महागठबंधन की धार कुंद करेंगे शिवपाल और अमर सिंह, लिखी जा चुकी है जीत की ‘स्क्रिप्ट’

अमर सिंह और शिवपाल यादव दोनों पिछले डेढ साल से हाशिये पर पड़े थे, अब दोनों खुलकर सुर्खियां बटोर रहे हैं।

New Delhi, Sep 03 : यूपी की सियासत में पिछले एक पखवाड़े से बवंडर उठना शुरु हो गया है, दूर से दो अलग घटनाएं घटित होती दिख रही है, लेकिन जब इसके पास जाएंगे, तो इसके तार जुड़ते हुए नजर आ रहे हैं, एक तरफ राज्यसभा सांसद अचानक सक्रिय होते दिख रहे हैं, आपको बता दें कि पिछले एक-डेढ साल से अमर सिंह हाशिये पर पड़े थे, अचानक अखिलेश यादव को समाजवादी से नमाजवादी कहने लगे हैं, आजम खान को उनके घर में घुसकर ललकार रहे हैं, तो दूसरी ओर शिवपाल यादव अलग मोर्चे का ऐलान कर दिया है।

शिवपाल भी हो गये मुखर
अमर सिंह और शिवपाल यादव दोनों पिछले डेढ साल से हाशिये पर पड़े थे, अब दोनों खुलकर सुर्खियां बटोर रहे हैं, कहा जा रहा है कि शिवपाल यादव को अगर अखिलेश ने जल्दी नहीं मनाया, तो वो समाजवादी पार्टी के दो फाड़ कर देंगे। हालांकि अखिलेश बैकफुट पर हैं, वो चुप्पी साधे हुए हैं, और अंदरखाने चाचा को मनाने की बात कही जा रही है। इसके साथ ही अमर सिंह के हमलावर होने के बाद भी वो अपने अंकल के खिलाफ कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।

शिवपाल-अमर सिंह की दोस्ती
शिवपाल यादव और अमर सिंह दोनों सपा के दिग्गज नेता रहे हैं, उनकी दोस्ती का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं, कि अमर सिंह को 2010 में जब निकाला गया था, तो फिर उनकी वापसी 2016 में शिवपाल यादव ने ही करवाई थी, इतना ही नहीं उन्होने अमर सिंह को राज्यसभा भी भिजवाया, नतीजा ये हुआ, कि रामगोपाल और आजम खान के टारगेट पर शिवपाल आ गये। दोनों ने मिलकर अखिलेश को भड़काना शुरु किया और खुद ही चाचा नप गये। अब लग रहा है कि अचानक शिवपाल यादव और अमर सिंह अपने दुश्मनों से हिसाब चुकता करने के मूड में हैं।

बीजेपी के इशारे पर हो रहा खेल
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि ये सब बीजेपी नेताओं के इशारे पर हो रहा है, इसके पीछे कारण ये माना जा रहा है कि अमर सिंह ने पिछले कुछ दिनों में सीएम योगी से कई बार मुलाकातें की है, इसके साथ ही लखनऊ के एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने मंच से अमर सिंह के प्रति सद्भाव दिखाया, जिसके बाद से राज्यसभा सांसद के हौसले बुलंद हैं, वो सपा को कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। शिवपाल यादव के बारे में अमर सिंह ने कहा कि उन्होने बीजेपी के एक शीर्ष नेता से उनकी मीटिंग फिक्स कराई थी, लेकिन सपा नेता वहां पहुंचे ही नहीं।

बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं
सूत्रों का दावा है कि शिवपाल यादव बीजेपी के बड़े नेताओं के संपर्क में हैं, वो उनके इशारे पर ही सपा में सेंधमारी कर रही हैं, क्योंकि मोर्चा ऐलान करने के बाद उन्होने खुलकर कहा कि जिन लोगों का सपा में दम घुट रहा है, या उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, वो उनके मोर्चे में शामिल हो सकते हैं, राजनीतिक एक्सपर्ट्स के अनुसार सपा के गढ कहे जाने वाले इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद और कन्नौज जैसे इलाकों में शिवपाल यादव की जबरदस्त पकड़ है, सपा को कमजोर कर बीजेपी फायदा उठाना चाहती है, इसी वजह से शिवपाल और अमर सिंह को बीजेपी शह दे रही है।