अखिलेश को याद आई पिता मुलायम की बात, चुनाव से पहले ही राहुल गांधी को दिया बड़ा झटका

पीएम मोदी को रोकने के लिये यूपी में महागठबंधन की तैयारी है। बीजेपी और महागठबंधन दोनों को पता है कि सियासी लिहाज से उत्तर प्रदेश कितना महत्वपूर्ण है।

New Delhi, Aug 08 : आखिरकार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को उनके पिता मुलायम सिंह यादव की बात याद आ ही गई, उन्होने लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। दरअसल सभी पार्टियां चुनाव की तैयारियों में लग गई है, यूपी में इस बार महागठबंधन की बात की जा रही है, 2019 से पहले सीटों के बंटवारे की स्थिति अभी साफ नहीं हुई है, लेकिन अखिलेश यादव ने जो संकेत दिये हैं, उससे राहुल गांधी को झटका लग सकता है।

पिता ने किया था मना
आपको बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, हालांकि परिणाम उनके पक्ष में नहीं रहे। चुनाव से पहले ही मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश के इस फैसले का खुलकर विरोध किया था, इसके बावजूद वो पिता की बात को अनसुना कर राहुल गांधी के साथ कैम्पेन किया था, लेकिन जब चुनाव परिणाम सामने आये, तो उससे अखिलेश यादव को भी झटका लगा था।

अखिलेश के फैसले पर सवाल
कुछ लोगों का तो मानना था कि अखिलेश का दांव उल्टा पड़ गया, कांग्रेस की वजह से फायदा होने के बजाय उन्हें नुकसान हो गया, हालांकि अखिलेश यादव उसके बाद से स्थिर नहीं है, वो एक के बाद एक नये फैसले ले रहे हैं, चुनावी दांव खेल रहे हैं। अब वो बसपा और रालोद के साथ महागठबंधन करने की तैयारी में हैं, इस महागठबंधन के लिये वो कुछ सीटों की कुर्बानी तक देने को तैयार हैं।

सीधी टक्कर
पीएम मोदी को रोकने के लिये यूपी में महागठबंधन की तैयारी है। बीजेपी और महागठबंधन दोनों को पता है कि सियासी लिहाज से उत्तर प्रदेश कितना महत्वपूर्ण है, इसलिये दोनों खेमा यहां अपनी पूरी ताकत झोंकने की कोशिश करेगा। यूपी में सबसे ज्यादा सीटें जो हासिल करेगा, वो दिल्ली के ज्यादा नजदीक पहुंच पाएगा, यही वजह है कि एक साल पहले से ही यहां चुनावी तैयारी शुरु हो चुकी है।

राहुल गांधी को झटका
अखिलेश यादव ने एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि यूपी में कांग्रेस की स्थिति राष्ट्रीय पार्टी वाली नहीं है, इसलिये सपा, बसपा और रालोद के सीट बंटवारे के बाद जो सीट बचेगी, वो कांग्रेस को मिलेगी। यूपी में अगर कांग्रेस को कम सीट मिलती है, तो ये राहुल गांधी के लिये किसी बड़े झटके के समान हो सकता है, एक तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी खुद इसी प्रदेश की नुमाइंदगी करते हैं, दूसरी बात राहुल गांधी ने कहा था कि अगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर आती है, तो वो पीएम बन सकते हैं, यूपी जैसे महत्वपूर्ण प्रदेश में अगर उनकी पार्टी को सीट ही नहीं मिलेगी, तो फिर उनके पीएम बनने का सपना टूट सकता है।

बसपा के बाद सपा का नंबर
महागठबंधन को लेकर सपा-बसपा में तैयारी चल रही है, कहा जा रहा है कि सबसे ज्यादा सीटें बसपा को मिलेगी, अखिलेश यादव ने सार्वजनिक रुप से कहा है कि अगर उन्हें बसपा से कुछ सीटें कम भी मिलती है, तो भी वो महागठबंधन के लिये तैयार हैं, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कांग्रेस और रालोद क्या कुछ सीटों पर मानेगी, क्योंकि सपा-बसपा दोनों ज्यादा सीटों के चक्कर में है, इसलिये कांग्रेस और रालोद को बहुत कम सीटों से संतोष करना पड़ेगा। कांग्रेस की स्थिति प्रदेश में बहुत अच्छी नहीं है, इसलिये उन्हें विवश होकर इन दोनों के साथ ही गठबंधन में चुनाव लड़ना पडेगा, क्योंकि अगर वो अकेले लड़े, तो कुछ वोट काट पाएंगे, जिसका फायदा बीजेपी को होगा।