गाजियाबाद : 5 साल पहले खोदा गया था 50 फीट गहरा गड्ढा, अब सैकड़ों फ्लैटों पर खतरा

गाजियाबाद : असल कहानी है कि यूपी की पिछली सरकारों के कार्यकाल में यहां किसी पब्लिक संस्थान के लिए खाली पड़ा भूखंड एक निजी बिल्डर को बहुमंजिला अपार्टमेंट्स खड़ा करने के लिए सौंपा गया।

New Delhi, Jul 26 : ये वसुन्धरा (गाजियाबाद) का वो इलाका है, जहां मैं रहता हूं। कुछ चैनल खबर चला रहे हैं कि भारी बारिश से वसुंधरा सेक्टर 4-C में सड़क धंसी और कई सोसायटियों पर खतरा! पर यह अर्द्धसत्य है! यह बात सच है कि सड़क धंसी, सोसायटियों के कुछ फ्लैटों पर खतरा। कई खाली कराए गए! अनेक लोग भयभीत हैं!

पर इस तबाही का बड़ा सच ये है कि धंसी हुई सड़क या सोसायटियों या फ्लैटों पर जो संकट मंडरा रहा है, उसकी वजह बारिश नहीं है! मैं इस इलाके में तकरबीन सोलह-सत्रह साल से रह रहा हूं। अतीत में इससे भी ज्यादा बारिश में यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ! फिर इस बार क्यों आफत आई?

असल कहानी है कि यूपी की पिछली सरकारों के कार्यकाल में यहां किसी पब्लिक संस्थान के लिए खाली पड़ा भूखंड एक निजी बिल्डर को बहुमंजिला अपार्टमेंट्स खड़ा करने के लिए सौंपा गया। निर्माण के पहले चरण में उसने भूखंड पर बहुत विशाल गड्ढा खोदवाया। नींव आदि डालने के लिए। इस बीच, भूखंड को निजी हाथों सौंपने की धांधलेबाजी के खिलाफ स्थानीय लोग कोर्ट चले गये! कोर्ट के आदेश पर निर्माण रूक गया! निर्माण शूरू होने और रूकने का सिलसिला की बार चला और रूका! इस बारे में बहुत ठोस और विस्तृत जानकारी मेरे पास नहीं है।

नई सरकार के कार्यकाल में भी एक बार काम शुरू होते देखा गया। कुछ समय बाद वह फिर बंद हो गया! लेकिन विशाल भूखंड पर गड्ढा बढ़ता रहा! उसे भरने की कोशिश नहीं की गई!
इससे आसपास की जमीन और भवनों के लिए खतरा बढ़ता रहा! बिल्डर का नाम दक्षिण स्थित एक ‘भगवान जी’ के नाम पर है! पर भगवान् जी भला अपने ‘भक्त-बिल्डर’ और उसके दोस्त ‘राजनेताओं-अफसरों’ की तबाही लाने वाली कारगुज़ारी पर क्या करते! इस बार जब तेज बारिश हुई तो उस विशाल गड्ढे में भरा पानी आसपास की नरम जमीन के अंदर- अंदर बढ़ता गया! जमीन खोखली होती गई! अंततः इसने आज सुबह वसुंधरा के इस इलाके में भयावह स्थिति पैदा कर दी!

(वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)