सपा को दो फाड़ करने की तैयारी में अमर सिंह, दिग्गज नेता ने गुपचुप की अमित शाह से मुलाकात

मंच से पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए अमर सिंह का नाम लिया था, उन्होने कहा था कि अमर सिंह के पास सबकी हिस्ट्री है।

New Delhi, Aug 05 : पूर्व सपा नेता अमर सिंह पिछले कुछ दिनों से लगातार सुर्खियों में हैं, उनके बारे में कहा जा रहा है, कि वो बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं, हालांकि हाल ही में उन्होने कहा कि वो बिना बीजेपी ज्वाइन किये पीएम मोदी के लिये काम करते रहेंगे। अब चर्चा है कि यूपी में सपा के एक बड़े नेता के साथ मिलकर वो एक नई पार्टी बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि इस नई पार्टी का मकसद लोकसभा चुनाव में सपा के वोट काटने का होगा। अमर सिंह की इस योजना को बीजेपी का भी समर्थन मिला हुआ है।

अमित शाह से मुलाकात
सूत्र का दावा है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक सप्ताह पहले ही हरियाणा में समाजवादी पार्टी के इस नेता के साथ गोपनीय मुलाकात भी की थी। आपको बता दें कि बीते दिनों लखनऊ के एक कार्यक्रम में मंच से पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए अमर सिंह का नाम लिया था, उन्होने कहा था कि अमर सिंह के पास सबकी हिस्ट्री है। जिसके बाद पूर्व सपा नेता ने कहा था कि मैं मोदी जी का प्रशंसक हूं, आगे की जिंदगी उन्हीं के नाम है, हालांकि उन्होने ये भी साफ कर दिया, कि फिलहाल बीजेपी में जाने का कोई इरादा नहीं है।

जल्द हो सकता है नई पार्टी का ऐलान
सूत्रों का दावा है कि नई पार्टी के नाम का जल्द ही ऐलान किया जा सकता है, इसके अलावा सपा के बागियों और नाराज चल रहे कुछ नेताओं को पदाधिकारी भी चुना जा सकता है। 15 अगस्त के बाद कभी भी इसका ऐलान किया जा सकता है। आपको बता दें कि सपा नेता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा तवज्जो ना मिलने से नाराज हैं, वो हाल में हुई सपा कार्यकारिणी की बैठक में भी नहीं पहुंचे थे।

पश्चिमी यूपी पर फोकस
नई पार्टी का फोकस पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर ज्यादा होगा, क्योंकि अगर सपा-बसपा का महागठबंधन होता है, तो इस इलाके में ये ज्यादा मजबूत हो जाएगा। इसलिये नई पार्टी इस इलाके में ज्यादा फोकस करेगी। कहा जा रहा है कि बीजेपी के साथ मंत्रणा कर कुछ सीटों पर उम्मीदवार भी उतारे जा सकते हैं, जिससे सपा-बसपा को नुकसान पहुंचाया जा सके, इसे लेकर इन दिनों यूपी में सियासी पारा चढा हुआ है।

बिखर सकते हैं ठाकुर और यादव वोट
अखिलेश यादव और मायावती के साथ आने के बाद सबसे पहले राजा भैया बिदक सकते हैं, अब अगर अमर सिंह नये दल के जरिये चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो ठाकुर वोट सपा और बसपा से कट सकते हैं, दूसरी ओर कहा जा रहा है कि सपा के नाराज नेता यादव वोट काट सकते हैं, और महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सपा के दिग्गज नाराज नेता के बारे में कहा जा रहा है कि वो लगातार यूपी में जनसंपर्क और सभाएं कर रहे हैं, उन्होने पिछले तीन महीने में 30 जिलों में जनसंपर्क किया है, भदोही जिले में उनकी गाड़ियों का काफिला चर्चा में रहा है। खैर, अभी 2019 चुनाव में 8-9 महीने का समय है, लेकिन तैयारियां अभी से ही शुरु हो गई है।