करुणानिधि के दुनिया से विदा होते ही पार्टी में पड़ी फूट, बड़े बेटे ने छोटे के खिलाफ खोल दिया मोर्चा

करुणानिधि के बेटे ने आगे बोलते हुए कहा कि डीएमके बुरे दौर से गुजर रही है, इसे संभालना बेहद जरुरी है, अगर एक अच्छे नेतृत्व ने इसे संभालने की कोशिश नहीं की, तो पार्टी बिखर जाएगी।

New Delhi, Aug 13 : तमिलनाडु के पूर्व सीएम एम करुणानिधि के निधन के बाद उनके उत्तराधिकार को लेकर उनके दोनों बेटों स्टालिन और अलागिरि के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गये हैं, करुणानिधि ने स्टालिन को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया था, लेकिन उनके निधन के बाद डीएमके के बागडोर किसके हाथ होगी, इसे लेकर अलागिरि ने बड़ा बयान दिया है।

अलागिरि ने क्या कहा ?
स्टालिन के बड़े भाई एमके अलागिरी ने दावा करते हुए कहा कि डीएमके कैडर का समर्थन उनके साथ है, इसलिये वो अपने पिता द्वारा छोड़े गये राजनीतिक विरासत को संभालेंगे, इसके साथ ही उन्होने कहा कि स्टालिन डीएमके कार्यकारी अध्यक्ष हैं, लेकिन वो पार्टी को संभाल नहीं पा रहे हैं, डीएमके को संभालने और उसकी अगुवाई करने के लिये मैं ही राइट च्वाइस हूं, जिस तरह से स्टालिन पार्टी को संभाल रहे हैं, वो कितना गलत है, ये आने वाले दिनों में पता लग जाएगा।

क्या पार्टी दो धड़ों में बंट सकता है ?
अलागिरि से अगला सवाल किया गया, कि क्या डीएमके दो धड़े में बंट सकता है, इस सवाल के जबाव में उन्होने कहा कि इसका फैसला मैं कैसे कर सकता हूं, कि पार्टी का विभाजन होना है, या न नहीं, मैं इस पद पर नहीं हूं, कि इस तरह का फैसला करुं। अलागिरि ने कहा कि मैं इससे पहले इस बारे में सार्वजनिक रुप से कुछ भी नहीं कहा, क्योंकि पिता करुणानिधि ने हिदायत दी थी, कि वो स्टालिन के बारे में कुछ भी ना बोंले।

बुरे दौर से गुजर रही है पार्टी
करुणानिधि के बेटे ने आगे बोलते हुए कहा कि डीएमके बुरे दौर से गुजर रही है, इसे संभालना बेहद जरुरी है, अगर एक अच्छे नेतृत्व ने इसे संभालने की कोशिश नहीं की, तो पार्टी बिखर जाएगी। अलागिरि का स्टालिन के खिलाफ मोर्चा सब कुछ बता रहा है कि आखिर पार्टी के भीतर क्या चल रहा है। पार्टी के एक सूत्र ने दावा किया कि पूरे मसले पर अंतिम फैसला जनरल काउंसिल मीटिंग के बाद ही लिया जाएगा।

बीते सप्ताह करुणानिधि का देहांत
आपको बता दें कि तमिलनाडु के पूर्व सीएम एम करुणानिधि का बीते सप्ताह 7 अगस्त को निधन हो गया था, वो पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे, उन्हें पिछले महीने ब्लड प्रेशर लेवल गिरने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उससे पहले उनका घर पर ही इलाज चल रहा था, लेकिन बाद में तबियत ज्यादा खराब होने पर उन्हें चेन्नई स्थित कावेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बीते मंगलवार को 94 साल की उम्र में आखिरी सांस ली थी।

करुणानिधि की तीन शादियां
मालूम हो कि पूर्व सीएम ने तीन शादियां की थी, एम के स्टालिन करुणानिधि और उनकी दूसरी पत्नी दयालु अम्मल के बेटे हैं, एम के अझागिरी, एक के थामिलारासु और सेल्वी स्टालिन के सगे-भाई बहन हैं, साथ ही एम के अलागिरि और कनिमोझी सौतेले भाई-बहन हैं। अलागिरि पहले भी स्टालिन के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं, तब करुणानिधि ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया था और स्टालिन को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया था।