पर्रिकर की खराब तबियत के बाद सीएम रेस में इनका नाम सबसे आगे, गोवा में मुहर लगाएंगे राजनीति के ‘शाह’

गोवा में राजनीतिक उठापठक तेज हो गई हैं, पार्रिकर की बीमारी के चलते बीजेपी जहां सीएम के लिए नए चेहरे की तलाश में है वहीं कांग्रेस सरकार में आने के लिए तमाम कोशिशों में जुटी हुई ।

New Delhi, Sep 19 : गोवा में इन दिनों सियासी सरगर्मियां तेज हैं । सीएम मनोहर पर्रिकर की तबीयत नासाज चल रही है जिसके चलते बीजेपी राज्‍य में नए मुख्‍यमंत्री के तौर पर पर्रिकर का विकल्‍प तलाश रही है । बीजेपी सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक को पर्रिकर की जगह गोवा की कमान सौंपी जा सकती है । आज अमित शाह भी गोवा में है, बीजेपी नेताओं के साथ इस बारे में विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा ।

बीजेपी नेताओं के साथ बैठक
बीजेपी राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह आज गोवा बीजेपी नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं । सूत्रों के अनुसार सीएम मनोहर पर्रिकर की बीमारी के चलते राज्‍य में वैकल्पिक इंतज़ामों पर चर्चा के लिए यह बैठक खास तौर पर बुलाई गई है । बैठक में पार्रिकर की जगह किस नेता को कुर्सी पर बैठाया जाएगा इस पर विचार विमर्श होना है । नए चेहरे के रूप में श्रीपद नायक रेस में सबसे आगे चल रहे हैं ।

राज्‍यपाल से मिले कांग्रेस विधायक
वहीं दूसरी ओर गोवा में कांग्रेस के विधायकों ने मंगलवार को ही राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की । कांग्रेस विधायकों ने राज्‍यपाल को

बीजेपी सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश देने के लिए कहा है । विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में पहुंचे थे, विधायकों ने मांग की, कि राज्यपाल को विधानसभा का एकदिवसीय सत्र बुलाकर बहुमत साबित करवाना चाहिए ।

कम आंकड़ों का हवाला
राज्यपाल के साथ मुलाकात के दौरान कांग्रेस विधायकों ने ये भी कहा कि 40 सदस्यीय विधानसभा में पर्रिकर के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास बहुमत से कम आंकड़े हैं । वहीं सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के पास आवश्यक संख्या है । राज्‍यपाल से मुलाकात के बाद कावलेकर ने मीडिया से बात की, उन्‍होने साफ कहा –  ‘राज्य सरकार सदन में साबित करे कि उसके पास बहुमत है अन्यथा हम दिखाएंगे कि हमारे पास उनसे ज्यादा विधायक हैं.

कांग्रेस की बेचैनी
उधर बीजेपी ने कांग्रेस के इस कदम को पद की दौड़ की हड़बड़ाहट बताया है ।  रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मामले में कहा है कि – ‘सीएमबीमार हैं. अन्यथा वह काम से अलग नहीं रहते. कांग्रेस को मुख्यमंत्री की बीमारी में अवसर दिखता है. यह दिखाता है कि बेचैनी (कांग्रेस के अंदर) का स्तर कितना है. वाकई मुझे इससे दुख होता है.’

ये हैं गोवा के समीकरण
आपको बता दें गोवा में बीजेपी गोवा फॉरर्वड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी), राकांपा और निर्दलियों के सहयोग से शासन चला रही है । विधानसभा में भाजपा के 14 विधायक है वहीं कांग्रेस के 16 विधायक हैं ।  जीएफपी और एमजीपी के तीन-तीन सदस्य और राकांपा का एक सदस्य है, जिनका सपोर्ट बीजेनी को है । इसके साथ ही तीन निर्दलीय विधायक भी । राज्य में पिछले साल फरवरी में ही विधानसभा चुनाव हुए थे ।