लेक्‍चरर ने अच्‍छे नंबर और पैसों का लालच देकर छात्राओं से करवाना चाहा ऐसा काम, अब CID करेगी जांच

तमलिनाडु की ये खबर आपके पैरों तले से जमीन को खिसका देगी । आप हैरान रह जाएंगे ये सोचकर कि आखिर स्‍कूल कॉलेजों में ये चल क्‍या रहा है । मामला कुछ इस तरह है ।

New Delhi, Apr 18 : तमिलनाडु के अरूपूकोट्टई की देवांगा आर्ट्स कॉलेज की एक महिला लेक्चरर अपनी छात्राओं को जो सलाह देती सुनाई दी हैं वो घोर आपत्तिजनक है । अच्‍छे नंबरों और पैसों के लिए इस लेक्‍चरर कारे छात्राओं से वो कहते हुए सुना गया जो किसी को भी हैरान कर सकता है । जिसे सुनकर आपको गुरु की गरिमा पर भरोसा ही नहीं रहेगा, जिस गुरु को ईश्‍वर से भी ऊपर बताया जाता है उसके अपने शिष्‍याओं के साथ ऐसी बातें को सुनकर क्‍या कहेंगे आप ।

लेक्‍चरर का विवादित बयान
जानकारी के अनुसार इस महिला लेक्चरर ने अपने क्लास की छात्राओं से कहा था कि, उन्हें एग्‍जाम में अच्छे अंक और पैसे चाहिए तो कॉलेज के कुछ वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ अच्‍छा तालमेल बिठा लेना चाहिए । इस आरोपी महिला लेक्चरर ने ये भी कहा था कि ऐसा करने से उन्हें 85 फीसदी से भी अधिक नंबर मिल जाएंगे और पैसे भी मिलेंगे।

लेक्‍चरर को किया गया गिरफ्तार
कॉलेज में बतौर सहायक प्रोफेसर काम कर रहीं निर्मला देवी को कॉलेज और एक महिला फोरम की शिकायत के बाद मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था । घटना के सामने आने के बाद ही प्रोफेसर को कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है । कॉलेज ने पूरे मामले पर अब चुप्‍पी साधी हुई है, प्रोफेसर को लेकर कोई ताजा बयान नहीं आया है ।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था ऑडियो
पूरा मामला तब सामने आया जब क्‍लास में छात्राओं के साथ महिला प्रोफेसर की एक महीने पहले हुई कथित बातचीत इस रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी । वायरल हो रहे इस ऑडियो में प्रोफेसर को यह कहते हुए सुना गया कि छात्राएं 85 फीसदी अंक और पैसों के लिए ‘कुछ अधिकारियों के साथ तालमेल बिठाएं। ये बातें सीधे तौर पर छात्राओं को यौन संबंध बनाने के इशारे के तौर पर देखी जा रही हैं ।

प्रोफेसर का बयान
मामले में आरोपी प्रोफेसर ने कहा कि उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया । इन बातों में यौन संबंधों के लिए बरगलाने जैसी कोई मंशा नहीं थी । उन्होंने यह टिप्पणी सही दिशा में की थी न कि किसी छुपे हुए उद्देश्य या एजेंडे के लिए । बहरहाल चेन्नई में एक पुलिस विज्ञप्ति में डीजीपी टी के राजेंद्रन ने इस मामले के महत्व पर विचार करते हुए इसे अरूपूकोट्टई टाउन पुलिस स्टेशन से लेकर सीबी – सीआईडी को हस्तांतरित करने का आदेश दिया है।