केरल के एक अस्पताल में टॉयलेट जाम की शिकयत पर जब प्लंबर को बुलाकर उसे ठीक करवाया गया, तो उसमें से निकली उस चीज ने हर किसी को शर्मसार कर दिया ।
New Delhi, Apr 16 : अजन्मे बच्चों के भ्रूण, कूड़े में नवजात शिशुओं की मरी हुई देह, उसे नोंचते कुत्ते और दूसरे जानवर ऐसी कई खबरें तो आप पहले भी देख सुन चुके होंगे । लगता होगा कि ये सब तो रोजाना ही होता रहता है, गुस्सा भी तो आता होगा कभी कभार । आखिर कैसे किसी की इंसानियत इस कदर मर सकती है कि वो एक नन्ही जान को इस कदर खत्म कर देता है और फिर उसे कचरे में फेंक देता है । समझ नहीं आ रहा हे आगे जो खबर आपको बतानी है वो कैसे लिखी जाएं क्योंकि ये भी इंसानियत पर सवाल उठा रही है ।
केरल का मामला
केरल के मल्लपुरम के एक अस्पताल में टॉयलेट जात होने से दिक्कत हो रही थी । सफाई वाली ने सुपरवाइजर से शिकायत की ओर इसके बाद इसे ठीक करने के लिए प्लंबर को बुलाया गया । प्लंबर आया, जाम टॉयलेट को खोलने की कोशिशें शुरू हुई । जब कुछ देर महेनत के बाद भाी ये ठीक नहीं हुआ तो प्लंबर ने लोहे की रॉड डालकर साफ करने के बारे में सोचा ।
सामने आया सच
कमोड के अंदर लोहे की रॉड डाली गई तो उसे कुछ महसूस हुए । कुछ हार्ड सी चीज रॉड में फंस गई थी । थोड़ी ही देर में पता चल गया कि ये किसी नवजात का सिर है । अंदर फंसी उस चीज को और धक्का दिया तो एक शव सामने था । जिसने देखा वो बस देखता ही रह गया । सड़ी हुई एक मासूम की लाश जो कुछ बोल तो नहीं रही थी लेकिन उस जुल्म की दास्तान जरूर कह रही थी जो उसे दुनिया में लाने वाली उस औरत ने की थी ।
कमोड में कैसे पहुंची लाश
जानकारी के अनुसार बच्ची की लाश के साथ काफी मात्रा में वो खून भी बाहर आया है जो डिलीवरी के वक्त बच्चे के साथ आता है । अंदाजा लगा जा रहा है कि किसी महिला ने बच्चे को कमोड पर ही पैदा किया और उसकी गर्भनाल को खुद से काटकर वहीं फ्लश कर दिया । ये महिला मां कहलाने लायक तो बिलकुल भी नहीं है इसलिए इस शब्द का प्रयोग हम भी उसके लिए नहीं करना चाहेंगे ।
ऐसी हैवानियत क्यों ?
बच्ची का शव जिस हालत में था उससे अंदाजा लगाया गया कि ये करीब दो दिन पुराना रहा होगा । बच्चे की गर्भनाल उससे जुड़ी हुई थी औरवो पूर्ण विकसित शिशु थी या था । इस तरह की खबरें जब भी सामने आती हैं तो एक सवाल जहन में जरूर आता है कि जिंदगी देने वाली एक औरत कब उसी जिंदगी को लेने वाली बन जाए, कह नहीं सकते । मां कहलाना तो दूर, ऐसे लोग इंसान कहलाने लायक भी नहीं । बहरहाल, ऐसी ही किसी खबर के लिए आगे भी तैयार रहिएगा । क्योंकि इंसान दुनिया से कम होते जा रहे हैं ।