वास्तु दोष के निवारण से पहले ये जानना जरूरी है कि आखिर ये है क्या, घर के किस हिस्से में, कैसी गड़बड़ी वास्तु विकार कहलाती है ।
New Delhi, Jan 17 : वास्तु में गड़बड़ी हो तो आपकी सफलता ही नहीं खुशियों के द्वार भी बंद हो जाते हैं । ये हम नहीं वास्तु शास्त्र में कहा गया है । वास्तु को सामान्य भाषा में समझा जाए तो ये कहा जा सकता है कि हर वस्तु को रखने की एक खास जगह होती है । एक खास दिशा होती है जहां से उस वस्तु से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है । लेकिन अगर वस्तु सही जगह पर ना हो तो उससे लगातार नकारात्मक ऊर्जा का ही संचार होता है । आगे जानिए किस प्रकार आप अपने घर-दुकान के वास्तु को ठीक कर सकते हैं ।
वास्तु दोष से बचें
घर या दुकान में बने खिड़की दरवाजें चरमरा कर खुल रहे हों तो ये आवाल वास्तु दोष की निशानी है । दरवाजे या खिड़कियों से आने वाली ऐसी आवाजों का निवारण फौरन करा लेना चाहिए । ये आवाजे आपके जीवन में दुखा का डेरा लगा सकती हैं और सुख को कोसो दूर भग सकती हैं । दरवाजों की चौखट बनाते हुए इस बात का ध्यान रखें और ऐसी आवाज आने का मौका ही ना आने दें । खिड़की-दरवाजों से आती ये आवाजें नकारात्मक ऊर्जा फैलाती हैं ।
इन बातों का रखें ख्याल
घर या दुकान या ऑफिस की पूर्वी दीवार पर लकड़ी का सामान रखना और लगाना शुभ होता है । इसमें लकड़ी के फर्नीचर, कोई फोटो फ्रेम, शेल्फ, आलमारी, शो पीस कुछ भी हो सकता है ।
घर के लिए पेड़-पौधे चुन रहे हों तो इन्हें बेडरूम में ना रखें । इसके अलावा घर में कोई मरीज है तो उसके कमरे में खुशबूदार फूल जरूर रखें, अगले दिन इन्हें बदल दें । घर के अंदर नुकीले, कंटीले पौधे नहीं लगाने । बहुत से घरों में कैक्टस का घर के अंदर लगाया जाता है ये वास्तु दोष माना जाता है ।
ऐसा होना चाहिए वास्तु
वास्तु अनुसार घर या दफ्तर का मेन गेट टूटा-फूटा या पुराना नहीं होना चाहिए । ऐसा होने पर घर के मुखिया और दफ्तर के मालिक की सेहत पर असर पड़ता है ।
घर या दुकान के किसी कोने में कुछ भी खुश्बूदार द्रव्य, एयर फ्रेशनर वगैरह जरूर रखें । आप चंदन अगरबत्ती को भी जला सकते हैं । ऐसे वातावरण से वास्तुदोष दूर होते हैं साथ ही वहां रहने और काम करने वाले लोगों को मानसिक रूप से शांति भी मिलती है ।
सावधानी रखें
घर हो या दुकान दरवाजे हमेशा अंदर की ओर खुलने वाले होने चाहिए । ऐसा ना होने पर उस घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता, धन की किल्लत बनी रहती है । दो दरवाजे लगे हों तो बाहर वाला बाहर और भीतर वाला भीतर की ओर खुलने वाला हो दोनों एक ही दिशा में नहीं खुलने चाहिए ।
घर हो या दुकान, आराध्य को स्थान जरूर दें । जिस भी भगवान की आप पूजा करते हों उन्हें ईशान कोण में स्थापित करें । रोज दिया-बाती ना भी कर सकें तो दिल से नमस्कार जरूर करें । वास्तु दोष निवारण के ये उपाय कारगर हैं ।