ज्योतिषी विनोद त्यागी कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ की कुंडली बता रही है, कि जीत तय है, लेकिन बीजेपी की कुंडली अच्छे संकेत नहीं दे रही है।
New Delhi, Mar 09 : यूपी में विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार को आएंगे, इस बीच तमाम राजनीतिक दल प्रदेश में अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, बीजेपी जहां योगी के दोबारा सीएम बनने का दावा कर रही है, तो वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी प्रचंड बहुमत की उम्मीद लगाये बैठे हैं, यूपी का ताज किसके सिर सजेगा, इस सवाल पर हर जगह चर्चा का दौर जारी है, ऐसे में यूपी चुनाव को लेकर प्रदेश के बड़े ज्योतिषियों ने भी अपने –अपने दावे किये हैं, उन्होने योगी और अखिलेश के ग्रह-गोचरों के हवाले से उनके भविष्य को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
जीत तय है
मेरठ के ज्योतिषी विनोद त्यागी कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ की कुंडली बता रही है, कि जीत तय है, लेकिन बीजेपी की कुंडली अच्छे संकेत नहीं दे रही, ऐसे में बीजेपी 200 का भी आंकड़ा नहीं छू पाएगी, इसे 160 के आस-पास सीटें मिलने के आसार हैं, दूसरी ओर ज्योतिषी सुमित विजयवर्गीय कहते हैं कि योगी और अखिलेश की कुंडली में तुलना करें, तो योगी की कुंडली में प्रबल राजयोग है।
योगी को राजयोग
ज्योतिषी निधि मिश्रा कहती हैं कि योगी की कुंडली भाग्येश, लग्नेश, कर्मेश की षष्टम भाव में युति के साथ ही मंगल वहां स्थित होकर शत्रु हंता योग बना रहा है, सबसे सकारात्मक प्रभाव बृहस्पति की लग्न पर मित्र दृष्टि ये दर्शाती है, कि योगी ही पुनः यूपी की सत्ता में वापसी करेंगे, गुरु की दृष्टि लग्न पर आने वाले समय में योगी को जनता द्वारा उनके व्यक्तित्व के प्रभाव में और वृद्धि दिलाने वाली होगी, कुल मिलाकर लग्नेश का पराक्रम भाव में गोचर तथा साथ में सप्तमेश के साथ युति बहुत सकारात्मक फलदायक है, ये बताता है कि यूपी चुनाव का परिणाम बीजेपी के पक्ष में होगा।
अखिलेश की कुंडली में राहु
दूसरी ओर अयोध्या के आचार्य शिवेन्द्र बताते हैं कि अखिलेश की कुंडली में राहु चतुर्थ स्थान में बैठा है, गुरु के राशि पर गुरु की संगत में जब भी राहु आता है, तो परिणाम अच्छा नहीं देता, परिश्रम ज्यादा कराता है, उनकी कुंडली में केतु कर्म क्षेत्र में बैठा है, जो अच्छा परिणाम नहीं देता, अखिलेश यादव के सभी ग्रहों को देखने के बाद ये कहा जा सकता है कि इन्हें पूर्ण बहुमत को मिलते हुए नहीं दिख रहा है हालांकि लाभ के संकेत मिल रहे हैं, कुल मिलाकर दोनों कुंडली को देखकर ये कहा जा सकता है कि सत्ता के लिये कांटे की लड़ाई हो सकती है।