पहली परीक्षा में पास हुए अमर सिंह, महागठबंधन और परिवार में सेंधमारी के बाद ये होगा अगला निशाना

शिवपाल यादव ही नहीं बल्कि मुलायम परिवार के कुछ और सदस्य अमर सिंह के निशाने पर हैं, वो उन्हें भी बीजेपी के करीब लाएंगे।

New Delhi, Sep 04 : पीएम मोदी ने जिस मकसद के लिये राज्यसभा सांसद अमर सिंह के प्रति सद्भाव दिखाया था, उन्हें लखनऊ के कार्यक्रम में मंच से ‘अमर सिंह जी’ कह कर संबोधित किया था, उस मकसद को पूरा करने में अमर सिंह लग गये हैं। उन्होने सपा ही नहीं बल्कि मुलायम सिंह यादव के परिवार में ही दो फाड़ कर दिया। शिवपाल यादव ने डंके की चोट पर अलग पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है, साथ ही उन्होने ये भी कहा है कि 2019 में वो लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।

शिवपाल यादव को किया मुखर
आपको बता दें कि पिछले डेढ साल से शिवपाल यादव हाशिये पर पड़े थे, लेकिन उनकी आवाज नहीं निकल रही है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वो खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं, पार्टी बनाने के बाद उन्होने कहा कि जिन लोगों ने नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का अपमान किया है, जनता उसे जबाव देगी। उन्होने बिना नाम लिये भतीजे पर निशाना साधते हुए कहा कि नेताजी कभी झुके नहीं, लेकिन कुछ लोग उनका बिल्कुल भी सम्मान नहीं करते, इसी वजह से उन्होने अलग पार्टी बना ली है, ताकि जो लोग सपा में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, उनकी भी बात सुनी जाए, उनसे भी कुछ काम लिया जाए।

शिवपाल की है कार्यकर्ताओं में पकड़
मालूम हो कि शिवपाल यादव जमीन से जुड़े हुए नेता माने जाते हैं, वो पार्टी के छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं को सीधे नाम से जानते हैं, खासकर यादव बहुल इलाकों में शिवपाल यादव की अच्छी पकड़ है, अगर वो लोकसभा चुनाव में उतरे, तो सीधे तौर पर सपा को नुकसान पहुंचाएंगे, एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में इस बैनर तले उनके उम्मीदवार उतरेंगे, हालांकि समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देने पर उन्होने कुछ भी नहीं कहा।

अमर सिंह करेंगे और तोड़-फोड़
कहा जा रहा है कि सिर्फ शिवपाल यादव ही नहीं बल्कि मुलायम परिवार के कुछ और सदस्य अमर सिंह के निशाने पर हैं, वो उन्हें भी बीजेपी के करीब लाएंगे। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव भी राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखती है, लेकिन सपा में उनकी अनदेखी हो रही है, कहा जा रहा है कि अपर्णा भी शिवपाल यादव के मोर्चे में शामिल होकर लोकसभा चुनाव लड़ सकती है।

सांप्रदायिक ध्रुवीकरण
सपा और मुलायम परिवार में तोड़-फोड़ करने के अलावा उनका दूसरा इस्तेमाल बीजेपी यूपी में ध्रुवीकरण की राजनीति के लिये भी कर रही है। इसी राजनीति के तहत अमर सिंह रामपुर पहुंचे और आजम खां को ललकारा। आजम खां और अमर सिंह की लड़ाई बहुत पुरानी है, अब तक अमर सिंह कमजोर पड़ते थे, क्योंकि इनका जनाधार नहीं था, लेकिन इस बार बीजेपी पीछे खड़ी है, इसी वजह से वो सपा और आजम पर जमकर हमले बोल रहे हैं, अमर सिंह समाजवादी पार्टी को खुलकर नमाजवादी पार्टी कह रहे हैं, वो यूपी में रामपुर को केन्द्र बनाएंगे और आजम खां को उनके घर में घेरने की कोशिश करेंगे, ताकि पूरे यूपी में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का माहौल बने।