इमरान खान को ट्रंप ने दिया पहला झटका, इतने करोड़ रुपये की मदद रद्द की

पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमरान खान पद संभालते ही कर्ज ढूंढ रहे हैं, दरअसल चीन के कर्ज से परेशान पाक उनका ब्याज तक नहीं चुका पा रहा है।

New Delhi, Sep 02 : अमेरिका ने पाक की नई नवेली इमरान खान सरकार को पहला झटका दिया है, दरअसल पाक को मिलने वाली 300 मिलियन डॉलर की मदद को अमेरिका ने रद्द कर दिया है। आपको बता दें कि डोनल्ड ट्रंप प्रशासन ने इससे पहले आतंकियों के खिलाफ किसी निर्णायक कार्रवाई में इस्लामाबाद की असफलता की वजह से ये फंड रोक दिया था। हालांकि समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अमेरिकी सेना के हवाले से जानकारी दी है कि उसने इस फंड को रद्द करने का फैसला लिया है।

दोनों देशों के बिगड़ रहे हैं रिश्ते
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने इससे पहले पाकिस्तान पर आरोप लदाया था कि अरबों डॉलर की मदद के बावजूद पाकिस्तान ने उनसे धोखाधड़ी किया है, दरअसल आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान कई देशों के निशाने पर है। अब अमेरिका के ताजा कदम से दोनों देशों के बिगड़ते रिश्तों की एक बानगी की तरह देखा जा रहा है। अमेरिका पाक पर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बना रहा है।

ट्रंप ने जताई थी नाराजगी
आपको बता दें कि पाकिस्तान द्वारा आतंकियों की दी जा रही ढील से अमेरिकी राष्ट्रपति नाराज हैं, उन्होने इस साल जनवरी में नाराजगी भी जाहिर की थी। उन्होने कहा था कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की, साथ ही वो लगातार झूठ भी बोल रहा है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि बीते 17 साल से अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अमेरिका की अगुवाई में सेनाएं युद्ध लड़ रही है और पाक आतंकियों को सुरक्षित पनाह दे रहा है।

पाक को नहीं मिले 5680 करोड़ रुपये
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ले. कर्नल क्रोन फॉकनर ने कहा कि इस साल की शुरुआत में भी अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 500 मिलियन डॉलर की सहायता राशि रद्द कर दी थी। कुल मिलाकर अमेरिका अब तक 5680 करोड़ रुपये की सहयता रद्द कर चुका है। अमेरिका ने पाकिस्तान को मदद ना देने का फैसला उस समय लिया है, जब पाकिस्तान खुद आर्थिक अनियमित्तता से जूझ रहा है।

इमरान खान ढूंढ रहे हैं कर्ज
आपको बता दें कि पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमरान खान पद संभालते ही कर्ज ढूंढ रहे हैं, दरअसल चीन के कर्ज से परेशान पाक उनका ब्याज तक नहीं चुका पा रहा है, दूसरी ओर अमेरिका ने विश्व बैंक से कहा है कि पाक को कोई कर्ज ना दे, क्योंकि वो नया कर्ज लेकर ब्याज चुकाएगा। खुद इमरान खान कह चुके हैं कि पाकिस्तान की आर्थिक व्यवस्था चरमराई हुई है, इसी वजह से उन्होने मंत्रियों से फिजूलखर्ची रोकने की अपील की है।