भगवाधारी बन अमर सिंह पहुंचे पीएम के सामने, मोदी सौंप सकते हैं ‘नई जिम्मेदारी’

अमर सिंह इससे पहले भी कई बार पीएम मोदी की सार्वजनिक रुप से तारीफ, और सीएम योगी से मुलाकात कर चुके हैं, वो खुद भी कहते हैं कि उन्हें बीजेपी में शामिल होने में कोई परेशानी नहीं है।

New Delhi, Jul 30 : राजनीतिक गलियारों में इन दिनों ये चर्चा तेज हो गई है कि राज्यसभा सांसद और पूर्व सपा नेता अमर सिंह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, हालांकि आधिकारिक रुप से इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। आपको बता दें कि कल लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ के ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में अमर सिंह पहुंचे थे, इस दौरान उन्होने भगवा रंग का कुर्ता पहन रखा था, जिसके बाद रिपोर्टर उनसे सवाल करने लगे, कि क्या वो बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। इसके साथ ही इन अटकलों को तब और ज्यादा तरजीह मिलने लगी, जब खुद पीएम मोदी ने अमर सिंह को विशेष तवज्जो दी।

पीएम ने भाषण में किया जिक्र
इस कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण में अमर सिंह का जिक्र किया, उन्होने मुस्कुराते हुए मंच से कहा कि यहां अमर सिंह बैठे हैं, वो सारी हिस्ट्री निकाल देंगे, इसके साथ ही अमर सिंह सीएम आवास में हुए एक और अन्य कार्यक्रम में नजर आए, जिसके बाद कहा जाने लगा है कि जल्द ही वो बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं।

जीवन मोदी के लिये समर्पित
अमर सिंह से जब पूछा गया कि क्या वो बीजेपी ज्वाइन करेंगे, तो उन्होने कहा कि अब उनका समाजवादी पार्टी से कुछ भी लेना-देना नहीं है, अब उनका जीवन पीएम मोदी के लिये समर्पित है, अब मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी अमर सिंह का इस्तेमाल यूपी में निवेश लाने के साथ-साथ महागठबंधन के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिये भी कर सकती है।

बीजेपी में शामिल होने में कोई परेशानी नहीं
आपको बता दें कि अमर सिंह इससे पहले भी कई बार पीएम मोदी की सार्वजनिक रुप से तारीफ, और सीएम योगी से मुलाकात कर चुके हैं, वो खुद भी कहते हैं कि उन्हें बीजेपी में शामिल होने में कोई परेशानी नहीं है, इसके साथ ही उन्होने ये भी बताया कि उन्हें अभी तक पार्टी में शामिल होने का ना तो न्योता मिला है, और ना ही उन्होने इच्छा जाहिर की है। कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी ने सभागार में अमर सिंह से मुलाकात भी की।

मुलायम के करीबी
कभी Amar Singh की गिनती समाजवादी पार्टी में मुलायम सिंह यादव के सबसे करीबी और पार्टी में नंबर दो नेता के रुप में की जाती थी। लेकिन जब से पार्टी में अखिलेश यादव का वर्चस्व बढा, अमर सिंह का कद घटने लगा, राम गोपाल यादव और आजम खान से मतभेद की वजह से उन्हें दुबारा पार्टी से निकाला गया। कहा जाता है कि अमर सिंह ने शिवपाल यादव के साथ मिलकर मुलायम सिंह यादव को भड़काने की कोशिश की थी। जिसके बाद विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण की जिम्मेदारी शिवपाल यादव की दी गई थी, इसी बात से नाराज अखिलेश यादव ने चाचा और पिता को किनारे लगाने के अलावा अमर सिंह को पार्टी से ही निकाल दिया।

2019 में निभा सकते हैं बड़ी भूमिका
2019 लोकसभा चुनाव में यूपी में कांग्रेस, सपा और बसपा महागठबंधन करके चुनाव लड़ने का प्लान बना रही है। अब इस महागठबंधन के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिये पीएम मोदी अमित शाह के साथ Amar Singh को भी बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। हालांकि उन्हें अमित शाह के साथ नहीं लगाया जाएगा, क्योंकि उनके काम करने का तरीका अलग है, इसलिये पीएम अमर सिंह को बीजेपी में शामिल कराकर कोई नई जिम्मेदारी सौंप सकते हैं, ताकि 2019 में उनका इस्तेमाल किया जा सके।