इनेलो के ‘महाभारत’ में अजय चौटाला की एंट्री, हरियाणा की सियासत में आएगा ‘भूकंप’

अजय चौटाला ने खुलकर कहा कि पार्टी किसी की बपौती नहीं है, ओम प्रकाश चौटाला की भी नहीं, खुद चौटाला साहब कहते थे कि हक मांगने से नहीं मिलता।

New Delhi, Nov 06 : चौटाला परिवार का घमासान थमने के बदले तेज होता जा रहा है, सोमवार के इनेलो के दोनों धड़ों ने पार्टी पर अपना हक जताया, पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली में अजय चौटाला ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, उन्होने कहा इनेलो कार्यकर्ताओं की पार्टी है और कार्यकर्ता यहां हैं, हम अपना हक छीनकर लेंगे। दूसरी ओर अभय चौटाला ने जींद और हिसार में अपना शक्ति प्रदर्शन कर पार्टी पर अपना दावा ठोंका, उन्होने भी अपना हक छीनकर लेने की बात कही।

चौटाला परिवार में टूट
हरियाणा की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले चौटाला परिवार में टूट लगभग तय मानी जा रही है, तिहाड़ जेल से 14 दिन के बाद पैरोल पर बाहर निकले अजय चौटाला दिल्ली के 18 जनपथ पर कार्यकर्ताओं से मिले, इनेलो के प्रधान महासचिव अजय चौटाला अपने दोनों बेटे दुष्यंत और दिग्विजय के साथ खुलकर खड़े हो गये हैं, कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान उनके तेवर काफी तीखे थे।

पिता के खिलाफ भी सख्त तेवर
अजय चौटाला ने खुलकर कहा कि पार्टी किसी की बपौती नहीं है, ओम प्रकाश चौटाला की भी नहीं, खुद चौटाला साहब कहते थे कि हक मांगने से नहीं मिलता, इसलिये अब हम अपना हक छीनकर लेंगे, असली इनेलो किसकी है, ये फैसला 17 नवंबर को जींद में किया जाएगा, इससे पहले हरियाणा के सभी जिलों में बैठक कर कार्यकर्ताओं से राय मांगी जाएगी, अजय चौटाला ने कहा कि इनेलो कार्यकर्ता मेरे हीरे-जवाहरात हैं। कार्यकर्ता तय करेंगे, कि आगे क्या रणनीति अपनानी है, जैसा कार्यकर्ता करेंगे, वैसा ही हम फैसला करेंगे, अजय चौटाला ने कहा कि वो इनसो के संस्थापक हैं और उसे कोई भंग नहीं कर सकता ।

दोनों बेटों को पार्टी से निकाला
मालूम हो कि अजय चौटाला के दोनों बेटों हिसार से सांसद दुष्यंत और इनसो प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला को ओ पी चौटाला ने अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया है। जिसके बाद से दोनों भाई आगे की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। दूसरी ओर अभय चौटाला ने इनेलो-बसपा के संयुक्त तत्वाधान में जींद और हिसार में बैठक कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया, अभय चौटाला ने दावा करते हुए कहा कि 15 विधायकों का समर्थन उनके साथ है, अनुशासनहीन लोगों के लिये पार्टी में कोई जगह नहीं है, पार्टी में कोई टूट नहीं है, सभी पदाधिकारी उनके साथ है, टूट की बात अफवाह है।

हक छीनने से मिलता है
दिल्ली में अजय चौटाला के इस बयान पर कि अधिकार मांगने से नहीं बल्कि छीनने से मिलता है, इस पर अभय चौटाला ने कहा कि ये बात सही है, अधिकार मांगने से नहीं बल्कि छीनने से मिलता है, और हम अपना हक छीन कर लेंगे। दुष्यंत और दिग्विजय के निष्कासन पर उन्होने कहा कि ये सवाल या तो ओ पी चौटाला से या इनेलो प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा से पूछी जानी चाहिये, मैं तो पार्टी का एक कार्यकर्ता हूं, संगठन से मेरा कोई मतलब नहीं है, पार्टी उनकी जहां ड्यूटी लगाती है, उसे वो पूरी निष्ठा से करते हैं।