बिना नहाए करें ये शुभ काम, चमकेगी किस्‍मत होगा भाग्‍योदय, स्त्री-पुरुष कोई भी कर सकता है

ऐसे लोग जिनकी कुंडली में ग्रहों से संबंधित दोष हैं वह सभी इसे जरूर पढ़ें, ये शुभ  उपाय आपकी सभी मुश्किलों का समाधान करने में सक्षम हैं ।

New Delhi, Jan 26 : कुंडली में ग्रह दोष दूर करने के कई उपाय बताए जाते हैं  विशेष तौर पर तब जब व्‍यक्ति की कुंडली में नौ ग्रहों से संबंधित कोई दोष हो, काम में मन ना लग रहा हो, अथक परिश्रम के बाद भी मेहनत का फल ना मिल रहा हो या फिर घर परिवार में बेवजह की शांति, कलेश रहता हो । कुंडली के ऐसे ही दोष और आपके जीवन से दुभाग्‍य के अंधकार को दूर करने के लिए कुछ कार्य करने की सलाह आपको दी जाती है । ऐसे शुभ कार्य नहा धोकर करना चाहिए, लेकिन आज हम आपाक ेजो कार्य बता रहे हैं वो सुबह उठते ही आपको करने हैं, वो भी बिना नहाए हुए ।

पहला कार्य
आप स्‍त्री हैं या पुरुष ये कार्य आप दोनों को ही लाभ देगा । सुबह उठते ही एक मंत्र का जाप आपको सभी देवी देवताओं की कृपा, आशीर्वाद दिलाएगा । इस मंत्र का जाप करने से आपकी सुबह ऊर्जावान होगी और आप निश्चिंत होकर जीवनपथ पर आगे बढ़ने की ओर काम कर पाएंगे । ये मंत्र इस प्रकार है –
ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानुः शशी भूमिसुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्रः शनि राहुकेतवः कुर्वन्तु सर्वे ममसुप्रभातम्॥

इस मंत्र का अर्थ
जैसा कि आप मंत्र के उच्‍चारण से ही समझ गए होंगे । इस मंत्र में समस्‍त देवी देवताओं और ग्रहों का आह्वाहन किया गया है और सुबह को मंगलकारी बनाने के लिए प्रार्थना की है । इस मंत्र का अर्थ यह है कि ब्रह्मा, विष्णु, शिव, सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु ये सभी मेरे प्रातःकाल यानी सुबह को मंगलमय बनाएं। इस मंत्र का उच्‍चारण साफ शब्‍दों में करें, उच्‍चारण में गड़बड़ी ना करें ।

दूसरा कार्य
शास्‍त्रों में कहा गया है कि हमारे हाथों के अग्रभाग में देवी लक्ष्मी, मध्य में सरस्वती और हाथ के मूलभाग में भगवान विष्णु का वास है । सुबह-सवेरे जागते ही एक काम जो आपको इन सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्‍त कराता है वो आगे बताया जा रहा है । सुबह उठते ही अपनी दोनों हथेलियों को देखें और इस मंत्र का जाप करें –
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले तू गोविंद: प्रभाते करदर्शनम्॥

मंत्र जाप के बाद करें ये काम
इस मंत्र को बोलने के बाद अपने दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में रगड़े और हथेली को चेहरे पर लगाएं । इस मंत्र को कहने से आपको देवी लक्ष्‍मी, मां सरस्‍वती और भगवान विष्‍णु की कृपा प्राप्‍त होती है । पूरा दिन ऊर्जावान रहता है, आप किसी भी काम को सकारातमक तरीके से कर पाते हैं । साथ ही पूरा दिन आपके अंदर एक उत्‍साह बना रहता है । मन में किसी के लिए बैर भाव उत्‍पन्‍न नहीं होते ।

ब्रह्म मुहूर्त में छोड़ दें बिस्‍तर
बिना नहाए तीसरा काम जो आपको करना है और जिसे शास्‍त्रों में सबसे अधिक शुभ बताया गया है वो सूर्योदय से ठीक पहले बिस्‍तर छोड़ देना । जिस व्‍यक्ति ने सूर्योदय से पहले बिस्‍तर त्‍यागना सीख लिया उसका जीवन में कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है । प्रात:काल का ये समय सबसे शुद्ध होता है, इस समय में ज्ञान की वृद्धि होती है और सौभाग्‍य की प्राप्ति होती है ।

भूमि प्रणाम
सुबह उठने के बाद जमीन पर पैर रखने से पहले भूमि प्रणाम करें । भले आप 21वें माले की इमारत में रहते हों लेकिन भूमि को छूकर उसका आशीर्वाद जरूर लें । व्‍यक्ति का अपनी मिट्टी से जुड़े रहना आवश्‍यक है, हमें ये पता होना चाहिए कि हमें इस धरती पर अपना समय समाप्‍त कर वापस इसी मिट्टी में मिल जाना है । सुबह उठते ही जमीन को छूकर उसका आशीर्वाद लें, और दिन के मंगल होने की कामना करें ।

बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद
अगर आप अपने मात-पिता के साथ रहते हैं तो सुबह उठकर सबसे पहले उनका आशीर्वाद लें । बड़े-बुजुर्गों के आशीर्वाद से घर पर खुशियां बनी रहती हैं । आप बुरी विपत्तियों से बचे रहते हैं । हिंदू धर्म में बड़े-बुजुर्गों को भगवान का दर्जा दिया गया है । अगर आप अपने माता-पिता की सच्‍चे मन से सेवा करते हैं तो आपको ईश्‍वर की आराधना की भी जरूरत नहीं । सुबह उठते ही भगवान को याद कर अपने घर के बड़ों का आशीर्वाद जरूर लें ।

सुबह उठकर ना करें ये काम
वास्‍तु शास्‍त्र में सुबह उठते ही अपना चेहरा आईने में देखने की मनाही है । ऐसा करना आपकी दिनचर्या पर बुरा असर डालता है । वास्‍तु के अनुसार मनुष्‍य जब सुबह उठता है तो वो नकारात्‍मक ऊर्जाओं के प्रभाव में रहता है । ऐसे में सुबह उठते ही खुद को आईने में देखना सीधा हम पर असर करता है । पूरे दिन को बेहतर बनाना चाहते हैं तो ऐसा ना करें ।