मोदी भक्त होने के बाद भी अमर सिंह की नहीं हो रही बीजेपी के एंट्री, शिवपाल को लेकर कही ये बात

अमर सिंह ने बीजेपी ज्वाइन करने के सवाल पर कहा कि पता नहीं क्यों बीजेपी में उनका समायोजन पार्टी हाईकमान अनुपयुक्त मान रहे हैं, तभी तो मुझे एंट्री नहीं मिल रही है।

New Delhi, Sep 16 : राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने शनिवार को कहा कि बीजेपी ने अभी तक उनके लिये दरवाजे नहीं खोले हैं, लेकिन वो पूरी तरह से बीजेपी और मोदी समर्थक हो चुके हैं। आपको बता दें कि अमर सिंह कानपुर में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे, जहां पर उन्होने मीडिया से बातचीत की, यहां पर भी उनसे वही सवाल पूछा गया, जो उनसे इन दिनों हर जगह पूछा जा रहा है कि बीजेपी कब ज्वाइन करेंगे?

पता नहीं क्यों बीजेपी दरवाजा नहीं खोल रही ?
अमर सिंह ने बीजेपी ज्वाइन करने के सवाल पर कहा कि पता नहीं क्यों बीजेपी में उनका समायोजन पार्टी हाईकमान अनुपयुक्त मान रहे हैं, तभी तो मोदी भक्त हो जाने के बाद भी उन्हें पार्टी में एंट्री नहीं मिल रही है। हालांकि अपने बयान में उन्होने ये भी कहा कि बिना बीजेपी की सदस्यता के भी वो मोदीमय हो चुके हैं। आपको बता दें कि इससे पहले भी वो ऐलान कर चुके हैं, कि अब उनका जीवन मोदी को समर्पित है।

मोदी के शान में पढे कसीदे
राज्यसभा सांसद ने पीएम नरेन्द्र मोदी और आरएसएस के शान में कसीदे भी पढे, उन्होने कहा कि दोनों को ही मुस्लिम विरोधी नहीं कहा जा सकता, अगर ऐसा होता, तो राष्ट्रीय मुस्लिम मंच आरएसएस का हिस्सा ना होता। अमर सिंह ने शिवपाल यादव के समाजवादी सेक्युलर मोर्चे को लेकर भी खुलकर बात की, उन्होने पूर्व मंत्री को यादव परिवार में सबसे अच्छा बताया, हालांकि ये भी कहा कि उन्हें अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की छाया से बाहर निकलना होगा, तभी उनका राजनैतिक भविष्य तय होगा।

अखिलेश यादव को दी सलाह
अमर सिंह ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को सलाह दी है, कि कंबोडिया के तर्ज पर विष्णु मंदिर बनाने के बजाय वो राम के चरित्र का अनुसरण करें, उन्होने अपने पिता को वनवास दे दिया, इसलिये मंदिर बनवाने से ज्यादा अच्छा होता, कि वो अपने पिता की बात सुनते, और उनके बताये रास्ते पर चलते। अमर सिंह यहीं नहीं रुके उन्होने माल्या-जेटली मिलन विवाद पर भी बयान दिया।

जेटली का साथ
जेटली-माल्या मिलन विवाद पर उन्होने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को पहले अपने गिरेबां में झांक कर देखना चाहिये। एक फिल्मी गीत के साथ उन्होने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि यार हमारी बात सुनो, ऐसा एक इंसान चुनो। जिसने पाप ना किया हो, जो पापी ना हो। आपको बता दें कि अरुण जेटली और अमर सिंह की पुरानी मित्रता है, अमर सिंह जब सिंगापुर में इलाज करा रहे थे, तो जेटली उनसे मिलने पहुंचे थे।