मन की मुराद पूरी करते हैं साईं, इन उपायों से करें उन्‍हें प्रसन्‍न

गुरुवार का दिन साईं भक्‍तों के लिए विशेष होता है । इस दिन को भक्‍त साईं बाबा की पूजा करते हैं, उनके मंदिर जाते हैं और बाबा तक अपने मन की मुराद को पहुंचाते हैं । जानिए उन उपायों के बारे में जिनसे आप साईं से सीधे जुड़ सकते हैं ।

New Delhi, May 10 : साईं बाबा के चमत्‍कार और उनके दया भाव को कौन नहीं जानता । साईं की आराधना करने वाला जानता है कि कैसे साईं सबकी मुरादें पूरी करते हैं और सबको खुशियों का वरदान देते हैं । कुछ ऐसे तरीके भी हैं जिनसे आप साईं को प्रसन्‍न कर सकते हैं । साईं की विशेष कृपा आपको प्राप्‍त हो जाती है । आज के दौर में तो वैसे भी सभी किसी ना किसी बात से परेशान ही हैं । ऐसे में एक  अराध्‍य साईं भी हैं, जिनकी मुस्‍कान मात्र देख लेने से आपके दुख दूर हो जाएंगे ।

सबके साईं बाबा
साईं बाबा भगवान के रूप थे या स्‍वयं ईश्‍वर थे इस बारे में अलग-अलग कहानियां सामने आती रही हैं । साईं एक समाजसेवी के रूप में जाने जाते रहे हैं जिनका अपना कुछ नहीं था लेकिन परोपकार में वो हमेशा आगे रहे । उनके चमत्‍कारों का वर्णन उनके लिए लिखी गई किताबों में साफ पता चलता है । साईं को समझने के लिए उन्‍हें आपको और करीब से जानना होगा, उनके कर्मों को आत्‍मसात करना होगा ।

सबका मालिक एक है
सबका मालिक एक है, ये साईं का मूल मंत्र है । उनके दर पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैनी, पारसी, सिंधी सब एक हैं । साईं के दर पर सिर्फ एक धर्म का पालन होता है मानवता के धर्म का । उनके मंदिरों में हर तबके के भक्‍त के लिए दरवाजे खुले हुए हैं, आप उन्‍हें चाहें तो कुछ अर्पित करें ना चाहें तो बस श्रद्धा से शीश झुका दें । साईं आपको अपना आशीर्वाद जरूर देंगे ।

साईं के मंत्र
भारत ही नहीं साईं के भक्‍त देश विदेश में भी हैं । चलिए सबसे पहले हम आपको बताते हैं बाबा को प्रसन्‍न करने के मंत्र –  ॐ सांईं देवाय नम:  …. ॐ शिर्डी देवाय नम: …. ॐ समाधिदेवाय नम: । इन मंत्रों का जाप आपको उनके और करीब ले जाएगा । साईं बाबा का धर्म कोई नहीं जानता, वो कहां से आए ये भी कोई नहीं जानता । साईं ने सर्वधर्म समभाव का पाठ पढाया है, इसलिए उनकी कृपा चाहते हैं तो भेदभाव छोड़ना होगा ।

गरीबों की मदद करें
साईं दान में विश्‍वास करते थे । वो खुद भी भिक्षा लेकर जीवन यापन करते थे । इसलिए आपके द्वार पर कोई भूखा आए तो उसे बिना खिलाए वापस ना भेजें । ना ही ऐसे व्‍यक्ति को दुत्‍कारें । गरीबों को भोजन कराने और दान देने से साईं स्‍वयं ही प्रसन्‍न हो जाते हैं । गुरुवार के दिन बच्‍चों में बिस्‍कुट आदि का वितरण करें, कपड़े वगैरह बांटे, जो भी समर्थ्‍य हो उसके अनुसार कार्य करें ।

गुरुवार को खिचड़ी चढ़ाएं
साईं का दिन गुरुवार को माना जाता है । गुरुवार के दिन आप साईं मंदिरों में जाकर खिचड़ी का दान करें, गरीबों को खिचड़ी खिलाएं । प्रसाद के रूप में भी बांटे । साईं को खिचड़ी बहुत भाती है । ये सबसे उत्‍तम और सादा आहार है, इसे बनाने के लिए किसी भी व्‍यक्ति को बहुत अधिक वस्‍तुओं की आवश्‍यकता नहीं होती है । इसे आसानी से बनाया जा सकता है ओर चाहें तो वितरण भी किया जा सकता है ।

ऐसे करें व्रत
साईं के लिए उपवास गुरुवार को रखा जाता है लेकिन इस दिन आपको भूखे नहीं रहना है । फलाहार लेते रहें, जल लेते रहें नहीं तो एक समय का खाना जरूर खाएं । साईं के लिए उपवास का यही तरीका उत्‍तम माना गया है । साईं पूजा के लिए व्रत रखना और गुरुवार का व्रत रखना दोनों अलग हैं । इसलिए इन्‍हें एक ना समझे, दोनों के व्रत और पूजन के तरीके एक दूसरे से बहुत अलग हैं ।

फूलों की माला
साईं को फूलों से बड़ा प्रेम है, इसीलिए उनके भक्‍त उन्‍हें फूलों की माला जरूर भेंट करते हैं । अगर आपके पास फूलों की माला खरीदने का भी सामर्थ्‍य ना हो तो साईं को एक गुलाक का फूल भेंट कर दें । भोले साईं उसमें ही प्रसन्‍न हो जाएंगे । साईं कृपा प्राप्ति के ये कुछ ऐसी खास बातें हैं जो छोटी – छोटी हैं और बेहद आसान भी ।