सुपर-30 में फर्जीवाड़ा ? पहले अभयानंद के खिलाफ फर्जी खबर, आनंद कुमार पर सन्न कर देने वाला आरोप

सुपर-30 गरीब बच्चों को मुफ्त कोचिंग और बाकी सहूलियतें देकर आईआईटी परीक्षा की तैयारी करने में मदद करता है, पहले आईपीएस अधिकारी अभ्यानंद और आनंद कुमार ने मिलकर इसे शुरु किया था।

New Delhi, Jul 23 : हर साल आईआईटी परीक्षा परिणाम के बाद सुर्खियों में रहने वाले सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार इन दिनों विवादों में हैं। आनंद कुमार पर आरोप है कि उन्होने लंबे समय तक अपने कोचिंग से आईआईटी में दाखिला पाने वाले सफल छात्रों की गलत तस्वीर लोगों के सामने पेश की है। साथ ही उन पर करोड़ों की संपत्ति बनाने का भी आरोप है, बीते कुछ दिनों से विरोधियों ने उनके खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है, उन पर नया आरोप ये है कि सुपर-30 में आनंद के सहयोगी रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और पूर्व डीजीपी अभ्यानंद के नाम से एक फर्जी खबर सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी।

फर्जी खबर चलाने वाला गिरफ्तार
वायरल फर्जी खबर में लिखा था कि अभ्यानंद ने कोचिंग के नाम पर विदेशों में अरबों रुपयों की संपत्ति बनाई है। चूंकि मामला पूर्व डीजीपी से जुड़ा था, इसलिये बिहार पुलिस तुरंत अलर्ट हो गई। पुलिस ने मामले में जितेन्द्र कुमार नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार युवक के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन और कुछ सामान मिले हैं, पुलिस का दावा है कि उसी लैपटॉर से ये खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था। इससे पहले की पुलिस उस युवक से कुछ पूछताछ करती, आनंद कुमार उसे छुड़ाने के लिये थाने पहुंच गये और उसे छुड़वा कर ही दम लिया। इसी घटना के बाद आनंद कुमार के कथित पूर्व छात्रों और सहयोगियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

क्या है सुपर-30 ?
आपको बता दें कि सुपर-30 गरीब बच्चों को मुफ्त कोचिंग और बाकी सहूलियतें देकर आईआईटी परीक्षा की तैयारी करने में मदद करता है, पहले आईपीएस अधिकारी अभ्यानंद और आनंद कुमार ने मिलकर इसे शुरु किया था। बाद में दोनों अलग हो गये। सुपर-30 की वजह से आनंद कुमार काफी चर्चित हो गये, उन पर बॉलीवुड फिल्म भी बन रही है, जिसमें सुपरस्टार ऋतिक रोशन आनंद कुमार की भूमिका में नजर आएंगे।

सहयोगी लगा रहे संगीन आरोप
आनंद कुमार दावा करते हैं कि वो टेस्ट के जरिये तीस छात्रों को चुनते हैं, उन्हें मुफ्त में खाना, कपड़ा और कोचिंग की सुविधा मुहैया कराते है, जिसके बाद वो छात्र आईआईटी की परीक्षा पास कर लेते हैं। कभी आनंद के करीबी रहे विद्यानंद उपाध्याय ने पटना के एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आनंद कुमार और उनके भाई पर कई संगीन आरोप लगाये। उन्होने कहा कि दोनों सुपर-30 के अलावा रामानुजम मैथेमैक्टिस क्लासेज भी चलाते हैं। जिससे वो करोड़ों रुपये कमाते हैं।

पैरेंट्स को ऐसे करते हैं कंन्वीस
उपाध्याय के अनुसार सुपर-30 की इतनी चर्चा हो चुकी है, कि हर मां-बाप चाहता है कि उनके बच्चे को इसमें मौका मिले। इसी चाहत में जब पैरेंट्स अपने बच्चों का दाखिला करवाने के लिये आनंद के पास पहुंचते हैं, तो उनके मैनेजर बताते हैं कि वे इस साल कहीं से पैसों का इंतजाम कर रामानुजम क्लासेज में बच्चों का एडमिशन करा दें, अगले साल उनके बच्चों का चयन सुपर-30 में हो जाएगा। आनंद कुमार करीब 1000 बच्चों का एक क्लास लेते हैं, और एक सीजन में वो सात से आठ बैच पढाते हैं। एक बैच का सप्ताह में तीन दिन क्लास होता है।

दूसरे कोचिंग के छात्रों को बता रहे सुपर-30 का
साथ ही आनंद कुमार पर ये भी आरोप है कि वो टेस्ट के समय ही जाति का भी विशेष ध्यान देते हैं, अगर एससी-एसटी का छात्र हो, तो उसे सुपर-30 में जल्दी लेते हैं, ताकि अगर उस पर मेहनत किया जाए, तो उसका चयन होने की संभावना ज्यादा हो। हालांकि उपाध्याय के अनुसार साल 2015 के बाद इसके कोचिंग के आईआईटी में सफल छात्रों की संख्या कम हो गई है। इसके बाद आनंद कुमार ने फर्जीवाड़ा करते हुए दूसरे कोचिंग संस्थानों के बच्चों को सुपर-30 का बताना शुरु कर दिया, ताकि समाज में उनकी तारीफ हो सके।

कौन हैं आनंद कुमार के परिवार में ?
आनंद कुमार दो भाई हैं, उनके छोटे भाई का नाम प्रणव कुमार है, उनकी मां का नाम जयंती देवी है, आनंद के पत्नी का नाम रश्मि प्रकाश है, कहा जाता है कि रश्मि कभी उनकी शिष्या थी, छोटे भाई प्रणव के पत्नी का नाम रितु रश्मि है। प्रणव और रितु का प्यार भी इसी कोचिंग में परवान चढा था और शादी के बंधन तक पहुंचा। आनंद कुमार ने कोचिंग से ही करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली है।