2019 लोकसभा चुनाव में बड़ी भूमिका निभाएंगे अमर सिंह, लिखी जा चुकी है ‘पटकथा’

अमर सिंह और सपा नेता का पश्चिमी यूपी और अवध पर ज्यादा फोकस होगा, क्योंकि इन क्षेत्रों में सपा-बसपा अगर साथ चुनाव लड़ती है, तो उन्हें हराना आसान नहीं होगा।

New Delhi, Aug 07 : लोकसभा चुनाव 2019 में राज्यसभा सांसद अमर सिंह बड़ी भूमिका में नजर आ सकते हैं, पीएम मोदी द्वारा मंच से नाम लिये जाने के बाद अमर सिंह लगातार सुर्खियों में हैं, पहले कहा जा रहा है कि वो बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं, फिर चर्चा शुरु हुई कि वो नई पार्टी बनाकर बीजेपी की मदद करेंगे, इसके लिये बकायदा उन्होने तैयारी भी शुरु कर दी है। कहा जा रहा है कि अमर सिंह की मध्यस्थता के बाद ही सपा के एक दिग्गज नेता ने अमित शाह से गुपचुप तरीके से मुलाकात की है।

सपा को दो फाड़ करने की तैयारी
कहा जा रहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियां अमर सिंह ने शुरु कर दी है, उन्होने सपा के एक दिग्गज नेता के साथ पार्टी बनाने का काम शुरु कर दिया है। सपा नेता की हरियाणा में उन्होने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात भी करवाई है। आपको बता दें कि सपा के कद्दावर नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा मान-सम्मान ना देने से नाराज हैं, इसी वजह से वो पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी नहीं पहुंचे थे।

पश्चिमी यूपी पर फोकस
अमर सिंह और सपा के कद्दावर नेता 15 अगस्त के बाद नई पार्टी का ऐलान करेंगे, इसके लिये बकायदा उन्होने जनसंपर्क और तैयारियां शुरु कर दी है, कहा जा रहा है कि नई पार्टी में बुलंदशहर के बाहुबलि गुड्डू पंडित को भी एंट्री मिल सकती है। इसके साथ ही कई और नेता हैं, जो अखिलेश यादव के रवैये से नाराज हैं, उन्हें अमर सिंह और सपा नेता दोनों मिलकर इस पार्टी में लाएंगे, जिसका खामियाजा लोकसभा चुनाव महागठबंधन को भुगतना पड़ेगा।

राजा भैया भी नाराज
आपको बता दें कि सपा-बसपा गठबंधन से बाहुबलि नेता राजा भैया भी नाराज हैं, वो चुनाव को निर्दलीय ही जीतते हैं, लेकिन सपा का उन्हें समर्थन प्राप्त था, अब सूत्रों का दावा है कि अखिलेश यादव द्वारा ज्यादा तरजीह ना मिलने से राजा भैया पहले ही नाखुश थे, अब मायावती के उनके साथ आ जाने की वजह से वो कैम्प छोड़ सकते हैं, अमर सिंह लगातार कोशिश कर रहे हैं, कि उन्हें नई पार्टी में लाया जाए, ताकि पूर्वांचल की दो-तीन सीटों पर महागठबंधन को नुकसान पहुंचाया जाए।

कांग्रेस के भी कुछ नेता संपर्क में
सूत्रों का दावा है कि इस नई पार्टी में कुछ कांग्रेस नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है, अमर सिंह की सभी पार्टियों में अच्छे संबंध रहे हैं, यूपी में कांग्रेस का घटता जनाधार उनके नेताओं को परेशान कर रहा है, ऐसे में अगर उन नेताओं को प्लेटफॉर्म दिया जाए, तो वो पार्टी बदलने के लिये तैयार हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि अमर सिंह और सपा नेता का पश्चिमी यूपी और अवध पर ज्यादा फोकस होगा, क्योंकि इन क्षेत्रों में सपा-बसपा अगर साथ चुनाव लड़ती है, तो उन्हें हराना आसान नहीं होगा।