बिहार के सरकारी स्कूल में सन्न कर देने वाली घटना, मिड डे मील की दाल में डूबने से बच्चे की मौत

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बिहार : दाल के टब में गिरने से बच्चे का पूरा शरीर झुलस गया, उसे इलाज के लिये नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।

New Delhi, Dec 09 : बिहार के पटना जिले के एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील की दाल में गिरने से एक 5 साल की बच्चे की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। रसोइया के खाना बनाने के दौरान लापरवाही की वजह से एक 5 साल का मासूम मीड डे मील की दाल के टब में डूब गया, जिससे उसका शरीर बुरी तरह झुलस गया, आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई।

क्या है मामला ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार के पटना जिले के खुसरुपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बड़ा हसनपुर का ये मामला है, Mid Day meal3जहां पर सरकारी स्कूल में पढने वाले 5 वर्षीय छात्र दिलखुश विद्यालय में ही खेल रहा था, तभी मीड डे मील के लिये रसोइया ने दाल बनाकर रखा था, बच्चा खेलते-खेलते दाल के टब में गिर पड़ा, जिससे बुरी तरह झुलस गया।

दाल में डूब गया 5 साल का मासूम
दाल के टब में गिरने से बच्चे का पूरा शरीर झुलस गया, उसे इलाज के लिये नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई, Mid day mealमौत के बाद परिजनों ने स्कूल के शिक्षकों की बातों में आकर उस बच्चे का तुरंत ही अंतिम संस्कार कर दिया, ताकि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को छुपाया जा सके।

स्कूल प्रबंधन दे रहा लोभ
मासूम दिलखुश की मौत के बाद इस बात को दबाने और स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को छुपाने के लिये स्कूल के शिक्षकों ने तुरंत बच्चे का अंतिम संस्कार करवा दिया, Mid Day meal1इसके साथ ही वो उनके परिजनों को लोभ भी दे रहे है कि उन्हें मदद के तौर पर डेढ लाख रुपये दिया जाएगा, ताकि किसी तरह से मामले को दबाया जा सके।

स्कूल के हेडमास्टर ने कुछ भी बोलने से किया मना
जब मामले के बारे में स्कूल के हेडमास्टर कामत कुमार से इस बारे में बातचीत करने की स्कूल की गई, तो पहले तो उन्होने घटना को छुपाने की कोशिश की, Mid Day meal2ज्यादा पूछने पर उन्होने साफतौर से इस पर बात करने से मना कर दिया, जब उनसे पूछा गया कि मामले की जानकारी स्थानीय प्रशासन को क्यों नहीं दिया गया, तो उन्होने मामले की लीपा-पोती करनी शुरु कर दी।

बच्चे की मौत का सौदा
बच्चे के पिता गुड्डू कुमार एक मामले में पिछले कई महीनों से जेल में बंद है, परिवार की आर्थिक स्थिति खस्ताहाल है, गरीबी की वजह से मां और दादी मेहनत-मजदूरी कर परिवार चलाते हैं, Bihar midday mealस्कूल प्रबंधन ने बच्चे की मौत के बाद उन्हें डेढ लाख रुपये देने का वादा किया, ताकि मामले को दबाया जा सके, बच्चे के गमगीन परिवार वाले भी मान गये, क्योंकि उनकी स्थिति काफी खस्ता है।

दादा-दादी करते हैं मजदूरी
दिलखुश के दादा-दादी भी मेहनत-मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण-पोषण करते हैं, दादा कीरत सिंह गांव में ही मजदूरी करते हैं, Mid Day meal4तो दादी शीला देवी खुसरुपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में मिड डे मील तैयार करने के लिये रसोइये का काम करती है, ताकि उनके परिवार के लोगों को दो समय भरपेट भोजन मिल सके।

हादसे को छुपाने की कोशिश
बच्चे के संग हुए इस हादसे को छुपाने की कोशिश की गई, जब मामले के बारे में स्थानीय बीडीओ से पूछा गया, तो वो भी इस पर कुछ भी बोलने से कतराते दिखे, Bihar-Police-1इसके बाद जब स्थानीय थानेदार मृत्युंजय कुमार से पूछा गया, तो उन्होने बताया कि फोन पर किसी दूसरे के जरिये मामले की जानकारी मिली थी, लेकिन अभी तक परिजन या फिर विद्यालय प्रबंधन की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई है।

पहले भी हो चुके हैं हादसे
ऐसा नहीं है कि मीड डे मील की वजह से बिहार पहली बार सुर्खियों में है, कुछ साल पहले छपरा में एक बड़ा हादसा हुआ था, Mid Day meal Chapraयहां पर मिड डे मील खाने की वजह से 23 बच्चों की मौत हो गई थी, जिसे सुन पूरा देश सन्न रह गया था, ऐसा हादसा झेलने के बाद भी बिहार के सरकारी स्कूल उससे कुछ सीख नहीं ले रहे हैं, अगर लापरवाही नहीं हुई होती, तो शायद दिलखुश की जान नहीं जाती।