माल्या-जेटली मिलन विवाद में अमर सिंह की धमाकेदार एंट्री, बड़े बयान से कर दी बीजेपी में एंट्री फाइनल

माल्‍या-जेटली मिलन राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है । विपक्ष मुद्दे पर सरकार को पूरी तरह घेरे हुए है, इसी बीच अमर सिंह के एक बयान ने कुछ नए सवाल पैदा कर दिए हैं ।

New Delhi, Sep 15 : विजय माल्‍या की अरुण जेटली से मुलाकात का मामला विपक्ष लगातार गर्माए हुए है । दोनों पक्षों की ओर से ये बात साफ-साफ कहे जाने के बाद भी कि ये मुलाकात औपचारिक नहीं थी, बावजूद इसके विपक्ष इस मामले को तूल दिए हुए है । अरुण जेटली मोदी सरकार में वित्‍त मंत्री के पद पर हैं और 2014 की जिस मुलाकात की बात कही जा रही है उसे उन्‍होने भी स्‍वीकारा है लेकिन संसद के गलियारे में एक सांसद से आते-जाते हुए कोई बात होना मुलाकात कैसे कही जा सकती है, ये समझाने की कोशिश सरकार की ओर से की जा रही है । बहरहाल इस मामले पर बयानबाजों की भी कमी नहीं । बहती गंगा में हाथ धोने वालों में अमर सिंह भी है, हालांकि उनका बयान आपको चौंका सकता है ।

जेटली पर अमर सिंह का बयान
जेटली पर लग रहे आरोपों के बीच अमर सिंह ने बयान दिया हे कि वो लंबे समय से अरुण जेटली को जानते हैं । उनका व्‍यक्तित्‍व ओर कार्य के प्रति उनकी गंभीरता देखते ही बनती है । अमर सिंह के मुताबिक अरुण जेटली इस तरह के मामलों में लिप्‍त हो सकते हैं ऐसी कल्‍पना भी नहीं की जा सकती । वो एक भले व्‍यक्ति हैं और उन्‍हें इन सब आरोपों से दूर रखना चाहिए ।

जेटली को बहुत समय से जानता हूं
एएनआई से बातचीत में अमर सिंह ने जेटली के बारे में बताया कि वो उन्‍हें बहुत समय से जानते हैं जेटली जी बहुत कम बोलते हैं, ओर उन्‍हें भी कहते हैं अब उन्‍हें भी कम बोलना चाहिए । अमर सिंह ने कहा कि अरुण जेटली को खाने-पीने का बहुत शौक है लेकिन अब अपने स्‍वास्‍थ्‍य के कारण भोजन का आनंद भी नहीं ले पा रहे हैं । जेटली पर आर्थिंक प्रबंधन और भ्रष्‍टाचार के आरोप लगाना सही नहीं है । उन पर ऐसे आरोप लगाने वाले पहले सोच लें कि वो किस आदमी पर हाथ डाल रहे हैं ।

शुक्रवार को दिया ये बयान
वहीं अमर सिंह शुक्रवार को कानपुर में थे । कानपुर के मर्चेंट चैंबर हॉल में दीन दयाल उपाध्याय की जीवन पर आधारित एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने आए। कार्यक्रम के बाद मीडिया द्वारा इस मामले में पूछे गए सवाल के जवाब में अमर सिंह ने कहा कि विजय माल्या से जेटली का मिलना कोई पाप नहीं है। मै भी मिलता रहा हूं, मुकेश अंबानी भी मिलते थे, तो उनको भी गिरफ्तार कर लेंगे क्या। उनकी वित्तीय अनियमितताओं में शामिल होना गलत है। कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र 27 घोटालों में शामिल हैं, तो उससे कांग्रेस पार्टी से क्या लेना-देना है।

भाजपा में शामिल होंगे ?
पत्रकारों ने यहां अमर सिंह से बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर भी सवाल पूछा कि क्‍या वो जल्‍द बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, इस परअमर सिंह ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि ये सवाल उनसे सिर्फ एक ही शख्‍स पूछ सकते हैं ओर वो हैं अमित शाह । बहरहाल अमित शाह का बीजेपी प्रेम खुलकर सामने आ रहा है । शिवपाल यादव के सेकुलर फ्रंट के पीछे भी अमर सिंह ही एक बड़ी वजह दिखते नजर आए हैं वहीं यूपी में बीजेपी के सपोर्ट से अभी वो कुछ और बड़े घात करने की तैयारी में भी माने जा रहे हैं ।

अखिलेश पर दिया था ऐसा बयान
अमर सिंह ने कुछ समय पहले अखिलेश यादव और उनकी सौतेले मां के आपसी संबंधों को लेकर विवादित बयान देकर खूब सुर्खिया बटोरी । उनसे जब सवाल किया गया, कि उन पर सपा को तोड़ने का आरोप लग रहा है, तो राज्यसभा सांसद ने कहा कि ना तो मैं अखिलेश के बाप से बात करता हूं, ना चाचा से। फिर चिर परिचित अंदाज में अमर सिंह ने अखिलेश पर हमला करते हुए कहा कि सपा के अवसान का सबसे बड़ा कारण है कि यूपी जो राम का देश है, राम जिन्होने अपनी सौतेली माता कैकेई को मां कहा था, सौतेले भाई भरत को गले लगाया था, पिता की बात पर वनवास चले गये थे, लेकिन उसके उल्ट अखिलेश अपनी मां साधना को जादूगरनी और चुड़ैल कहते हैं, सौतेले भाई प्रतीक को बिल्कुल नहीं मानते, अपने बूढे बाप के कहने पर वनवास जाना तो दूर उन्हीं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब तो ऐसी नौबत आ गई है, ये कहावत चरितार्थ होने लगी है, रामचंद्र कह गये सिया से, ऐसा कलयुग आएगा, बेटा अखिलेश करेगा राज, बूढा बाप मुलायम जंगल को जाएगा।