चाचा-भतीजा हुए एक, 2022 में मिलकर चुनाव लड़ेंगे सपा-प्रसपा, अखिलेश-शिवपाल के मिटे गिले-शिकवे

5 साल के गिले शिकवे मिटाकर आज अखिलेश चाचा शिवपाल से मिलने उनके घर जा ही पहुंचे । सपा नेता के ट्वीट से साफ हो गया है कि गठबंधन (अखिलेश-शिवपाल)पक्‍का है ।

New Delhi, Dec 16: यूपी चुनाव के मद्देनजर सपा – प्रसपा को लेकर कई अटकलें चल रहीं थीं । चाचा शिवपाल भतीजे के फोन के इंतजार में थे कि गुरुवार अखिलेश उनके घर खुद चलकर पहुंच गए । चुनावी दौर में तस्‍वीर कोई भी आ सकती है, फिर रूठे चाचा-भतीजे क्‍यों पीछे रहें । करीब डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में हुई इस बातचीत के दौरान दोनों पार्टियों ने गठबंधन पर सहमति जताई है । सपा और प्रसपा के बीच गठबंधन तय होने की जानकारी अखिलेश यादव ने फेसबुक और ट्वीटर पर पोस्ट डालकर दी।

अखिलेश ने क्‍या लिखा है ?
अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में चाचा का नाम लिखे बिना लिखा, प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई। क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है। इसके साथ ही अखिलेश ने बाइस में बाइसिकल का हैशटैग लगाया है । चाचा के साथ अपनी एक तस्‍वीर भी शेयर की है ।

अचानक चाचा के घर पहुंचे अखिलेश
गौरतलब है कि गुरुवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव akhilesh yadav shivpalसे मुलाकात करने उनके घर पहुंच गए । सूत्रों के अनुसार अखिलेश दोपहर बाद लखनऊ स्थित शिवपाल के आवास पर मिलने के लिये पहुंचे थे । दोनों के बीच बंद कमरे में मुलाकात हुई। दोनों के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। प्रसपा के एक नेता ने बताया कि अखिलेश के साथ सपा का कोई नेता साथ नहीं है।

बीजेपी के खिलाफ बना रहे मजबूत गठबंधन
माना जा रहा है कि चाचा-भतीजे ने एक दूसरे से सारे गिले शिकवे तो खत्‍म किए ही साथ ही आने वाले चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर भी चर्चा की । आपको बता दें गौरतलब है कि 2017 में विधानसभा से पहले अखिलेश द्वारा सपा से बाहर का रास्ता दिखाने के बाद शिवपाल ने प्रसपा का गठन कर चुनाव लड़ा था। इसका सीधा असर सपा के परांपरागत वोटबैंक में बंटवारे के रूप में पड़ा था।