बार जाप करें । यह मंत्र सभी बाधाओं और कष्‍टों से मुक्ति दिलाता है ।

कार्य सिद्धि मंत्र
“ऊं श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा”, यह श्रीकृष्ण का सप्तदशाक्षर महामंत्र है । दूसरे मंत्रों को जहां 108 बार ही जपने को कहा जाता है वहीं इस महामंत्र का पांच लाख जाप करने से ही ये सिद्ध हो जाता है । ये मंत्र ऐसा वैसा मंत्र नहीं है, ये मंत्र आपको करोड़पति बना सकता है । जिस व्यक्ति को यह मंत्र सिद्ध हो जाता है उसे करोड़पति होने से कोई नहीं रोक सकता।

अपार धन की प्राप्ति के लिए जपें यह मंत्र
“गोवल्लभाय स्वाहा” मात्र दो शब्‍दों का ये मंत्र आपको अपार धन की प्राप्ति करा सकता है । उच्चारण के समय एक भी अक्षर गलत पढ़ने से आपको इसका लाभ प्राप्‍त नहीं होता । इस मंत्र का अधिक से अधिक बार जाप करें । मंत्र का उच्‍चारण सही करना आवश्‍यक है, आप इसे कभी भी, कहीं भी बोल सकते हैं । कम से कम सवा लाख बार इसका जाप करेंगे तभी ये सिद्ध हो पाएगा ।

चौथा मंत्र इस प्रकार है
“गोकुल नाथाय नमः”, इस मंत्र का जाप करने वाले व्‍यक्ति पर श्रकृष्‍ण स्‍वयं कृपा करते हैं । उस व्‍यक्ति के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं और सारी अभिलाषाएं पूरी हो जाती है । धन से संबंधित इच्‍छा हो या भौतिक सुखों से जुड़ी कोई मनोकामना , कृष्‍ण सब पूरी करते हैं । इस मंत्र का सही प्रकार से उच्‍चारण करना आवश्‍यक है । मंत्र को समझकर ही इसका जाप करना शुरू करें ।

पांचवां मंत्र
“क्लीं ग्लौं क्लीं श्यामलांगाय नमः”, आपकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है तो इस मंत्र का प्रयोग करना अतिलाभदायक माना गया है । जिस भी साधक को ये मंत्र सिद्ध हो जाता है उसे सुख और संपदा की प्राप्ति होती है । यह मंत्र आपके जीवन के कष्‍टों को दूर करता है । जीवन में कछुए की चाल से चल रहे विकास को प्रगति की रफ्तार देता है ।

विवाह हेतु करें इस मंत्र का जाप
प्रेम विवाह करना चाहते हैं लेकिन घर-परिवार की सहमति भी चाहते हैं तो निराश ना हों । श्रीकृष्‍ण का अगला मंत्र आपकी प्रेम विवाह की मनोकामना को पूर्ण करेगा । मंत्र इस प्रकार है – “ॐ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय” । इस मंत्र को 108 बार जपें, रोजाना इस मंत्र का जाप करें, कृष्‍ण की आराधना करें । आपको जल्‍दी ही इसके फल्‍ मिलने शुरू हो जाएंगे । घर में आपके रिश्‍ते को पूर्ण करने के लिए माहौल बनना शुरू हो जाएगा ।

प्रभावी मंत्र
जो लोग वाणी से जुड़े क्षेत्र में हैं उनके लिए यह मंत्र अचूक है । मंत्र इस प्रकार है “ऐं क्लीं कृष्णाय ह्रीं गोविंदाय श्रीं गोपीजनवल्लभाय स्वाहा ह्र्सो”, उच्‍चारण में कठिन इस मात्र का जाप आपको आपकी समस्‍याओं से मुक्ति देता है । आप जो भी चाहें इस मंत्र में आपको वो देने की क्षमता होती है । श्रीकृष्‍ण के मंत्रों का जाप कर आप परमसुख की प्राप्ति कर सकते हैं ।