महबूबा की पार्टी के भविष्य पर मंडराने लगा है खतरा, इतने MLA एक साथ कह सकते हैं ‘अलविदा’

बीजेपी महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव ने प्रदेश में पीडीपी के असंतुष्ट विधायकों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने की किसी भी संभावना से इनकार किया है।

New Delhi, Jul 11: जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है। पार्टी नेता और विधायक खुलेआम बागी बोल बोल रहे हैं, वो पार्टी नेतृत्व पर परिवार को बढावा देने का आरोप लगा रहे हैं, आपको बता दें कि पिछले महीने बीजेपी ने पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया, जिसके बाद से प्रदेश में राज्यपाल शासन लागू है। सरकार गिरते ही पीडीपी विधायक अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुखर हो रहे हैं।

14 विधायक पार्टी छोड़ने को तैयार
जादीबल सीट से पीडीपी विधायक बागी होते नजर आ रहे हैं, आबिद अंसारी ने दावा करते हुए कहा कि 14 विधायक पार्टी छोड़ने के लिये तैयार हैं, शिया नेता इमरान अंसारी रजा और अंसारी ने पिछले सप्ताह ही पीडीपी छोड़ने का ऐलान किया था। महबूबा ने अपने तसद्दुक सिद्दीकी को पर्यटन मंत्री बना दिया था और मामा सरताज मदनी को भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद कई अधिकारी दिये थे, इसी बात से पार्टी के कई विधायक नाराज हैं।

परिवारवाद का आरोप
बारामुला विधायक जाविद हुसैन बेग ने मुफ्ती पर राज्य में घराने की राज स्थापित करने का आरोप लगाया था, उन्होने पार्टी छोडने का फैसला अपने रिश्तेदार और सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग पर छोड़ दिया है। गुलमर्ग से विधायक मोहम्मद अब्बास वानी ने भी परिवारवाद और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है।

महबूबा ने की विधायकों से मुलाकात
पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने पिछले सप्ताह ही कई विधायकों और पार्टी नेताओं से एक-एक कर मुलाकात की थी, पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं जैसे कि ए आर वीरी, जीएन लोन, जहूर मीर, मोहम्मदज खलील बंद, एमवाई भट, नूर मोहम्मद भट और एजाज एजाज अहमद मीर ने मुफ्ती को समर्थन का भरोसा दिलाया है।

नये नेतृत्व को मौका
बांदीपोरा से एमएलसी यासिर रेशी ने दूसरे नेताओं के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में परिवार की राजनीति का विकल्प तलाशनो को समर्थन दिया है। रेसी ने कहा कि नये नेतृत्व को मौका देना ही विकल्प है, उनके अनुसार राज्य को परखे जा चुके और फेल हो चुके दो परिवारों के मॉडल से राहत चाहिये। नूराबाद विधायक अब्दुल मजीद पदरू ने भी मुफ्ती के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होने पार्टी से हारे हुए उम्मीदवारों को बाहर करने की वकालत की है।

महबूबा मुफ्ती ने दी चेतावनी
जम्मूी-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश में बीजेपी द्वारा पीडीपी को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ये भारतीय लोकतंत्र में कश्मीरियों के विश्वास को समाप्त कर देगा। पीडीपी प्रमुख ने एक चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा कि अगर दिल्ली हस्तक्षेप करती है, हमारी पार्टी को तोड़ती है, सज्जाद लोन या किसी को भी सीएम बनाती है, तो उससे कश्मीरियों का भारतीय लोकतंत्र में विश्वास समाप्त हो जाएगा, दिल्ली द्वारा किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप को गंभीरता से लिया जाएगा।

राम माधव ने सरकार की संभावना से किया इंकार
बीजेपी महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव ने प्रदेश में पीडीपी के असंतुष्ट विधायकों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने की किसी भी संभावना से इनकार किया है, आपको बता दें कि प्रदेश में पिछले महीने 19 जून से राज्यपाल शासन लागू है, राम माधव ने ट्वीट किया कि हम प्रदेश में शांति, सुशासन और विकास के हित में राज्यपाल शासन लागू रहने देने के पक्ष में है, हालांकि कुछ पहले ही उन्होने कहा था कि सब सरकार बनाने की रेस में हैं, मैदान खाली है, हम भी कोशिश कर रहे हैं, अमरनाथ यात्रा के बाद बड़ा फैसला लिया जाएगा।