एक घर में नहीं हो सकते दो पूजा स्‍थल, वास्‍तु से जुड़ी ये टिप्‍स आपके लिए हैं

घर परिवार में खुशियां बनी रहें इसके लिए जानिए आपके घर के मंदिर से जुड़ी वो बातें जिनके बारे में आपको जानकारी नहीं है, वास्‍तु के अनुसार ये जानना आपके लिए बहुत जरूरी है ।

New Delhi, Feb 17 : हर घर में एक स्‍थान ऐसा होता है जहां हम अपने आराध्‍य को बिठाते हैं, वो स्‍थान जहां हमारे देवता निवास करते हैं । हर घर में भगवान के मंदिर की एक जगह होती है । इस मंदिर के सामने आकर हम उसम परमपिता परमेश्‍वर से मन की बातें कह पाते हैं । उस निराकार शकित से मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना कर पाते हैं । घर के मंदिर से जुड़ी कुछ बातें हैं जिनके बारे में हमारा जानना बहुत ही जरूरी है । कुछ ऐसी बातें जिन पर ध्‍यान ना देने से घर हमेशा दुखों का डेरा बना रहता है ।

एक घर एक मंदिर
एक ही घर में रहने वाले लोग अगर अपने-अपने कमरों में मंदिर बनाकर पूजा करें तो ये शुभ नहीं माना जाता । वास्‍तु के अनुसार एक ही छत के नीचे दो या उससे अधिक मंदिर का होना शुभता का संकेत नहीं है । ऐसा होने से उस घर में रहने वाले लोगों को कई प्रकार से दुखों का सामना करना पड़ सकता है । ऐसे लोगों को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशानी झेलनी पड़ती है । साथ ही उन्‍हें आर्थिक समस्‍याएं भी हो सकती हैं ।

मंदिर इस दिशा में बनाए
घर के पश्चिम या दक्षिण दिशा में मंदिर बनाना शुभ नहीं माना जाता । मंदिर हमेशा नॉर्थ ईस्‍ट डायरेक्‍शन में ही बनाए । इन दिशाओं में मंदिरKitchen mandirहोने से घर में सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार होता है । घर से नेगेटिविटी दूर होती हैं । दूसरी दिशाओं में मंदिर के होने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है । वास्‍तु के अनुसार मंदिर को किचन में नहीं होना चाहिए । किचन में बनाया हुआ मंदिर अशुभ माना जाता है, इससे मंदिर की पवित्रता भंग होती है ।

मंदिर के साथ ना हो बाथरूम
आपके घर में मंदिर या पूजाघर के ऊपर या इसके अगल-बगल बाथरूम बिल्कुन नहीं होना चाहिए । ध्‍यान रहें ऐसा होना बहुत ही अपवत्रि माना जाता है । ईश्‍वर का स्‍थान एकदम पवित्र और शुद्ध होना चाहिए । देव स्‍थान से लगती हुई कोई भी ऐसी चीज ना हो जो अशुद्ध मानी गई हो । कमरे में भगवान का मंदिर अपने बेड से ऊपर बनवाएं । इसमें राधा-कृष्‍ण जरूर रखें ।

यहां मंदिर बनाने से नहीं मिलेगा पूजा का फल
घर में जगह की कमी होने के चलते कई लोग स्‍टोर रूम के साथ मंदिर बनवा लेते हैं, या सीढि़यों के नीचे मंदिर की जगह बना देते हैं । ऐसा करना वास्‍तु में शुभ नहीं माना गया है । ऐसी जगह पर बनाए गए मंदिर में देवता कभी प्रसन्‍न नहीं रहते । इनमें पूजा – अर्चना का आपको कोई फल नहीं मिलता । घर के सदस्‍यों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है । सेहत भी खराब रहती है ।

मंदिर में तस्वीरें – मूर्तियां ऐसे न रखें
आपके मंदिर में भगवान की मूर्तियां और तस्‍वीरें रखी होंगी । जरा ध्‍यान दें, कया आपने इन्‍हें एकदम चिपकाकर रखा हुआ है, या एक दूसरे के आगे पीछे करके सजाया है । अगर हां तो मंदिर में अभी इनका स्‍थान सही करें । जरूरत से ज्‍यादा तस्‍वीरें मंदिर में ना रखें । एक भगवान से दूसरे भगवान की मूर्ति या तसवीर में एक इंच का फर्क जरूर रखें । एक ही भगवान की दो तस्‍वीरें हों तो उन्‍हें आमने सामने ना रखें ।

मंदिर की ओर पैर ना करें 
आपके घर में जिस दिशा में मंदिर रखा हो उसकी ओर पैर करके बिलकुल ना ना सोएं । सोते हुए आपको इस बात का ध्‍यान जरूर रखनाHanuman (3) चाहिए । हालांकि आप ये भी सोचेंगे कि भगवान तो हर जगह मौजूद हैं, लेकिन नहीं, आपने अपने घर में भगवान को जिस जगह पर बिठाया है उस ओर पैर करके सोना आपके लिए शुभ नहीं है । ऐसा करना अशुभ माना जाता है ।

पूजा करते हुए सिर जरूर ढकें
पूजा करते हुए क्‍या आप भगवान के समक्ष ऐसे ही खड़े हो जाते हैं, जरा ध्‍यान दीजिए जब भी पूजा करें तो सिर को जरूर ढक लें । ऐसा करने से हम भगवान में ध्‍यान लगा पाते हैं और कोई बाहरी ऊर्जा हमारे अंदर प्रवेश नहीं कर पाती है । पूजाघर में अगर आपने मूर्तियां रखी हैं तो ध्‍यान रहे वो खंडित नहीं होनी चाहिए । मूर्तियों को समय-समय पर साफ करते रहें । उनमें धूल ना जमने दें ।

धन लाभ के लिए मंदिर में ऐसी मूर्ति लगाएं
हर घर में मां लक्ष्‍मी और गणेश जी की मूर्ति या तस्‍वीर होती ही है । ध्‍यान रखें आप इनकी ऐसी तस्‍वीर या मूर्ति रखें जो बैठी हुई हों । लक्ष्‍मी – गणेश की बैठी हुई तस्‍वीर या मूर्ति लगाने से घर पर ऋद्धि- सिद्धि की वर्षा होती है । अगर आप गणेश जी की तस्‍वीर अपने वर्कप्‍लेस पर लगाते हैं तो उनकी खड़ी तस्‍वीर लगाएं । ऐसी तस्‍वीर आपके काम में स्थिरता लाती हैं । अगर आपके घर के मंदिर में हनुमाज जी की तस्‍वीर है तो ध्‍यान रखें कि उनका मुख दक्षिण की ओर होना चाहिए ।