रविवार, छुट्टी के साथ इस दिन का धार्मिक और आध्‍यात्मिक महत्‍व, करें लाभ की प्राप्ति

रविवार दिन की महिमा और इस दिन किए जाने वेले उपायों के बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे, खास बात ये संडे को अगर आप ये उपाय आजमाएंगे और लगातार करते रहेंगे तो आपकी तिजोरी कभी खाली नहीं होगी … 

New Delhi, Aug 05 : रवि वार का दिन भगवान सूर्य का दिन होता है, इस दिन सूर्य ग्रह अपनी सबसे अधिक ऊर्जा लिए होता है। सूर्य ग्रह को सौरमंडल का राजा माना जाता है। नव ग्रह के सभी ग्रह सूर्य से ही अपनी ऊर्जा लेते हैं। संपूर्ण ब्राहमंड में सूर्य ही एकमात्र ऊर्जा का स्त्रोत है। शास्त्रों में कहा गया है कि सूर्य ग्रह की वजह से भी जीवन में कई तरह के बदलाव होते हैं।

 जल अर्घ्य
हमारे शास्त्रों और पुराणों में सूर्यदेव को अर्घ्य देने का बहुत महत्व बताया गया है। हर दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहनें। उसके बाद तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल फूल, चावल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें साथ में सूर्य मंत्र का जाप भी करें। ऐसा करने से आयु, आरोग्य, धन, धान्य, पुत्र, मित्र, तेज, यश, विद्या, वैभव और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

इन नियमों का करें पालन
सूर्यदेव को जल अर्पित करने के साथ साथ कुछ नियमों का भी पालन करना होता है, हर दिन सूर्योदय से पहले उठकर शौच और स्नान से निवृत्त होकर साफ कपड़े पहनने चाहिए। स्नान करने के बाद सूर्यदेव को तीन बार अर्घ्य देकर प्रणाम करें। शाम के समय भी सूर्य देव को अर्घ्य देकर नमस्कार करें।

इन मंत्रों का करें उच्चारण
सूर्यदेव को जल अर्पित करते समय जिसे अर्घ्य देना भी कहते हैं, आपको सूर्य मंत्र का उच्चारण करना होगा. साथ ही आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। नेत्र रोग, अंधेपन अौर स्वास्थ्य लाभ के लिए नेत्रोपनिषद् का प्रतिदिन पाठ करें। रविवार के दिन तेल, नमक का सेवन न करें अौर एक समय ही भोजन करें। हर संडे को ये उपाय करें फल जरूर मिलेगा।

इन दिन बाल ना कटवाएं
इसके अलावा कुछ और भी काम हैं। वैसे तो रवि वार के दिन हर कोई खुद को फ्री महसूस करता है और हफ्ते भर के लिए शेविंग या फिर बाल कटवा लेता है। लेकिन शास्त्रों में बताया गया है कि रवि वार के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए। इसके साथ ही कहा गया है कि रवि वार के दिन किसी को भी सरसों के तेल की मालिश नहीं करनी चाहिए।

दूध जलाने का काम ना करें
इसके अलावा रवि वार को दूध को जलाने का काम न करें, तांबे की चीजों का क्रय-विक्रय न करें। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो सौरमंडल में मौजूद हर एक ग्रह की अपनी एक खासियत है। शास्त्रों में ये बताया गया है कि कौन सा ग्रह इंसान को कैसा फल प्रदान कर सकता है। इसलिए हमें ये मालूम होना चाहिए कि हमें किस दिन कौन सा कार्य नहीं करना चाहिए, और क्या करना चाहिए।

भगवान सूर्य बरसाएंगे कृपा
रविवार का दिन भगवान सूर्य का दिन होता है, इस दिन सूर्य ग्रह अपनी सबसे अधिक ऊर्जा लिए होते हैं। सूर्य ग्रह को सौरमंडल का राजा माना जाता है। खास बात ये है कि नौ ग्रहों के सभी ग्रह सूर्य से ही अपनी ऊर्जा लेते हैं। पूरे ब्रहमांड में सूर्य ही एकमात्र ऊर्जा का स्त्रोत है। शास्त्रों में यह कहा गया है कि सूर्य ग्रह से प्रजनन, सृजन, उत्पत्ति और संहार का कर्म चलता है।