पीएम मोदी के छोटे भाई ने लिया ऐसा फैसला, हो रही खूब चर्चा, नगर निगम ने भेजा था नोटिस

प्रह्लाद मोदी ने बताया कि अहमदाबाद नगर निगम से 3 नोटिस मिलने के बाद मैंने खुद ही पहली मंजिल के निर्माण कार्य को तोड़ने का काम किया।

New Delhi, Aug 14 : अहमदाबाद नगर निगम द्वारा नोटिस मिलने के बाद पीएम मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी ने खुद ही अपनी सार्वजनिक वितरण प्रणाली दुकान के पास बनाये गये एक अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। आपको बता दें कि पीएम के छोटे भाई की दुकान अहमदाबाद के अमरावड़ी स्थित रबरी कॉलोनी इलाके में है। दुकान के बाहर अवैध निर्माण को लेकर अहमदाबाद नगर निगम ने 3 दिन पहले उन्हें नोटिस भेजा था।

कोर्ट में दी थी चुनौती
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार अंतिम बार अहमदाबाद नगर निगम ने प्रह्लाद मोदी को 17 जून को नोटिस भेजा था, जो 17 जुलाई को खत्म हो गया था, जुलाई में छोटे मोदी छत्तीसगढ गये हुए थे, तो उन्होने नगर निगम से इस निर्माण को हटाने के लिये कुछ समय मांगा था, साथ ही उन्होने नोटिस को चुनौती देते हुए एक याचिका भी दायर कर दी थी।

‘अवैध निर्माण’ नियमित कर दिया गया था
प्रह्लाद मोदी ने बताया कि अहमदाबाद नगर निगम से 3 नोटिस मिलने के बाद मैंने खुद ही पहली मंजिल के निर्माण कार्य को तोड़ने का काम किया, क्योंकि नगर निगम का दावा था कि ये अवैध है, इसके साथ ही उन्होने ये भी बताया कि प्रभाव शुल्क चुकाने के बाद अवैध निर्माण को नियमित कर दिया गया था, लेकिन मैंने खुद ही 2015 में महसूस किया, कि ये निर्माण किसी भी समय गिर सकता है, क्योंकि ये जर्जर हो चुका था।

अधिकारियों को मुआयना करने को कहा
जिसके बाद उन्होने लेटर लिखकर म्यूनिशिपल कॉरपोरेशन के अधिकारियों को मुआयना करने को कहा था, लेकिन नगर निगम की ओर से कोई भी अधिकारी देखने नहीं आया, प्रह्लाद मोदी ने आगे बताया कि बाद में वो पुराना होने की वजह से निर्माण खुद ही ढह गया, गनीमत रही, कि किसी को इसमें चोट नहीं आई, नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।

दो साल बाद भेजा नोटिस
प्रह्लाद मोदी ने बताया कि मैंने नगर निगम को प्रभाव शुल्क दिया था, जिसके बाद निर्माण कार्य को नियमित कर दिया गया था, मैंने फिर से निर्माण कार्य शुरु किया, अचानक दो साल बाद नगर निगम की नींद खुली और नोटिस जारी कर कहा, कि ये अवैध निर्माण है। कोर्ट में मामला विचाराधीन होने के बावजूद मैंने इस निर्माण कार्य को खुद ढहाने का निर्णय लिया ।