पिता की हालत बयां करते-करते रोने लगे अब्दुल्ला आजम, बीच में रोकना पड़ा भाषण

abdullah azam (1)

वर्चुअल संबोधन के दौरान मंच पर पिता का जिक्र करते हुए अब्दुल्ला आजम रोने लगे, वो इतने भावुक हो गये, कि उन्हें बीच में ही भाषण रोकना पड़ा।

New Delhi, Jan 20 : यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये सियासी घमासान तेज है, अब सपा सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम भी जेल से आने के बाद सियासी अखाड़े में कूद पड़े हैं, करीब 23 महीने बाद जेल से रिहा होकर आये अब्दुल्ला आजम ने पहली बार कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल संवाद किया, संवाद के दौरान अपने पिता का जिक्र करते हुए भावुक होकर रो पड़े।

रोने लगे अब्दुल्ला
वर्चुअल संबोधन के दौरान मंच पर पिता का जिक्र करते हुए अब्दुल्ला आजम रोने लगे, वो इतने भावुक हो गये, कि उन्हें बीच में ही भाषण रोकना पड़ा, azam-son (1) हालांकि उन्होने फिर खुद को संभाला, अब्दुल्ला ने कहा कि लोग कहते हैं कि चमत्कार होते हैं, मैंने खुद अपनी आंखों से चमत्कार होते हुए देखा है, जब मेरे पिता लखनऊ के एक अस्पताल में कोरोना की वजह से भर्ती थे, जिंदगी की उम्मीद नहीं बची थी, लेकिन किसी की दुआ ने उन्हें बचा लिया।

पिता का जिक्र
अस्पताल में जब आजम खान और अब्दुल्ला आजम भर्ती थे, तो उस समय का जिक्र करते हुए अब्दुल्ला आजम ने कहा कि हम दोनों अलग-अलग थे, वो आईसीयू में थे और मैं ऊपर था, फोर्स इतनी लगी थी, जैसे कोई आतंकवादी हो, उन्होने बताया जब डॉक्टर मुझे देखने आये, तो मैंने उनसे पूछा मेरे वालिद की तबीयत कैसी है, तो उन्होने कहा, हमसे जो हो रहा है, हम कर रहे हैं, बाकी पर वाले के हाथ में है, जब उनको वहां से ले जाने लगे, तो बेहोशी की हालत में थे, जब समय 2 मिनट के लिये आंख खुली और मुझसे कहा बेटे मुझे कुछ ऐसा हो गया है, कि मैं ठीक नहीं हो सकता, फिर अब्दुल्ला आजम भावुक होकर रोने लगे।

घड़ियाली आंसू
अब्दुल्ला आजम के भावुक होकर रोने पर बीजेपी प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने कहा कि जिसने रामपुर की जनता को खून के आंसू रुलाया, bjp flag अब वो घड़ियाली आंसू बहा रहा है, शर्म आनी चाहिये, नाटक है ये सब, ये फिर से रामपुर की जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश में है, ये आजम के जितने कृत्य हैं, जितने कुकर्म हैं, वो रामपुर की जनता के सामने हैं, इसका जवाब रामपुर की जनता वोट के रुप में देगी।

https://youtu.be/5zsUn7Pcio4