चुनाव से पहले ओवैसी और आंबेडकर ने मिलाया हाथ, मिलकर रोकेंगे मोदी का रथ

सांसद ओवैसी ने कहा कि प्रकाश आंबेडकर 2 अक्टूबर को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में जनसभा करेंगे, जिसमें वो भी उपस्थित रहेंगे।

New Delhi, Sep 17 : एआईएमआईएम और भारिपा बहुजन महासंघ (बीबीएम) 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी का रथ रोकने के लिये मिलकर चुनाव लड़ेंदे, पार्टी नेताओं ने लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा में गठबंधन का ऐलान किया है। एआईएमआईएम चीफ अस्सुद्दीन औवैसी ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि दोनों पार्टियों के बीच आरंभिक बातचीत में सकारात्मक परिणाम सामने आये हैं, हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे।

आंबेडकर की जनसभा में होंगे शामिल
सांसद ओवैसी ने कहा कि प्रकाश आंबेडकर 2 अक्टूबर को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में जनसभा करेंगे, जिसमें वो भी उपस्थित रहेंगे। गठबंधन के औपचारिक स्वरुप और सीटों के बंटवारे की घोषणा बाद में की जाएगी। औरंगाबाद से एआईएमआईएम विधायक इम्तियाज जलील ने कहा कि उनकी पार्टी और बीबीएम का गठबंधन 70 सालों से उपेक्षित दलितों, मुस्लिमों और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को एक साथ लाना है, इन वर्गों का राजनीति में समुचित प्रतिनिधित्व नहीं है, इनका उपयोग वोट बैंक की तरह किया जाता है।

एक भी सांसद मुस्लिम नहीं
उन्होने आगे बोलते हुए कहा कि ये सभी तथाकथित धर्म-निरपेक्ष पार्टियों के लिये शर्म की बात है कि महाराष्ट्र से संसद में मुस्लिम समाज का एक भी जनप्रतिनिधि नहीं है, हर कोई बस उनका वोट लेना चाहता है, लेकिन प्रतिनिधित्व में हिस्सेदारी नहीं देना चाहता है। कुछ ऐसी ही स्थिति दलितों के साथ भी है, अगर दलित, मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग एक साथ हो जाए, तो मुख्य धारा की राजनीतिक पार्टियों को सबक सिखाया जा सकता है।

एनसीपी ने कहा गैरजरुरी प्रयोग
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि एआईएमआईएम -बीबीएम का गठबंधन एक प्रयोग है, जो प्रभावशाली साबित नहीं होगा। नांदेड़ में पिछले साल इन प्रयोगों को जनता ने खारिज कर दिया था, एनसीपी प्रवक्ता ने दावा किया, कि नांदेड़ में लोगों ने एआईएमआईएम और भंडारा-गोंदिया में बीबीएम को लोगों ने क्यों खारिज कर दिया, क्योंकि ऐसे प्रयोग से कोई राजनीतिक फायदा नहीं होगा, लोग जानते हैं कि उन्हें क्या करना है।

कांग्रेस ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने इस भावी गठबंधन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया, उन्होने कहा कि प्रकाश आंबेडकर एआईएमआईएम जैसी एक सांप्रदायिक पार्टी के साथ जा रहे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता ने ओवैसी का पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो बीजेपी समर्थित है, ताकि मुस्लिमों का वोट बंट सके, प्रकाश आंबेडकर का खुद को इस तरह की पार्टी के से जोड़ना दुखद है।