पति-पत्नी ना करें ये गलतियां, नहीं तो दांपत्य जीवन हो सकता है बर्बाद

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दांपत्य जीवन यानी मैरिड लाइफ में कुछ चीजें हैं, जिन पर ध्यान देने से पति-पत्नी हमेशा खुश रहेंगे।

New Delhi, Feb 19 : आज के समय में कई कपल्स ऐसे हैं, जिनकी मैरिड लाइफ में परेशानियां चलती रहती है, शादी के बाद पति-पत्नी में छोटे-मोटे नोंक-झोक या वाद-विवाद होना आम बात है, हालांकि जब ये बढने लगे, तो संभल जाना चाहिये, ये एक वैज्ञानिक तथ्य है, कि शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर पुरुष और स्त्री दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे होते हैं, दोनों के मिलन से ही अधूरापन दूर होता है।

इन बातों पर दें ध्यान
दांपत्य जीवन यानी मैरिड लाइफ में कुछ चीजें हैं, जिन पर ध्यान देने से पति-पत्नी हमेशा खुश रहेंगे, इन बातों का रामायण में भी जिक्र है, ramcharit manas4आइये आपको बताते हैं कि जीवन में वो कौन-कौन सी चीजें हैं, जिन्हें पति-पत्नी को अपनाना चाहिये, ताकि उनका जीवन भी सुखमय हो सके।

पहली बात है संयम
संयम यानी कि समय-समय पर उठने वाले मानसिक उत्तेजनाओं जैसे कि कामवासना, क्रोध, अहंकार, लोभ या मोह आदि पर संयम होना चाहिये। fighting-coupleराम-सीता ने अपना संपूर्ण दांपत्य जीवन बहुत ही संयम और प्रेम से जिया, दोनों कभी भी मानसिक और शारीरिक रुप से अनियंत्रित नहीं हुए।

संतुष्टि
संतुष्टि यानी एक-दूसरे के साथ रहते हुए परिस्थिति और समय के मुताबिक जो भी सुख-सुविधाएं प्राप्त हो, उसी में संतोष करना चाहिये। Married Couple2दोनों एक-दूसरे के सुख-दुख में भागीदार बनें, दोनों एक-दूसरे से पूर्णतः संतुष्ट हो, कभी भी राम ने सीता में या सीता ने राम में कोई कमी नहीं देखी। दोनों एक-दूसरे के फैसले का सम्मान करते थे।

संतान
वैवाहिक जीवन में संतान का भी बड़ा महत्वपूर्ण स्थान होता है, पति-पत्नी के बीच संबंधों को मजबूत और मधुर बनाने में बच्चों की अहम भूमिका होती है। unmarried-couplesराम-सीता के बीच वनवास को खत्म करने, तथा सीता को पवित्र साबित करने में उनके बच्चे लव और कुश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

संवेदनशीलता
पति-पत्नी के रुप में एक-दूसरे की भावनाओं को समझना और उसका सम्मान करना चाहिये, नहीं तो फिर छोटी-छोटी बातों पर वाद-विवाद होगा। Married Couple3राम और सीता के बीच संवेदनाओं का गहरा रिश्ता था। दोनों बिना कुछ कहे ही एक-दूसरे की बात को समझ लेते थे।

संकल्प
पति-पत्नी के रुप में अपने धर्म को अच्छी तरह से निभाने के लिये अपने कर्तव्य को संकल्पपूर्वक पूरा करना चाहिये। आपने विवाह करते समय एक-दूसरे से जो वादा किया है, hindu-marriageउस संकल्प को पूरा करने के लिये काम करें, तभी आपका दांपत्य जीवन सुखमय हो पाएगा।

शारीरिक, आर्थिक और मानसिक मजबूती
दांपत्य जीवन को सफल और खुशहाल बनाने में शारीरिक, आर्थिक और मानसिक रुप का भी बड़ा रोल है, अगर पति-पत्नी शारीरिक, आर्थिक और मानसिक रुप से मजबूत होंगे, Married Couple4तो निश्चित तौर पर दोनों का दांपत्य जीवन बेहतर होगा, इसलिये इन चीजों को नजरअंदाज ना करें।

समर्पण
वैवाहिक जीवन में अगर पति-पत्नी एक-दूसरे के प्रति पूरी तरह से समर्पित नहीं हैं, तो फिर उनके जीवन में छोटे-मोटे विवाद होते रहेंगे, Love Coupleइसलिये पति-पत्नी के बीच एक-दूसरे के प्रति पूरा समर्पण और त्याग होना चाहिये। समझौता कर लेना दांपत्य जीवन को मधुर बनाये रखने के लिये सबसे जरुरी है।